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जालंधर में किसानों ने सिद्धू को घेरा, लगाए ये आरोप

चंडीगढ़। (Navjot Sidhu President Punjab Congress) पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने मोगा में हुई कार्यकर्ताओं की बैठक में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) और शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) पर अपनी जमकर भड़ास निकाली है. सिद्धू ने कहा कि आप कहती है कि वह सत्ता में आने पर 300 यूनिट बिजली फ्री देगी और शिअद कहता है कि वह 400 यूनिट बिजली फ्री देंगे. यह बयान और ऐलान तर्कसंगत ही नहीं है. सिद्धू ने कहा, “पंजाब कर्ज में डूबा हुआ है और दोनों पार्टियां लोगों को गुमराह कर रही हैं. ऐसा संभव ही नहीं है, क्योंकि पंजाब सरकार पहले ही 17 रुपये में बिजली खरीद रही है.” उन्होंने कहा कि 2022 में हमारी सरकार बनी तो सरकार द्वारा किए गए समझौतों को रद्द करवाऊंगा और 2 रुपये में बिजली खरीद कर लोगों को 3 रुपये प्रति यूनिट बिजली दूंगा.
सिद्धू ने कहा, “मैं लोगों के साथ झूठे वादे नहीं करूंगा. पंजाब के विकास के लिए मेरा विजन बिल्कुल साफ है.” उन्होंने कहा कि मैंने यह सब बातें मंत्री रहते हुए कैबिनेट में रखी थीं पर मेरी किसी ने नहीं सुनी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने और किसानों को मुफ्त बिजली जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि उनकी सरकार आगामी विधानसभा सत्र में निजी बिजली निर्माण कंपनियों के साथ सभी बिजली खरीद समझौतों को रद्द कर देगी. जिससे उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली की आपूर्ति हो सके. कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि हम तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए विधानसभा में विधेयक भी लाएंगे ताकि उन्हें राज्य में लागू नहीं किया जा सके. उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए खड़ी है.
राज्य सरकार के राजस्व में वृद्धि की आवश्यकता पर बल देते हुए सिद्धू ने कहा कि वह अपनी सरकार से खनन, उत्पाद शुल्क और केबल नेटवर्क नीतियों की समीक्षा करने के लिए कहेंगे ताकि सरकारी कर्मचारियों, मनरेगा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सभी को लाभ देने के लिए राजस्व बढ़ाया जा सके.

जालंधर पहुंचे सिद्धू का किसानों ने किया विरोध

जालंधर में पठानकोट रोड पर डेरा बल्लां आए कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू का किसानों ने जबरदस्त विरोध किया है। किसान पहले ही डेरे के नजदीक पहुंच गए। हालांकि, पुलिस ने किसानों को वहां करीब जाने से रोक दिया। जिसके बाद किसान वहीं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि वो सिद्धू को याद करा रहे हैं कि किसानों का साथ देने के बजाय सिद्धू राजनीति कर रहे हैं। किसानों ने कहा कि सिद्धू के जितने भी दौरे हो रहे हैं, सब वोट बटोरने की चाल है। सिद्धू दोबारा सरकार बनाने के लिए राजनीति कर रहे हैं। अगर उन्हें बिजली समझौतों में गड़बड़ी व महंगे रेट का पता था तो बिजली मंत्री बनकर कार्रवाई क्यों नहीं की? , पंजाब को सस्ती बिजली क्यों नहीं दी?। साढ़े 4 साल चुप रहे और अब दोबारा सरकार बनाने के लिए वोटनीति हो रही है। अगर सिद्धू डेरे में आम श्रद्धालु की तरह आए हैं तो इतनी फोर्स क्यों लगाई गई और इतनी भीड़ क्यों लेकर आए? परिवार के साथ माथा टेकते। सब वोट बैंक जुटाने के लिए यह राजनीति हो रही है।
भारतीय किसान यूनियन राजेवाल कश्मीर सिंह जंडियाला ने कहा कि सिद्धू को किसानों से कोई हमदर्दी नहीं। अगर ऐसा नहीं है तो सिद्धू अब तक आंदोलन में क्यों नहीं गए?। वो चाहें तो वहां बैठ जाएं, चाहे स्टेज पर बोलने का मौका न मिले। उन्होंने कहा कि सिद्धू कानून वापस कराने की बात कर रहे हैं, वो तो किसान करवा ही लेंगे, लेकिन सिद्धू को किसानों के साथ इस तरह झूठ नहीं बोलना चाहिए। अगर वो सिर्फ माथा टेकने आए हैं तो इतने लोग व सुरक्षा के इंतजाम क्यों हैं?

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