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मोगा। (moga mla amandeep kaur civil hospital ac refrigerator scam) पंजाब से भ्रष्टाचार मुक्त करने की सीएम भगवंत मान की मुहिम को झटका लगा है।

आम आदमी पार्टी की विधायक डॉ. अमनदीप कौर अरोड़ा पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप मोगा के पूर्व हेल्थ सुपरवाइज़र महिन्द्रपाल लूंबा ने लगाए हैं। आरोपों के साथ साथ लूंबा ने सबूत भी पेश किए हैं।

पंजाब के मोगा जिले की आप विधायक डॉ. अमनदीप कौर अरोड़ा एसी और फ्रिज घोटाले में उलझ गई हैं। मोगा के पूर्व हेल्थ सुपरवाइजर महिन्द्रपाल लूंबा ने उन पर गंभीर आरोप लगाया है कि उसे मोगा से इसलिए हटा दिया गया है, क्योंकि उसके पास मोगा सिविल अस्पताल में चल रहे भ्रष्टाचार के कई सबूत थे।

लूंबा ने विधायक अमनदीप पर आरोप लगाया कि विधायक आवास में सिविल अस्पताल के एयर कंडीशन (एसी) लगाए गए हैं। इन आरोपों के बाद 6 बिल भी मीडिया के सामने आए हैं।

यह बिल एसएमओ मोगा के नाम से बने हुए हैं। यह बिल अकालसर रोड मोगा जनता इलेक्ट्रॉनिक शॉप के हैं।

इसी दुकान से यह सामान सिविल अस्पताल में डिलीवर हुआ, लेकिन अस्पताल में कहीं कोई एसी या फ्रिज नहीं लगा। इन बिलों में 13-13 हजार के 2 फ्रिज भी हैं।

इन तारीखों को डिलीवर हुआ सामान

पहला और दूसरी एसी लॉयड कंपनी का 15 अगस्त 2022 और 17 अगस्त 2022 को स्टेपलाइजर के साथ प्रति 33 हजार यानी कुल 66 हजार में डिलीवर हुआ।

तीसरा एसी 18 अगस्त 2022 को केल्विनेटर डेढ़ टन साथ में स्टेपलाइजर कीमत 37 हजार में सिविल अस्पताल के पते पर डिलीवर हुआ।

चौथा AC डेढ़ टन हायर कंपनी का 29 अगस्त 2022 स्टेपलाइजर सहित अस्पताल में भेजा गया।

इसी तरह 30 जून 2022 और 26 जुलाई 2022 को र्व्लपूल के 2 फ्रिज सिविल अस्पताल के नाम डिलीवर हुए। सूत्रों के मुताबिक, इन 6 बिलों की अभी तक पेमेंट नहीं हुई है।

लूंबा ने लगाए एसएमओ पर 3 लाख रिश्वत देने के आरोप

लूंबा ने मोगा में पोस्टिंग के बदले एसएमओ पर 3 लाख रुपए रिश्वत देने के भी आरोप लगाए। विधायक अमनदीप अरोड़ा पहले ही लूंबा के आरोपों को निराधार बता चुकी हैं।

दूसरी ओर सुखप्रीत बराड़ ने भी कहा था कि उन्होंने लूंबा के खिलाफ उनकी छवि खराब करने के लिए पुलिस शिकायत दर्ज करवाई है।

बराड़ ने कहा था कि यह आदमी (लूंबा) मोगा सिविल अस्पताल का कर्मचारी भी नहीं है। वह सिविल सर्जन कार्यालय में कार्यरत था।

मेरे पैरों में 80% विकलांगता है और फिर भी मैं अपना कर्तव्य पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ किया है।

मैं जनवरी 2021 से मोगा में एसएमओ हूं। वह विधायक के साथ अपने झगड़े के कारण ही इस मुद्दे में मेरा नाम घसीट रहे हैं।

मोगा में तैनाती के लिए मैंने कभी कोई रिश्वत नहीं दी।’ यह मेरी शारीरिक विकलांगता के कारण है कि मुझे अपने गृहनगर में तैनात किया गया है।

एसएमओ ने कहा था कि उन्होंने लूंबा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए SSP को एक लिखित शिकायत सौंपी है, जो उनके खिलाफ निराधार आरोप लगा रहा है।

 

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