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Bengaluru बेंगलुरु। (ranya rao explosive claim dri officers slap many times) सोना तस्करी के मामले में गिरफ्तार कन्नड़ एक्ट्रेस रान्या राव ने राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के अतिरिक्त महानिदेशक को लिखे एक पत्र में कुछ गंभीर आरोप लगाए हैं.

उधर, सोना तस्करी मामले में गिरफ्तार अभिनेत्री रान्या राव के पिता डीजीपी रामचंद्र राव जांच के घेरे में आ गए हैं.

कर्नाटक सरकार की ओर से शुरू की गई जांच के बाद उन्हें अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया गया है.

बता दें कि रान्या राव ने 6 मार्च 2025 को बेंगलुरु में डीआरआई के अतिरिक्त महानिदेशक को संबोधित एक पत्र दावा किया कि उन पर झूठा मामला थोपा गया है.

6 मार्च को लिखे गए इस पत्र में, रान्या ने दावा किया कि उन्हें शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया, 10-15 बार थप्पड़ मारे गए, और एजेंसी की तरफ से तैयार किए गए बयानों पर साइन करने से इनकार करने पर बार-बार उनके चेहरे पर थप्पड़ मारे गए.

राव ने यह भी दावा किया कि वह निर्दोष हैं और उन्हें झूठा फंसाया गया है, और वह उन अधिकारियों की पहचान कर सकती हैं जिन्होंने उन्हें मारा था.

राव ने यह भी दावा किया कि उन्हें खाना नहीं दिया गया और धमकाया गया. उन्होंने पत्र में दावा किया, “एक अधिकारी ने कहा कि अगर आप कागजों पर हस्ताक्षर नहीं करेंगी, तो हम आपके पिता का नाम उजागर कर देंगे और उनकी पहचान बताएंगे, जबकि हमें पता है कि उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है.”

एक्ट्रेस ने पत्र में आरोप लगाया, “मैंने 50-60 टाइप किए हुए पन्नों और लगभग 40 खाली पन्नों पर हस्ताक्षर किए थे क्योंकि मैं “भारी दबाव, तनाव और शारीरिक हमले का सामना कर रही थीं; कागजों पर साइन डीआरआई अधिकारियों द्वारा जबरदस्ती लिए गए.”

रान्या राव अभी जेल में हैं और वह वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी व डीजीपी के. रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं।

इस मामले ने पूरे देश में काफी चर्चा बटोरी है. पत्र में कहा गया कि उन्हें हवाई जहाज से सीधे गिरफ्तार किया गया था, न कि हवाई अड्डे के टर्मिनल से, जैसा कि डीआरआई के दस्तावेजों में दावा किया गया है.

रान्या राव ने आगे कहा, “उन्होंने मुझे हवाई जहाज के अंदर से पकड़ा, और मेरी गिरफ्तारी के समय से लेकर मुझे अदालत में पेश किए जाने तक, अधिकारियों ने मुझे 10-15 बार चेहरे पर मारा और थप्पड़ मारे, जिन्हें मैं पहचान सकती हूं.”

यह दावा करते हुए कि उनके द्वारा साइन किए गए सभी दस्तावेज दबाव में थे, उन्होंने आरोप लगाया कि डीआरआई की घटनाओं का ब्योरा वास्तविकता से मेल नहीं खाता.

उसने पत्र में कहा, “जैसा कहा जा रहा है, कोई महाजर नहीं बनाया गया, न ही मेरी तलाशी ली गई, न ही मुझसे कुछ बरामद हुआ.

दिल्ली से आए कुछ लोगों ने, जो अधिकारी होने का दावा कर रहे थे, मुझे स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि कुछ अन्य यात्रियों की हिफाजत करें और मुझे झूठा फंसाया.”

सोना तस्करी केस में ये पत्र महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि यह बेंगलुरु की विशेष अदालत द्वारा रान्या राव की जमानत याचिका खारिज करने के एक दिन बाद सामने आया है.

डीआरआई ने तीन मार्च को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रान्या के पास से 12.56 करोड़ रुपए मूल्य की सोने की छड़ें जब्त की थीं.

अधिकारियों ने बताया था कि बाद में उनके आवास से 2.06 करोड़ रुपए मूल्य के सोने के आभूषण और 2.67 करोड़ रुपए भारतीय मुद्रा भी बरामद की गई.

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