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श्री आनंदपुर साहिब। पंजाब के कैबिनेट मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस ने आज कहा कि पंजाब सरकार ने श्री गुरु तेग़ बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित समागमों में शामिल होने और तख्त श्री केसगढ़ साहिब में नतमस्तक होने के लिए बड़ी संख्या में पहुंचने वाली संगतों की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए पवित्र नगरी श्री आनंदपुर साहिब में सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की अगुवाई वाली पंजाब सरकार के सभी वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों ने 25 अक्टूबर को गुरुद्वारा सीस गंज साहिब में अरदास करने के बाद श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित समागमों की श्रृंखला शुरू की थी।

समागमों की शुरुआत करते हुए गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब में कीर्तन दरबार सजाया गया जिसमें मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल शामिल हुए थे।

इसी तरह पूरे प्रदेश के सभी 23 जिलों में लाइट एंड साउंड शो करवाए गए तथा बाबा बकाला, अमृतसर और पटियाला में कीर्तन दरबार सजाए गए।

19 नवंबर को गुरुद्वारा छेवीं पातशाही, श्रीनगर से नगर कीर्तन सजाया गया जिसमें मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान भी शामिल हुए।

यह नगर कीर्तन जम्मू, पठानकोट, दसूहा, होशियारपुर, महिलपुर और गढ़शंकर होते हुए 22 नवंबर को गुरुद्वारा श्री सीस गंज साहिब, श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेगा।

उन्होंने कहा कि माझा-दोआबा रूट पर एक और नगर कीर्तन 22 नवंबर को गुरुद्वारा श्री संगत सर पाठवाल (गुरदासपुर) से सजाया जायेगा जो बटाला, बाबा बकाला, श्री अमृतसर साहिब, तरनतारन, गोइंदवाल साहिब, कपूरथला, करतारपुर, जालंधर, फगवाड़ा, बंगा, नवांशहर और बलाचौर होते हुए 22 नवंबर को श्री सीस गंज साहिब, श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेगा।

इसी तरह मालवा-1 रूट पर एक और नगर कीर्तन 20 नवंबर को किला मुबारक (बाबा शेख फरीद यादगारी स्थान), फरीदकोट से सज कर फिरोजपुर, मोगा, जगराओं, लुधियाना, खन्ना, सरहिंद, फतेहगढ़ साहिब, मोरिंडा, चमकौर साहिब और रूपनगर होते हुए 22 नवंबर को श्री सीस गंज साहिब, श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेगा।

इसी तरह मालवा-2 रूट पर एक और नगर कीर्तन 20 नवंबर को तख्त श्री दमदमा साहिब, तलवंडी साबो से शुरू होकर बठिंडा, बरनाला, संगरूर, पटियाला, राजपुरा, बनूड़, साहिबजादा अजीत सिंह नगर, कुराली, रूपनगर होते हुए 22 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेगा।

उन्होंने कहा कि 23 नवंबर को बाबा बुढ्ढा दल छावनी के पास गुरुद्वारा साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब का आरंभ होगा जिसमें मुख्यमंत्री सहित अन्य गणमान्य लोग शामिल होंगे।

इसी दिन मुख्यमंत्री वीरासत-ए-खालसा यादगार में गुरु तेग़ बहादुर जी के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। उसी दिन मुख्य पंडाल बाबा बुढ्ढा दल छावनी में प्रदेश सरकार द्वारा सर्वधर्म सम्मेलन आयोजित किया जाएगा

जिसमें गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी, डॉ. रब्बी इज़कील इसाक मालेकर (यहूदी), भिक्खू संघसेना जी (बुढ्ढा), स्वामी चिदानंद सरस्वती जी, आचार्य डॉ. लोकेश मुनी जी (जैन), राजयोगी डॉ. बिन्नी सरीन जी (ब्रह्माकुमारी), हाजी सैयद सलमान चिश्ती जी (मुस्लिम), महंत ज्ञानदेव जी (निर्मल अखाड़ा), सैयद अफसर अली निज़ामी (मुस्लिम), परमपूज्य मुक्तानंद बापू जी तथा महंत संपूर्णानंद जी (पंचगनी अखाड़ा) सहित अन्य प्रमुख धार्मिक नेता शामिल होंगे।

स. बैंस ने कहा कि 24 नवंबर को कीरतपुर साहिब से भाई जैता जी की यादगार तक सीस भेंट नगर कीर्तन सजाया जाएगा।

साथ ही श्री आनंदपुर साहिब में (गुरुद्वारा भोरा साहिब-शीश गंज साहिब-गुरु तेग़ बहादुर संग्रहालय-तख्त श्री केसगढ़ साहिब-किला आनंदगढ़ साहिब- वीरासत-ए-खालसा में समाप्त) हेरिटेज वॉक आयोजित की जाएगी।

भाई जैता जी की यादगार पर विधानसभा का विशेष सत्र भी होगा। इसी तरह चरण गंगा स्टेडियम में गतका, टेंट पेगिंग, ढाल-तलवार मुकाबले, शस्त्र प्रदर्शन, सिमरन और स्वॉर्ड फ्यूजन आदि कार्यक्रम होंगे। इसी तरह विरासत-ए-खालसा में 23 से 29 नवंबर तक रोजाना ड्रोन शो आयोजित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इसी प्रकार 25 नवंबर को श्री अखंड पाठ साहिब जी के भोग उपरांत, बाबा बुड्ढा दल छावनी के मुख्य पंडाल में सरबत दा भला एकत्रता समागम आयोजित किया जाएगा।

प्रदेश सरकार द्वारा इन समागमों में शामिल होने के लिए पवित्र नगरी में आने वाली लाखों संगतों की सुविधा के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं।

समागमों के दौरान भारी संख्या में वाहनों की आमद के प्रबंधन के लिए एक संरचित तीन-स्तरीय पार्किंग प्रणाली (श्रेणी ए, बी और सी) लागू की गई है।

उन्होंने कहा कि श्रेणी ए पार्किंग मुख्य समागम स्थलों के सबसे निकट स्थित है, जो आने-जाने के सुचारू प्रबंधों को सुनिश्चित करती है।

श्रेणी बी पार्किंग मुख्य समागम स्थलों से मध्यम दूरी पर स्थित है और यहां से संगतों के आने-जाने के लिए शटल सेवा सुनिश्चित की गई है, जबकि श्रेणी सी पार्किंग केंद्रीय स्थानों के निकट भीड़ को रोकने के लिए परिधीय क्षेत्र(पैरीफिरल ज़ोन) के रूप में कार्य करती है।

सभी पार्किंग स्थल सीसीटीवी निगरानी, रोशनी, बैरिकेडिंग, ट्रैफिक मार्शल, स्पष्ट संकेत और मोबाइल शौचालयों से सुसज्जित हैं।

मुख्य धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थानों के आसपास मौजूदा पार्किंग स्थलों को भी इस योजना में शामिल किया गया है।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पार्किंग जोनों से मुख्य स्थलों तक संगतों के सुचारू और संगतों के निर्विघ्न आवागमन के लिए बड़े पैमाने पर शटल परिवहन योजना लागू की गई है।

संगतों की सेवा के लिए तैनात बेड़े में 500 ई-रिक्शा, 150 मिनी-बसें, 25 फोर्स अर्बनिया वैनें, 15 कारें, 20 टाटा ऐस वाहन और बुजुर्गों तथा दिव्यांग संगतों की सहायता के लिए 10 गोल्फ कार्ट शामिल हैं।

शटल सेवाएं पार्किंग स्थलों और गुरुद्वारा श्री केसगढ़ साहिब, विरासत-ए-खालसा, मुख्य पंडाल, टेंट सिटी तथा हेल्प डेस्क पॉइंट्स के बीच संगतों को आने-जाने की सुविधा प्रदान करेंगी।

सिस्टम की पूर्ण निगरानी एकीकृत कंट्रोल सेंटर के माध्यम से की जाएगी, जिसमें समर्पित पिक-अप पॉइंट, साइनेज और वॉलंटियर्स द्वारा मार्गदर्शन शामिल है।

स. हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि निर्विघ्न यातायात प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए रिकवरी वैनों और क्रेनों की व्यवस्था की गई है।

आने वाली संगतों को सुरक्षित, कुशल और सुव्यवस्थित समन्वय के साथ परिवहन प्रदान करने के लिए पार्किंग और शटल सेवाएं तैयार की गई हैं।

तीन-स्तरीय पार्किंग प्रणाली, व्यापक शटल बेड़े और रियल-टाइम निगरानी के माध्यम से प्रदेश सरकार का उद्देश्य 350वें शहीदी दिवस समारोहों में शामिल होने वाली सभी संगतों के लिए सुचारू आवाजाही और सकारात्मक अनुभव सुनिश्चित करना है।

इसी तरह गुरू तेग़ बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित समागमों के दौरान संगत की भारी आमद को सुविधाजनक बनाने के लिए जिला प्रशासन, रूपनगर द्वारा दो प्रमुख टेंट सिटीज़ – ‘चक्क नानकी निवास’ टेंट सिटी और ‘भाई मती दास निवास’ टेंट सिटी स्थापित की जा रही हैं, जिनमें लगभग 10,000 संगत के ठहरने की व्यवस्था की गई है।

81 एकड़ में फैली ये टेंट सिटीज़ समागम में शामिल होने वाली संगत के ठहरने को सुविधाजनक बनाती हैं। इन टेंट सिटीज़ में प्रतिदिन 9,520 संगत के ठहरने की व्यवस्था है, जिनमें 4-बैडों और 16-बैडों वाली यूनिटें शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि यह योजना संगतों की इक्ट्ठ वाले मुख्य स्थलों तक सुचारू पहुंच, आवागमन और एकत्रता को सुनिश्चित करती है। संगतों की सुविधा के लिए दो टेंट सिटीज़ तैयार की जा रही हैं।

चक्क नानकी निवास टेंट सिटी (टेंट सिटी-1) गढ़शंकर-श्री आनंदपुर साहिब रोड पर गांव चंदेसर में और भाई मती दास निवास टेंट सिटी (टेंट सिटी-2) कीरतपुर साहिब-श्री आनंदपुर साहिब रोड पर गांव झिंजरी में तैयार की जा रही हैं।

दोनों टेंट सिटीज़ आवश्यक और आरामदायक सुविधाओं से लैस हैं ताकि आने वाली संगत के लिए सुरक्षित और सम्मानजनक ठहराव सुनिश्चित किया जा सके।

उन्होंने कहा कि इन टेंट सिटीज़ की मुख्य विशेषताओं में हाई-स्पीड वाई-फाई, शौचालय एवं स्नानघर सुविधाएं, निरंतर जलापूर्ति, सीसीटीवी निगरानी, आम आदमी क्लीनिक (दिन-रात ओपीडी, लैब टेस्ट, दवाइयां), रियल-टाइम जानकारी के लिए एलईडी स्क्रीन और संकेत युक्त आंतरिक सड़कें शामिल हैं।

स्वास्थ्य, स्वच्छता और सुरक्षा पर विशेष जोर दिया जा रहा है तथा रोजाना फॉगिंग, डिसइन्फेक्शन, जल नमूने लेना और स्वच्छता अभियान सफाई और स्वच्छता सुनिश्चित करेंगे। मुख्य स्थानों पर मोबाइल शौचालय, स्नान वैन, जल टैंकर रखे गए हैं।

अन्य सुविधाओं में एम्बुलेंस की तैनाती और 24 घंटे एकीकृत कंट्रोल रूम के साथ तत्काल चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित करना शामिल है।

कनेक्टिविटी और परिवहन के लिए शटल सेवाएं, ई-रिक्शा और अन्य यातायात प्रबंध टेंट सिटीज़ को गुरुद्वारा श्री केसगढ़ साहिब, विरासत-ए-खालसा, मुख्य पंडाल क्षेत्र, पार्किंग स्थलों और हेल्प डेस्क से जोड़ेंगे। टेंट सिटीज़ में यातायात की निगरानी जिला-स्तरीय एकीकृत कंट्रोल सेंटर के माध्यम से की जाएगी।

उन्होंने कहा कि ये टेंट सिटीज़ इस ऐतिहासिक समागम के दौरान संगत के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।

ठहरने की सुव्यवस्थित व्यवस्था, चिकित्सा सहायता, नागरिक सुविधाएं और सुरक्षा प्रबंधों के साथ ये टेंट सिटीज़ आने वाली संगत के लिए आरामदायक, सुरक्षित और आध्यात्मिक अनुभव सुनिश्चित करेंगी।

टेंट सिटीज़ इन यादगार समागमों में हिस्सा लेने के लिए पवित्र नगरी में आने वाली संगत को आरामदायक और अनूठा अनुभव प्रदान करेंगी।

उन्होंने कहा कि श्री आनंदपुर साहिब में नौवें सिख गुरु श्री गुरु तेग़ बहादुर जी की 350वीं शहीदी दिवस को समर्पित समागमों के लिए सुचारु और सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित करने हेतु पंजाब पुलिस ने सुरक्षा, सुविधा तथा ट्रैफिक प्रबंधन के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं।

श्री आनंदपुर साहिब में 23 से 25 नवंबर, 2025 तक आयोजित होने वाले स्मृति समागमों में विश्व भर से भारी संख्या में संगत के पहुंचने की उम्मीद है।

इन समागमों के दौरान किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोकने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मजबूत सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।

इन समागमों के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में 8,000 से अधिक पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं ताकि संगत की सुरक्षा, आवागमन और सुविधा सुनिश्चित की जा सके। अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

शहर के सभी आने-जाने वाले स्थानों पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (एएनपीआर), पीटीजैड और फेशियल रिकग्निशन कैमरे लगाए गए हैं तथा निगरानी ड्रोनों का भी उपयोग किया जा रहा है।

पूरे क्षेत्र को योजनाबद्ध तरीके से 25 सेक्टरों में बांटा गया है। प्रत्येक सेक्टर में सब-कंट्रोल रूम और हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं ताकि कुशल प्रबंधन सुनिश्चित हो सके।

संगत की सुविधा के लिए व्यापक ट्रैफिक और लॉजिस्टिक योजनाएं बनाई गई हैं, जिनमें सभी स्थानों व टेंट सिटीज़ के लिए 24 घंटे शटल सेवाएं शामिल हैं।

इसके अलावा इक्ट्ठ़ के सुचारु प्रवाह के लिए स्मार्ट बैरिकेडिंग सिस्टम को रणनीतिक रूप से लागू किया जा रहा है।

निर्विघ्न ट्रैफिक प्रबंधन और संगत को न्यूनतम असुविधा के लिए जिला पुलिस ने आइआइटी रोपड़ के सहयोग से रियल-टाइम मॉनिटरिंग के साथ पार्किंग ज़ोन की मैपिंग की है तथा संगत के मार्गदर्शन व कुशल ट्रैफिक प्रबंधन के लिए यह व्यवस्था की गई है।

देश भर से आने वाली संगत की सुविधा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्नत निगरानी ग्रिड, ट्रैफिक समन्वय और मजबूत फील्ड निगरानी प्रणाली को सक्रिय किया गया है।

संगत के लिए सुचारु, सुरक्षित और आध्यात्मिक रूप से पूर्ण अनुभव सुनिश्चित करने हेतु समर्पित हेल्प डेस्क, जन सुविधाएं और रियल-टाइम मॉनिटरिंग सहित तकनीक-आधारित सुविधा प्रणालियां स्थापित की गई हैं।

साथ ही किसी भी आपात स्थिति के लिए व्यापक योजनाएं तैयार हैं, जिनमें संगत की सुचारु आवाजाही, रिकवरी वैन तथा मोहल्ला क्लीनिक व रैफरल अस्पतालों जैसी चिकित्सा सेवाएं शामिल हैं।

पुलिस बल की तैनाती को सुचारु बनाने के लिए क्यूआर कोड के माध्यम से ब्रीफिंग की व्यवस्था की गई है तथा अत्यधिक भीड़ वाले एवं संवेदनशील स्थानों पर महिला पुलिस और वर्दीधारी सिविल कर्मचारियों को भी रणनीतिक रूप से तैनात किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि किसी भी अनहोनी को रोकने व निपटने के लिए रोपड़ जिले और आसपास के स्नैचरों से संबंधित डेटा को फेशियल रिकग्निशन सिस्टम से जोड़ा गया है।

सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे हर नागरिक की सुविधा व अधिकारों का ध्यान रखते हुए इस पवित्र अवसर पर अपनी ड्यूटी पूर्ण संवेदनशीलता, नम्रता और सम्मान के साथ निभाएं।

पवित्र नगरी में सुरक्षा पहले से ही बढ़ा दी गई है और शहर में 24 घंटे चौकसी बरती जा रही है, जिसके लिए पुलिस अधिकारियों की विभिन्न गश्त पार्टियां लगाई गई हैं।

उन्होंने कहा कि इसी के साथ अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से श्री गुरु तेग़ बहादुर जी के जीवन और दर्शन को बेहतरीन ढंग से प्रदर्शित करने के लिए 23 से 29 नवंबर तक विरासत-ए-खालसा यादगार में शानदार ड्रोन शो आयोजित किया जा रहा है।

प्रदेश सरकार की इस महत्वपूर्ण पहल का उद्देश्य प्रदेश की नौजवान पीढ़ी को अत्याधुनिक तकनीक के जरिए श्री गुरु तेग़ बहादुर जी की शिक्षाओं से परिचित कराना है।

यह शो प्रदेश सरकार द्वारा श्री गुरु तेग़ बहादुर जी को एक विनम्र श्रद्धांजलि है, जिसका उद्देश्य गुरु साहिब के जीवन, दर्शन और अनुपम बलिदान के बारे में सभी को जागरूक करना है।

उन्होंने कहा कि इस शो के माध्यम से ‘हिंद दी चादर’-नौवें गुरु श्री गुरु तेग़ बहादुर जी द्वारा प्रदर्शित धर्म निरपेक्षता, मानवतावाद और आत्म-बलिदान की भावना के उच्च आदर्शों की जानकारी दी जाएगी।

यह शो संगत को गहरा अनुभव प्रदान करेगा कि किस प्रकार गुरु जी ने धर्म की आज़ादी के अधिकार और मानवीय एवं धर्म निरपेक्ष मूल्यों की रक्षा के लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया।

यह शो गुरु साहिब के सर्वाेच्च बलिदान पर प्रकाश डालेगा, जो अपने आप में एक महान एवं अनूठी मिसाल है और ज़ुल्म व अत्याचार के खिलाफ डटकर मुकाबला करने तथा अडिग रहने का प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में दर्ज श्री गुरु तेग़ बहादुर जी की बाणी एकता, आपसी भाईचारे, बहादुरी, धार्मिकता और दया-भावना का उपदेश देती है, जिसे इस शो के माध्यम से बहुत ही खूबसूरत ढंग से प्रदर्शित किया गया है।

श्री गुरु तेग़ बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस की याद में आयोजित किए जा रहे इस शो के जरिए संगतें गुरु तेग़ बहादुर जी की महानता की झलकियां देखेंगी।

विरासत-ए-खालसा में आयोजित किए जा रहे इस आउटडोर शो के माध्यम से विभिन्न भागों में गुरु साहिब के जीवन और उनके दर्शन को रंगीन विजुअल प्रोजेक्शन, उन्नत लेजर तकनीक और मनमोहक साउंडट्रैक के प्रयोग से एक अनोखे और अत्यंत सुंदर अंदाज में दर्शाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि महान सिख गुरुओं की चरण-छोह प्राप्त इस पवित्र नगरी में 24 नवंबर को पहली बार अपनी तरह का पहला पंजाब विधान सभा सत्र चंडीगढ़ से बाहर भाई जैता जी मेमोरियल में होगा।

यह विशेष सत्र मुख्यमंत्री की अगुवाई वाली पंजाब सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे यादगारी समागमों का हिस्सा है और इस सत्र में कई ऐतिहासिक फैसले लिए जाने की उम्मीद है।

विधान सभा सत्र करवाने के लिए पहले से ही सुचारु योजना बना ली गई है तथा भाई जैता जी मेमोरियल को खूबसूरती से सजाया जा रहा है। इस ऐतिहासिक एवं प्रतिष्ठित समागम की सफलता के लिए पहले से ही विस्तृत प्रबंध कर लिए गए हैं।

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