Prabhat Times

कोटकपुरा। (priyanka gandhi in kotkapura for punjab assembly election 2022) कांग्रेस (Congress) नेता प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने पंजाब के कोटकपुरा (Kotkapura) में ‘नवी सोच नवा पंजाब’ नाम से एक रैली को संबोधित किया.
प्रियंका ने कहा, ‘हमारी यहां 5 साल से सरकार है. यह सही बात है कि पिछली सरकार में कुछ कमियां थीं. क्योंकि कई नेता रास्ते मे भटक गए.’ उन्होंने बिना नाम लिए पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) पर हमला बोलते हुए कहा, ‘पिछली वाली कांग्रस की सरकार पंजाब से चलनी बंद हो गई थी. उस सरकार का पूरा कंट्रोल दिल्ली से होने लगा था. दिल्ली में पंजाब सरकार का नियंत्रण कांग्रेस पार्टी नहीं, बल्कि BJP कर रही थी.’
उन्होंने कहा, ‘वह जो छुपी हुई सांठगांठ थी अब वह खुले में आ गई. इसलिए हमें सरकार बदलनी पड़ी.’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘पिछले 5 साल से पंजाब में कांग्रेस की सरकार है. हालांकि इस सरकार ने पंजाब से काम करना बंद करके, बीजेपी द्वारा दिल्ली से काम करना शुरू कर दिया था. यह छिपा हुआ गठबंधन जब सबके सामने आया, तब चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया.’

चन्नी ने 100 दिन में अच्छा काम किया

कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने कहा कि पंजाब में कैसी सरकार चाहते हैं 100 दिनों में काम करने वाली सरकार या फिर भाषणों की। चन्नी सरकार ने पंजाब की बेहतरी के लिए सौ दिनों में अच्छा काम किया। पानी, बिजली, सीवरेज, बिजली बिल माफ, गौशालाओं में बिजली माफ, पिछड़े वर्ग के बड़े पैमाने पर कर्जे माफ किए गए। अब महिलाओं को 33 फीसद सरकार आरक्षण देना चाह रही है।
प्रियंका ने कहा कि भाजपा व आप विज्ञापन की राजनीति करते है, इससे आपका भला नहीं होने वाला है। आपको एक ऐसी सरकार चाहिए जो कि आपके भविष्य की बेहतरी के लिए काम करे। एक नई सरकार चाहिए तो वह कांग्रेस ही देगी। चन्नी लगातार काम कर रहे हैं। वह तीन-चार बजे रात्रि तक काम कर रहे हैं। पंजाब की मजबूती के लिए चन्नी को एक मौका दें।

आम आदमी पार्टी पर साध निशाना

इस दौरान उन्होंने आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) पर निशाना साधा और कहा कि केंजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी आरएसएस (RSS) से ही निकली है. प्रियंका गांधी ने आप पर हमला बोलते हुए कहा, ‘आम आदमी पार्टी आरएसएस से निकली पार्टी है. AAP ने दिल्ली में शैक्षणिक और स्वास्थ्य संस्थानों के नाम पर कुछ भी नहीं किया है.’ उन्होंने कहा, ‘राजनीतिक दलों और उनके नेताओं के बारे में सच्चाई जानना महत्वपूर्ण है.’

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