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जालंधर। (Bhupinder Honey made big revelation in ED custody)  पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे भूपेंद्र हनी ने 4 दिन की आईडी हिरासत में बड़े खुलासे किए हैं. बरामद 10 करोड़ संबंधी खुलासा हुआ है कि यह रकम पंजाब में अधिकारियों के तबादलों और माइनिंग से कमाई गई है.
उधर 4 दिन का रिमांड खत्म होने के पश्चात आज ईडी ने भूपेंद्र हनी को अदालत में पेश किया. भूपेंद्र हनी से पूछताछ में सामने आए तथ्यों को ईडी द्वारा अदालत में बताया गया. तथ्यों के आधार पर ईडी ने अदालत से भूपेंद्र हनी का और 3 दिन का रिमांड मांगा. सुनवाई के बाद अदालत ने भूपेंद्र हनी 3 दिन के रिमांड पर ईडी को सौप दिया.
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. ईडी की पूछताछ में उनके भांजे भूपिंदर सिंह हनी ने मान लिया है कि उसके और सहयोगियों के पास से मिली 10 करोड़ रुपये की राशि उसने अवैध रेत खनन के साथ ही अधिकारियों के तबादलों व पोस्टिंग करवा कर इकट्ठी की है.
ईडी द्वारा बयान में कहा गया है कि कुदरतदीप और संदीप ने हुई पूछताछ में उन्होंने कहा कि जब्त की गई 10 करोड़ रुपये की धनराशि भूपिंदर सिंह हनी से ही संबंधित हैं. इसके बाद ईडी ने हनी से भी पूछताछ की तो उसने माना कि यह राशि अवैध खनन से संबंधित है लेकिन बाद में उसने जांच में सहयोग नहीं किया.
इसके बाद ईडी ने हनी को तीन फरवरी को जांच के लिए बुलाया था. इसके साथ ही ईडी ने हनी से कहा कि वह 10 करोड़ रुपये से संबंधित दस्तावेज साथ लेकर आए. भूपिंदर सिंह हनी वे दस्तावेज नहीं पेश कर सका. इसके बाद ईडी ने जालंधर में पूछताछ के दौरान ही उसे गिरफ्तार कर लिया था. चार फरवरी को उसे अदालत में पेश कर चार दिन का रिमांड हासिल किया था. आज मंगलवार को हनी को ईडी की टीम अदालत में पेश करके आगे की कार्रवाई के लिए रिमांड पर लेने की कोशिश करेगी.
उल्लेखनीय है कि 18 जनवरी को ईडी की टीम ने हनी, उसके दोस्त व पार्टनर कुदरतदीप सिंह तथा संदीप कुमार के ठिकानों पर छापामारी कर 10 करोड़ रुपये की धनराशि बरामद की थी. इसके बाद इस बात को लेकर जांच शुरू की गई कि एमएस प्रोवाइडर ओवरसीज कंसलटेंट प्राइवेट लिमिटेड के संचालक कुदरतदीप व भूपिंदर सिंह हनी पुत्र संतोख सिंह तथा संदीप कुमार पुत्र कस्तूरी लाल में से 10 करोड़ रुपये किसके थे.
मनी लांड्रिंंग के मामले में ईडी ने यह कार्रवाई शहीद भगत सिंह नगर के राहों पुलिस थाने में दर्ज एफआइआर के आधार पर शुरू की थी। सात मार्च, 2018 को दर्ज एफआइआर में इस बात का जिक्र था कि माइनिंग तथा जिला प्रशासन व पुलिस की टीमों की संयुक्त कार्रवाई में अवैध रेत खनन किया जा रहा है तथा निर्धारित एरिया से बाहर जाकर रेत खनन के अलावा अवैध रूप से कई टिप्पर, ट्रक व मशीनें मौके पर काम कर रही थीं।

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