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Jalandhar जालंधर(such dangerous gangsters who reached abroad became a headache for India) गोल्डी बराड़, लक्की पटियाल, अर्षदीप डल्ला जैसे मोस्ट वांटेड गैंगस्टर भारत की खुफिया एजैंसियों के लिए सिरदर्द बने चुके हैं।

किसी समय मर्डर, लूटपाट की वारदातों में संलिप्त रहे इन गैंगस्टरों का नाम अब आतंकियों की मोस्ट वांटेड लिस्ट में आ चुका है।

विदेश बैठ कर सुपारी किलिंग, फिरौती, मर्डर और पंजाब में आरपीजी अटैक, इंटरनेशनल कबड्डी खिलाड़ी संदीप नंगल अंबिया, सिद्धू मूसेवाला की हत्या जैसे हाई प्रोफाइल वारदातों को अंजाम दने वाले ये गैंगस्टर पंजाब के ही रहने वाले हैं।

अपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता के बावजूद ये गैंगस्टर आखिर दूर देशों में कैसे पहुंच गए? इस सवाल का जवाब ढूंढने में प्रभात टाइम्स की जांच में सनसनीखेज तथ्य सामने आए हैं।

ये खतरनाक गैंगस्टर सिस्टम की खामियों तथा पासपोर्ट दफ्तर, पुलिस विभाग के कुछ लालची लोगों की वजह से ही विदेश पहुंचे।

क्रिमिनल रिकार्ड होने के बावजूद इन गैंगस्टर को पंजाब से पुलिस वैरिफिकेशन व क्लीयरेंस मिली और ये आराम से विदेश पहुंच गए।

इन तथ्यों का खुलासा तब हुआ जब इन गैंगस्टर द्वारा विदेश से आतंकी संगठनों से मिल कर पंजाब में की गई।

वारदातों के बाद इन्हें डिपोर्ट करवाने के लिए खुफिया एजैंसियों और पंजाब पुलिस द्वारा डाटा खंगाला गया। कौन सा गैंगस्टर कैसे विदेश पहुंचे, आइए बताते हैं…

दूसरे पासपोर्ट से विदेश पहुंचा सुक्खा दुनेकेgangster

आज कनाडा के विनिपेग में सुक्खा दुनेके का गोलियां मारकर मर्डर कर दिया गया है। सुक्खा दुनेके भी केसों में नामजद होने के बावजूद दूसरे पासपोर्ट के जरिए कनाडा पहुंचा था।

वहां पहुंच कर उसने जालंधर में इंटरनेशनल कबड्‌डी खिलाड़ी संदीप नंगल अंबिया की हत्या करवा दी।

सूत्रों ने बताया कि सुक्खा दुनेके की वैरीफिकेशन में तथ्य सामने आए कि कनाडा के टोरंटो में रह रहे सुक्खा के पासपोर्ट को 2017 में थाना सदर मोगा पुलिस ने क्लीयरेंस दी। जबकि इससे पहले उसका एक और पासपोर्ट बना था।

पुलिस क्लीयरेंस के समय सुक्खा पर थाना सदर व महना थाना में केस दर्ज थे। इस केस की जब जांच हुई तो दो पुलिस कर्मियों की डिपार्टमेंट जांच हुई व हस्ताक्षर तक मिलाए।

इसके बाद 26 जून को मोगा में आरोपी पुलिस कर्मचारियों पर केस दर्ज किया गया। सुक्खा कनाडा से फिरौती की वारदातों में संलिप्त था। सुक्खा कनाडा में रह कर बंबीहा गैंग कंट्रोल कर रहा था।

30 मई 2022 को इसने गांव मोगा के डाला गांव के पंचायत सेकेटरी से 15 लाख फिरौती मामले में शामिल रहा।

सुक्खा दुनेके पर कत्ल, फिरौती और वैपन तस्करी के 18 केस दर्ज हैं। सुक्खा दुनेके का मर्डर कर दिया गया है। सुक्खा के मर्डर की जिम्मेदारी गोल्ड बराड़ गैंग ने ली है।

लंडा हरीके जब कनाडा गया तो 10 केस थे दर्ज

आरपीजी अटैक करवाने में संलिप्त कैनेड़ा में बैठे आतंकी व गैंगस्टर लखबीर सिंह लंडा हरीके भी जब कनाडा गया तो इस पर 10 क्रिमिनल केस दर्ज थे।

फिर इसे पुलिस क्लीयरेंस किसने दिया, इसकी जांच के लिए एसएसपी तरनतारन ने 20 मई को थाना हरीके में रपट दर्ज करवा इसकी जांच शुरू करवाई।

जांच में पता चला कि लंडा हरीके का एक पासपोर्ट तो 2009 में बना था। क्योंकि उसका आपराधिक पृष्ठभूमि थी तो उसने पुलिस मिलीभगत से 2017 में लखबीर सिंह की बजाए लखमीर सिंह के नाम का पासपोर्ट बनवाया।

इस पासपोर्ट की वैरिफिकेशन बतौर सरपंच मनजीत सिंह ने हस्ताक्षर व मोहर लगाकर की। जबकि उस समय गांव की सरपंच महिला थी जो अनपढ़ है व साइन करना नहीं जानती।

इसके बावजूद इस पासपोर्ट को पुलिस क्लीयरेंस दी गई। जबकि लंडा हरीके पर 2011 से लेकर 2016 तक ही इरादा कत्ल, नशा तस्करी, अपहरण व असला एक्ट के 10 केस दर्ज थे।

सवाल ये है कि इतने केसों में नामजद होने के बावजूद उसकी तस्वीर से पहचान क्यों नहीं हुई।

कुछ लालची कर्मचारियों की करतूत के कारण कनाडा पहुंचे लंडा हरीके के नाम पर अब पुलिस रिकार्ड में दो नेताओं की हत्या, फिरौती मांगने, फायरिंग करवाने व इंटेलीजेंस हैडक्वाटर पर आरपीजी अटैक समेत 7 वारदातें दर्ज हो चुकी हैं।

इन केसों में संलिप्त था अर्शदीप डल्ला, फिर भी दे दी क्लीयरेंस

मोगा के डाला गांव निवासी 15 केसों में वांछित कुख्यात गैँगस्टर अर्शदीप डाला का नाम जब भगता भाईका के डेरा प्रेमी की हत्या में आया तो उसका मोगा पुलिस ने विदेश जाने का रिकार्ड खंगाला।

पता चला कि थाना अजीतवाल पुलिस ने उसके पासपोर्ट को 2019 में मिलीभगत से क्लीयरेंस दे दी थी। जबकि यह 2016 में सुरक्षाकर्मी से हथियार छीनने व इरादा कत्ल में वांछित था।

मार्च 2020 में अपने साथी सुक्खा लंबे की हत्या कर यह कैनेडा चला गया।

कैनेड़ा के सरीं में बैठकर यहां आतंकी हरदीप निज्जर से मिलकर टारगेट किलिंग, टिफिन बम व बार्डर से हथियार स्मगल करवाने में संलिप्त है।

26 मई 2021 से आतंकी गतिविधियों में एनआईए को भी इसकी तलाश है।

पासपोर्ट अफसर की मिलीभगत से हुआ था लक्की पटियाल का पासपोर्ट रिन्यू 

एसओआई प्रधान विक्की मिड्‌डूखेड़ा की हत्या समेत 22 से ज्यादा केसों में वांछित अर्मीनिया में बैठा गैंगस्टर लक्की पटियाल चंडीगढ़ के खुड्‌डा लहौरा गांव का है।

अपराधिक केसों में संलिप्त होने के बावजूद इसने अपने गांव के ही रीजनल पासपोर्ट ऑफिस के अफसर से मिलीभगत कर अपना पासपोर्ट रिन्यू करवाया और दुबई भाग गया और फिर वहां से अर्मीनिया।

4 साल से यहां से फिरौती व हत्या की वारदातों में संलिप्त है। इसका पासपोर्ट रिन्यू करने वाले पासपोर्ट अफसर को नामजद कर लिया गया था।

मगर इसे अर्मीनिया से डिपोर्ट करवा पंजाब नहीं लाया जा सका। लक्की पटियाल का नाम जालंधर के चर्चित डिप्टी हत्याकांड में भी आ चुका है।

गोल्डी बराड़ ने मर्डर केस में बरी हो बनवाया पासपोर्ट, कनाडा से प्लान करवाई मूसेवाला की हत्या

गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड व लॉरेंस विश्नोई का राइटहैंड सतिंद्र सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ पर हत्या का केस दर्ज था।

इसमें यह बरी हो गया था। मगर जब इसने पासपोर्ट अप्लाई किया तो आपराधिक पृष्ठभूमि देख इसे पुलिस वैरिफिकेशन नहीं मिली।

इसने कोर्ट का सहारा लिया और पासपोर्ट बनवा लिया। 2019 में यह कैनेड़ा भाग गया। सिद्धू मूसेवाला समेत यह कैनेड़ा से 11 हत्याएं करवा चुका है व फिरौती मांगने के कई केस दर्ज हैँ।

इसके पिता पंजाब पुलिस में एएसआई थे, जिन पर इसके एक केस में संलिप्ता का आरोप लगने पर रिटायरमेंट ले ली।

हत्या, लूटपाट में वांछित था सुखप्रीत बुड्ढा, फिर भी हो गया पासपोर्ट रिन्यू

इंटरपोल की मदद से जब आर्गेनाइजट क्राइम कंट्रोल यूनिट ने नवंबर 2019 में अर्मीनिया जाकर कुख्यात गैंगस्टर सुखप्रीत सिंह बुड्‌ढा को पकड़ा।

जांच में पता चला कि इसने भी रीजनल पासपोर्ट अथॉरिटी के ही किसी व्यक्ति की मिलीभगत से पासपोर्ट रिन्यू करवाया था और लक्की पटियाला के साथ अर्मीनिया पहुंचा था। जबकि उसका पासपोर्ट जब रिन्यू हुआ तो उस पर भी कई आपराधिक केस थे।

फर्जी नाम से पासपोर्ट बनवा कर कनाडा पहुंचा था रिंकू बिहला

भगता भाईका के डेरा प्रेमी, बरनाला के ज्वेलर से फिरौतियां मांगने वाला बरनाला का गुरचरण सिंह रिंकू बीहला हत्या, फिरौती, इरादा कत्ल के करीब डेढ़ दर्जन केसों में वांछित हैं।

हत्या मामले में जमानत पर बाहर आ 2014 में इसने अपना नाम बदलकर बरनाला के गुरुद्वारा साहिब में एक एनआरआई महिला से शादी कराई और फर्जी नाम से पासपोर्ट बनवाकर यह कैनेड़ा चला गया।

अब सरीं में आतंकी हरदीप निज्जर के साथ मिलकर पंजाब में फिरौती व टारगेट किलिंग में शामिल है। एनआईए के केसों में यह 2021 से वांछित हैं। मार्च 2022 में बरनाला में ज्वेलर से फिरौती में केस दर्ज हुआ।

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