Prabhat Times

Shimla शिमला। (sukhvinder sukhu himachal pradesh vs bjp)  राज्यसभा सीट गंवाने के बाद हिमाचल की कांग्रेस सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. बीजेपी सुक्खू सरकार के बहुमत परीक्षण की मांग राज्यपाल से कर रही है.

राज्यपाल ने विधानसभा स्पीकर को तलब किया है. बजट सत्र शुरू होते ही बीजेपी आज विधानसभा में अविस प्रस्ताव लाएगी.

वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य ने मंत्री पद छोड़ने का किया ऐलान

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हमने हमेशा कांग्रेस आलाकमान का सम्मान किया है और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का सम्मान किया है, लेकिन विधायकों की शिकायत का समाधान नहीं हुआ, ये विधायकों की अनदेखी का ही नतीजा है कि हम राज्यसभा चुनाव हारे हैं. उन्होंने कहा कि मेरी निष्ठा पार्टी के साथ है, इसलिए खुलकर बोल रहा हूं.

क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों की अनदेखी हुई: विक्रमादित्य

हिमाचल प्रदेश राज्यसभा चुनाव के बाद अब सुक्खू सरकार के लिए संकट और बढ़ गया है. सुक्खू सरकार में कैबिनेट मंत्री और वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने कांग्रेस आलाकमान से खुली बगावत कर दी है.

उन्होंने कहा कि क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों की अनदेखी हुई है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को हमने पार्टी के हर मंच पर उठाया था, लेकिन उनकी अनदेखी हुई है.

वहीं हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के 6 विधायक फिलहाल पंचकूला में ठहराए गए हैं. कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें सेक्टर 3 के होटल हॉलिडे इन में रखा गया है.

ये विधायक किसी भी समय हिमाचल प्रदेश के लिए रवाना हो सकते हैं. हिमाचल प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष  राजीव  बिंदल ने भी इन विधायकों से मुलाकात की.

इस बीच कांग्रेस ने भी डैमेज कंट्रोल करते हुए दो पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हैं. कांग्रेस को हिमाचल सरकार गिरने का डर सता रहा है.

दरअसल राज्यसभा चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग की वजह से बीडेपी और कांग्रेस को बराबर वोट मिले, जिसके बाद पर्ची डालकर हार-जीत का फैसला करना पड़ा. अभिषेक मनु सिंघवी से हर्ष महाजन जीत गए.

सदन की कार्यवाही 12: 00 बजे तक स्थगित

संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि सदन को इन हालात में चलाया जाना संभव नहीं है। सदन से  हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि उनके साथ धक्कामुक्की की गई। शोर-शराबे और हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही 12: 00 बजे तक स्थगित कर दी गई है।  कांग्रेस के विधायक भी सदन से बाहर चले गए हैं। भाजपा के विधायक अभी भी सदन के भीतर नारेबाजी कर रहे हैं।

विधानसभा सदन में हंगामे के बीच नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, विपिन सिंह परमार, विनोद कुमार, हंसराज, रणधीर शर्मा, विनोद कुमार समेत 15 विधायक सदन से निष्कासित किए गए हैं। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने निष्कासित किए सदस्यों को बाहर जाने के आदेश दिए। विधानसभा अध्यक्ष के मार्शल से धक्कामुक्की के मामले में यह कार्रवाई की गई है। सदन में अध्यक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। स्पीकर के मार्शल से धक्कामुक्की करने का मामला। अध्यक्ष ने कहा कि अगर निष्कासित सदस्य बाहर नहीं जाएंगे तो इन्हें मार्शल इन्हें बलपूर्वक निकालेंगे। इसके बाद सदस्य बेल में चले गए सदस्य। नारेबाजी करते रहे।

“हिमाचल सरकार अभी अल्पमत में”

राज्यसभा चुनाव के नतीजों के बाद हर्ष महाजन ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि कांग्रेस सरकार के पास बहुमत नहीं है.

“राज्य सरकार अभी अल्पमत में है. सरकार में बैठे लोग इस तरफ आने को तैयार हैं, वे सरकार से नाखुश हैं. वे इतने परेशान हैं कि कुछ भी कर सकते हैं. यह सरकार नहीं चलेगी।” यह अपने ही वजन के नीचे गिर जाएगा.”

“सरकार को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं”

बीजेपी के एक डेलिगेशन ने आज सुबह राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से मुलाकात की.

जयराम ठाकुर ने बैठक के बाद कहा, “जब हमारी संभावनाएं बहुत कम लग रही थीं, तब हमने जीत हासिल की.

बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन ने राज्यसभा चुनाव जीता. फिलहाल कांग्रेस सरकार सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी है.”

पूर्व सीएम और विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग से संबंधित कटौती प्रस्तावों पर वोट विभाजन की अनुमति नहीं देने के बाद जब बीजेपी सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया से बात करनी चाही तो मार्शलों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उनके साथ मारपीट की.

उन्होंने कहा, ”हमने राज्यपाल को इस बारे में अवगत करा दिया है.”

“विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार”

बीजेपी आज बजट सत्र शुरू होते ही विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने पर भी विचार कर रही है.

जयराम ठाकुर ने कल ध्वनि मत के बजाय राज्य के बजट को पारित करने के लिए वोटों के विभाजन की मांग की.

उन्होंने कहा, अगर परमिशन दी गई, तो वोटों के विभाजन से प्रत्येक पार्टी का वास्तविक समर्थन सामने आ जाएगा, अगर कांग्रेस सरकार बजट पारित कराने में विफल रहती है, तो यह खुद साबित हो जाएगा कि उसके पास सदन में बहुमत नहीं है.

संकट में हिमाचल की सिक्खू सरकार 

बता दें कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के 40 विधायक हैं. उसके उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी के आसानी से जीतने की उम्मीद थी.

एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए मंगलवार को हुए मतदान के दौरान, छह कांग्रेस विधायकों और सरकार का समर्थन करने वाले तीन निर्दलीय विधायकों ने क्रॉस वोटिंग करते हुए कथित तौर पर हर्ष महाजन के लिए अपना वोट डाला.

———————————————————————–

वीडियो – संत निरंकारी मिशन ने चलाया सफाई अभियान

————————————————————————

खबर ये भी हैं…

Whatsapp ग्रुप से जुड़ने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें

Join Whatsapp Link for Latest News

प्रभात टाइम्स व्हाटसएप्प चैनल जॉइन करें।

Join Prabhat Times Whatsapp Channel


Subscribe YouTube Channel

Prabhat Times

Click to Join Prabhat Times FB Page

https://www.facebook.com/Prabhattimes14/

Join Telegram

https://t.me/prabhattimes1