Prabhat Times
चंडीगढ़। (punjab farmer leaders will contest punjab polls 2022) विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले पंजाब की सियासत में किसानों ने बड़ा धमाका किया है। दिल्ली बॉर्डर पर कामयाब आंदोलन कर लौटे किसान संगठनों ने चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। राज्य के 32 में से 25 किसान संगठन अब राजनीति में सीधे शामिल होंगे। इसके लिए संयुक्त समाज मोर्चा बनाया गया है। उनकी ओर से BKU राजेवाल के नेता बलबीर सिंह राजेवाल मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे। इससे पहले चंडीगढ़ में मीटिंग हुई। इसके बाद किसानों ने यह घोषणा की।
किसान नेता हरमीत कादियां ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा अलग-अलग सोच वाले लोगों से बना था। पंजाब लौटने पर स्वागत हुआ और लोगों की हमसे उम्मीदें बढ़ गई है। हम पर दबाव था कि अगर आप दिल्ली मोर्चा जीत सकते हो तो पंजाब को भी सुधार सकते हो। जनता की आवाज सुनते हुए नया संयुक्त मोर्चा शुरू कर रहे हैं। 22 संगठनों ने फैसला लिया है। 3 संगठन और हमारे साथ जल्द जुड़ जाएंगे।
किसान नेता बलबीर राजेवाल ने कहा कि पंजाब की हालत देखकर लोगों का दबाव है। लोग फोन कर रहे हैं कि चुनाव लड़ने का फैसला करो। यह मोर्चा सभी सभी सीटों पर लड़ेगा। पंजाब के हितैषियों से बातचीत होगी। उन्होंने कहा कि हम पंजाब के गंदे सिस्टम को सुधारेंगे।
आम आदमी पार्टी से हो रही बातचीत
किसान नेताओं की आम आदमी पार्टी से बातचीत चल रही है। इसमें वह गठजोड़ कर चुनाव लड़ना चाहते हैं। यह भी चर्चा है कि राजेवाल और युवा नेता हरमीत कादियां आम आदमी पार्टी से भी चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, इसको लेकर संयुक्त किसान मोर्चा में मतभेद होने लगा है। चुनाव से दूर किसान नेताओं का कहना है कि किसान संगठन चुनाव लड़ें, लेकिन पंजाब SKM का नाम न लें।
खन्ना से चुनाव लड़ सकते हैं राजेवाल
सूत्रों के मुताबिक, पंजाब के दिग्गज किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल के आम आदमी पार्टी की टिकट पर खन्ना से चुनाव लड़ने की संभावना है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि पार्टी ने अब तक CM चेहरे की घोषणा नहीं की है। खन्ना में राजेवाल के नए CM के पोस्टर तक लग चुके हैं। हालांकि, वे चुनाव लड़ने की बात से इनकार कर चुके हैं।
चढ़ूनी ने बढ़ाई पंजाब के संगठनों की चिंता
पंजाब के किसान संगठनों की बड़ी चिंता हरियाणा के किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी हैं। उन्होंने पंजाब चुनाव लड़ने की खुली घोषणा की है। चढ़ूनी ने कुछ दिन पहले ही चंडीगढ़ में संयुक्त संघर्ष पार्टी बनाने की घोषणा की। चढ़ूनी ने इसे मिशन पंजाब का नाम दिया है।
अगर चढ़ूनी पंजाब की सियासत में सक्रिय हुए तो उन्हें किसान आंदोलन से राज्य में बने माहौल का फायदा मिल सकता है। इससे पंजाब के किसान संगठन चिंतित थे। इसके बाद अब उन्होंने भी चुनाव लड़ने का दांव खेला है। सोशल मीडिया पर यह पोस्ट शेयर की जा रही कि किसान 35 से 45 सीटों पर AAP के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। बलबीर राजेवाल AAP और किसानों के संयुक्त CM चेहरा होंगे
ये यूनियन चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं
किसान संगठनों की शुक्रवार को लुधियाना के मुल्लापुर में मीटिंग हुई थी। इसमें पंजाब के 7 किसान संगठनों कीरती किसान यूनियन, क्रांतिकारी किसान यूनियन, BKU-क्रांतिकारी, दोआबा संघर्ष कमेटी, BKU सिद्धुपुर, किसान संघर्ष कमेटी, जय किसान आंदोलन ने चुनाव पर असहमति जताई। उन्होंने बाकी किसान संगठनों को भी SKM का बैनर इस्तेमाल न करने को कहा है।
BKU क्रांतिकारी के प्रधान सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि हम चुनाव नहीं लड़ रहे। प्रेशर ग्रुप की तरह काम करते रहेंगे। किसान नेता दर्शनपाल ने कहा कि कुछ संगठन चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं। वह मंत्री और MLA बनना चाहते हैं। हालांकि हमारी क्रांतिकारी किसान यूनियन आंदोलन पर कायम रहेगी और आगे भी इसी तरह काम करेगी।
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