Prabhat Times
चंडीगढ़। (Liquor can become cheaper in Punjab from this day, this is the plan of AAP govt) पंजाब में जल्द ही शराब सस्ती हो सकती है। पंजाब सरकार द्वारा आम जनता के लिए हितकारी नई शराब पॉलिसी तैयार कर रही है। अगर सब कुछ सही रहा तो नई पॉलिसी 1 जुलाई से लागू हो सकती है।
नई पॉलिसी के लिए जो प्लानिंग चल रही है उससे स्पष्ट है कि आम जनता को शराब और बीयर काफी सस्ते दामों पर मिलेगी।
बता दें कि पंजाब में सत्तासीन आप सरकार द्वारा शुरू से ही दावा रहा है कि ऐसी पॉलिसी लाएंगी, जिसमें सरकार का भी रैविन्यू बढ़े और ठेकेदारों का भी नुकसान न हो। इसके साथ साथ शराब के शौकीन लोगों को भी सस्ती शराब उपलब्ध करवाई जा सके।
इसके लिए पंजाब सरकार द्वारा आम जनता की राए के साथ साथ इस कारोबार से जुड़े वरिष्ठ लोगों एक्साईज़ विभाग के अनुभवी अधिकारियों के एक्सपीरियेंस का फायदा लिया जा रहा है।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक एक जुलाई से पंजाब में लागू की जाने वाली एक्साइज पॉलिसी में अंग्रेजी शराब का फिक्स कोटा सिस्टम खत्म किया जा सकता है। इससे पंजाब में अंग्रेजी शराब और बियर की कीमतों में भारी गिरावट आने की संभावना है।
एक्साइज विभाग की तरफ से तैयार की जा रही एक्साइज पालिसी में अंग्रेजी शराब की बिक्री के लिए शराब ठेकेदारों के लिए लाइसेंस सिस्टम लागू किया जा सकता है। इसमें ठेकेदारों से एकमुश्त फीस वसूली जाएगी।
लाइसेंस के एवज में ठेकेदार अंग्रेजी शराब और बियर की खुली बिक्री कर सकने में सक्षम होंगे। लाइसेंस सिस्टम लागू कर देने से शराब ठेकेदारों पर शराब का फिक्स कोटा बेचने की बाध्यता खत्म हो जाएगी और वह अपनी सुविधा के मुताबिक शराब की मात्रा की बिक्री कर सकेंगे।
मौजूदा एक्साइज पॉलिसी के मुताबिक शराब ठेकेदारों को विभाग की तरफ से फिक्स किए गए शराब के कोटे को खरीदना ही पड़ता है।
अगर कोटे के मुताबिक शराब की बिक्री न भी हो पाए तो भी विभाग की तरफ से संबंधित शराब ठेकेदार से शराब की बिक्री पर वसूली जाने वाली फीस ले ली जाती है। ऐसे में कई बार शराब ठेकेदारों को नुकसान भी उठाना पड़ता है।
आधी हो सकती हैं शराब की कीमतें
नई पालिसी के मुताबिक ठेकेदारों को नुकसान से बचाने के लिए शराब की बिक्री को प्रोत्साहित किया जाएगा।
नई पालिसी में इस बात की प्रबल संभावना है कि शराब के ऊपर वसूली जाने वाली एक्साइज ड्यूटी कम की जा सकती है।
ऐसे में शराब की कीमत कम होगी और बिक्री में इजाफा होगा। कयास ही लगाए जा रहे हैं कि शराब की कीमत मौजूदा कीमतों से लगभग आधी हो सकती हैं।
दस हजार करोड़ रुपये राजस्व का लक्ष्य
एक्साइज पॉलिसी में शराब की बिक्री से दस हजार करोड़ राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य निर्धारित करने पर विचार किया जा रहा है।
मौजूदा समय में एक्साइज से प्रतिवर्ष लगभग सात हजार करोड राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य निर्धारित है।
एक्साइज विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कोटा सिस्टम की बजाए लाइसेंस सिस्टम लागू किए जाने की प्रबल संभावना है।
पॉलिसी के मुताबिक शराब ट्रकों की बिक्री लाटरी की बजाए ई-टेंडरिंग के जरिए करवाई जाएगी। नई नीति को आगामी 20 जून को होने वाली कैबिनेट मीटिंग में रखा जाएगा।
Subscribe YouTube Channel
Prabhat Times
Click to Join Prabhat Times FB Page
https://www.facebook.com/Prabhattimes14/
Join Telegram
https://t.me/prabhattimes14
ये भी पढ़ें
- सिख जत्थेबंदियो के लिए MHA ने जारी की एडवाइजरी
- जालंधर में इस बड़ी Chemical Industry में भीषण आग, धमाकों से दहला ईलाका
- पंजाब के CM Bhagwant Mann ने मंत्रियों को दी ये चेतावनी
- Mobile World में GST रेड से हुए बड़े खुलासे, ऐसे होता है GST चोरी
- कमिश्नरेट जालंधर के EOW विंग में विजीलैंस की रेड, पकड़ा गया ये भ्रष्ट थानेदार
- गर्मी से मिलेगी राहत! देश में इस दिन दस्तक देगा मानसून
- सरकार देगी आम आदमी को मंहगाई से राहत, सस्ता होगा ये सब
- बड़ी खबर! Texas के School में फायरिंग, 18 छात्रों समेत 21 की मौत
- IPS अधिकारियों की सिनियोरिटी लिस्ट में बड़ा फेरबदल, जल्द DIG प्रोमोट होंगे ये अधिकारी