Prabhat Times
जालंधर। (Bhupinder Honey will remain in ED custody) पंजाब में विधानसभा चुनावों से पहले ईडी द्वारा की गई बड़ी कार्रवाई से राजनीति में हड़कंप मचा हुआ है. पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपेंद्र हनी की गिरफ्तारी से पंजाब कांग्रेस विरोधी राजनीतिक पार्टियों के निशाने पर है. बीती रात गिरफ्तार किए गए भूपेंद्र हनी को आज दोपहर ईडी द्वारा जालंधर की अदालत में पेश किया गया. अदालत ने सुनवाई के दौरान भूपेंद्र हनी को 8 फरवरी तक रिमांड पर भेजा है. अदालत में भूपेंद्र हनी से पूछताछ के लिए 14 दिन का रिमांड मांगा था. लगभग 1 घंटे से ज्यादा समय तक हुई बहस के बाद अदालत ने भूपेंद्र हनी को 8 फरवरी तक रिमांड पर भेज दिया.
पता चला है कि अवैध माइनिंग के इस मामले में नामजद कुदरत दीप सिंह बी दो-तीन बार ईडी अधिकारियों के समक्ष पेश हो चुके हैं. सूत्रों के मुताबिक ईडी टीम द्वारा भूपेंद्र हनी के मोबाइल लैपटॉप अन्य दस्तावेज लगातार खंगाले जा रहे हैं. तकनीकी ढंग से मोबाइल और लैपटॉप की जांच करवाई जा रही है. सूत्रों के मुताबिक ईडी टीम को भूपेंद्र होने के खिलाफ काफी दस्तावेज अब तक मिल चुके हैं. अदालत से मिले रिमांड के बाद अब ईडी द्वारा भूपेंद्र हनी से लगातार पूछताछ की जाएगी और जांच में सामने आ रहे तथ्यों को वेरीफाई किया जाएगा.
बता दें कि बीती रात पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपेंद्र सिंह को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था. ईडी ने भूपेंद्र सिंह को जालंधर स्थित कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया था.
ईडी ने भूपेंद्र सिंह से 7-8 घंटों तक पूछताछ की और इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. ईडी ने लुधियाना, मोहाली और हरियाणा के पंचकूला में दबिश दी थी. उस दौरान ईडी ने भूपेंद्र के ठिकानों से 10 करोड़ रुपये नगद, जरूरी दस्तावेज 21 लाख रुपये से ज्यादा की कीमत का सोना और 12 लाख रुपये की रोलेक्स घड़ी बरामद की थी.
सूत्रों ने बताया कि अवैध खनन मामले में पंजाब के मोहाली, लुधियाना, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब और पठानकोट सहित अन्य शहरों में मंगलवार को दर्जनभर ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की गई थी, जो बुधवार तड़के खत्म हुई. उन्होंने बताया कि यह छापेमारी धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत की गई थी और इस दौरान जांच एजेंसी ने बड़ी संख्या में दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए.
ईडी की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि छापेमारी की कार्रवाई कुदरतदीप सिंह, द पिंजोर रॉयल्टी कंपनी और उसके साझेदारों, कंवरमहीप सिंह, मनप्रीत सिंह, सुशील कुमार जोशी, जगवीर इंदर सिंह, रणदीप सिंह, प्रोवाइडर्स ओवरसीज कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड व उसके निदेशकों तथा शेयरधारकों के खिलाफ की गई, जिनमें भूपेंद्र सिंह और संदीप कुमार शामिल हैं.
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