Prabhat Times

Preet Suji

जालंधर। (Jalandhar Lok Sabha By Election Voter Mood) जालंधर में चुनावी दंगल शुरू हो चुका है। जालंधर लोकसभा उप चुनाव सिर्फ जीत हार की लड़ाई नहीं बल्कि राजनीतिक दलों के लिए वर्चस्व की लड़ाई बन चुकी है।

इस उप चुनाव के नतीजों का असर आने वाले कुछ माह में राज्य में होने वाले नगर निगम चुनावों पर भी होना तय है। ऐसी संभावनाओं के चलते हर राजनीतिक दल जोड़-तोड़, भाग दौड़ में लगा हुआ है।

खैर कुछ भी हो, कांग्रेस हो या भाजपा, अकाली-बसपा हो या फिर कोई राजनीतिक कद्दावर। चुनाव तिथि नज़दीक आने के साथ-साथ बेशक वोटर फिलहाल कुछ खास नहीं बोल रहा लेकिन ‘वोटर मूड’ फिलहाल मौजूदा सरकार द्वारा किए गए जनहित कार्यों की फेवर में जाता दिख रहा है।

किसी भी राजनीतिक दल के पास अभी तक आम आदमी पार्टी द्वारा पंजाबियों को दी गई रियायतों खास कर बिजली ‘जीरो’ की की कोई काट नज़र नहीं आ रही है।

बात माईनिंग माफिया के खात्मे की हो या फिर हाईवे पर सरेआम लूट मचाने वाले टोल प्लाज़ा को बंद करने की। बात स्वास्थ्य सेवाओँ की हो या शिक्षा स्तर की। या फिर सबसे बड़ी राहत बिजली बिल ज़ीरो की बात करें।

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और सीएम भगवंत मान द्वारा पंजाब हित में किए गए इन कार्यों को लेकर फिलहाल किसी भी राजनीतिक दल के पास कोई काट नज़र नहीं आ रही है।

किसी भी पार्टी या नेता के पास जनहित में किए गए इन कार्यों के सवालों का कोई जवाब नहीं है। कांग्रेस सिंपथी कार्ड खेल रही है तो भाजपा का नेतृत्व वोटरों तक पहुंचना तो दूर जालंधर में नेताओं और वर्करों के बीच की दूरी खत्म करने में असमर्थ दिख रहा है।

जबकि पंजाब की राजनीति के हाशिए पर आ चुकी अकाली-बसपा गठबंधन सही मायने में दोनो पार्टियां एकजुट होकर अपने आस्तित्व की तलाश में है।

इन हालातों में स्पष्ट है कि आम आदमी पार्टी की फिलहाल इन राष्ट्रीय और रिजनल पार्टीयों के पास कोई काट नहीं है। ऐसा नहीं कि ये पार्टी सत्ता में है और आम धारणा है कि जो पार्टी सत्ता में होती है तो उसे लाभ मिलता है। लेकिन ये धारणा आम आदमी पार्टी ने गल्त साबित कर दिया है।

चुनावों में आप को फायदा सत्ता पक्ष में होने का नहीं बल्कि जनहित में किए गए कार्यों का होता नज़र आ रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य और आम जनता के कंधो से आर्थिक बोझ घटाने के कारण वोटर मूड आप की फेवर में जा रहा है।

विरोधी या आलोचक कुछ भी कहें, लेकिन जब घरों के बिल जीरो आते हैं तो इसका किसी भी विरोधी या आलोचक के पास जवाब नहीं है। सिर्फ एक साल में ही आम आदमी पार्टी द्वारा जनहित में गए कार्य आप केंडीडेट सुशील रिंकू का विजय रथ रोकने में फिलहाल कोई भी राजनीतिक दल सक्षम नहीं दिख रहा है।

Click Here

Join Whatsapp Link for Latest News

खबर ये भी हैं…


Subscribe YouTube Channel

Prabhat Times

Click to Join Prabhat Times FB Page

https://www.facebook.com/Prabhattimes14/

Join Telegram

https://t.me/prabhattimes1