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Chandigarh चंडीगढ़। (punjab health department has issued an advisory) राज्य में चल रही कोल्ड वेव और कोहरे के बीच पंजाब सेहत विभाग ने भी लोगों को अलर्ट रहने की एडवाइजरी जारी की है।

सेहत विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि सबसे पहले मौसम विभाग द्वारा शीत लहर व कोहरे को लेकर दी जाने वाली चेतावनी पर नियमित नजर रखें।

चेतावनी फोन, इंटरनेट या अखबारों से मिलेगी। घर पर सर्दियों के कपड़ों का उचित स्टाक रखें। ताकि फ्लू और अन्य बीमारियों से बचा जा सके।

वहीं, घर के बुजुर्ग और बच्चों का खास ख्याल रखें। साथ ही अकेले रहने वाले पड़ोसियों, खासकर बुजुर्गों, बच्चों पर नियमित संपर्क में रहें।

पंजाब में शीत लहर का प्रकोप जारी है। मौसम विभाग ने बीते दिन ही पंजाब में कोहरे व शीत लहर को लेकर अलर्ट  है।

वहीं, आज पूर्वी मालवा में घने कोहरे के चलते विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो चुकी है।

यही हालात अमृतसर, जालंधर व आसपास के जिलों का भी है। वहीं, पंजाब के अधिकतर इलाकों में आज न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम रहने का ही अनुमान है।

मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी मालवा के लुधियाना, पटियाला, रूप नगर व संगरूर में मध्यरात्रि से ही घना कोहरा छा चुका है।

इसके अलावा अमृतसर, तरनतारन, पठानकोट, जालंधर, होशियारपुर, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब पटियाला में मौसम विभाग ने ओरेंज अलर्ट जारीकर रखा है।

दिन चढ़ने के साथ-साथ यहां भी घना कोहरा छाने लगा है और विजिबिलिटी कम होने लगी है।

एडवाइजरी – विटामिन-सी से भरपूर खाना खाएं

सेहत विभाग के मुताबिक शीत लहर के मौसम में जहां तक हो सके घरों के अंदर ही रहें। ज्यादा जरूरी होने पर घर से निकलें। गर्म कपड़े पहनने की कोशिश करें।

कपड़े ज्यादा टाइट नहीं होने चाहिए। ऐसे में खून के प्रवाह पर असर पड़ता है। खुद को ड्राई रखें, यदि गीला होते भी हैं तो अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियों को बचाकर रखें।

क्योंकि ठंड इन्हीं से शरीर को लगती है। शरीर को ठंड से बचाने के लिए टोपी और मफलर का उपयोग करना चाहिए।

इंसुलेटेड व वाटरप्रूफ जूते पहनने की कोशिश करें। ऐसे मौसम में खाने की अहम भूमिका रहती है।

शरीर में पर्याप्त रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए विटामिन-सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं। अपनी त्वचा को मॉइस्चराइज करें।

इन संकेतों को न करें नजरअंदाज

ठंड के लक्षणों में जैसे कि शरीर का सुन्न होना, हाथ-पैर की अंगुलियों, कान का सफेद या फीका रंग हो जाना है। ऐसे हालात में सावधान रहना चाहिए।

जुकाम की चपेट में लंबे समय तक रहने से चमड़ी फीकी पड़ जाती है। ठंड से प्रभावित क्षेत्रों में कोसे पानी का प्रयोग करें। शरीर के कांपने को नजरअंदाज न करें।

यह पहला संकेत है शरीर की गर्मी कम हो रही है। साथ ही जल्दी ही वापस आने के संकेत हैं।

पालतू जानवरों व पशु का रखें ख्याल

सर्दी के मौसम में पालतू जानवरों को घर के अंदर ले जाएं। इसी तरह, पशुधन या घरेलू पशुओं को भी ठंड से बचाना चाहिए।

शीत लहर के गंभीर संपर्क से हाइपोथर्मिया हो सकता है। शरीर के तापमान में कमी जिससे कंपकंपी हो सकती है।

ऐसे में डॉक्टरी सलाह तुरंत लें

बोलने में कठिनाई, नींद आना, मांसपेशियों में अकड़न, भारी सांस लेना, कमजोरी आदि फील हो तो ऐसे में डाक्टरी सलाह लें।

प्रभावित व्यक्ति को तब तक कोई तरल पदार्थ न दें, जब तक वह पूरी तरह सतर्क न हो जाएं।

कार्बन मोनोऑक्साइड को रोकने के लिए अपर्याप्त वेंटिलेशन वाले बंद कमरों में लकड़ी, मोमबत्तियां और कोयला न जलाएं।

खाने से पहले अपने भोजन को ठंडा और गर्म न करें। ठंड से शरीर में कई दिक्कतें आती हैं। वहीं, सेहत विभाग की मेडिकल हेल्पलाइन 104 का प्रयोग करें।

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