Prabhat Times
Chandigarh चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज दक्षिण कोरिया की अग्रणी कंपनियों— डैवू इंजीनियरिंग एवं निर्माण, जी.एस. इंजीनियरिंग एवं निर्माण, नॉन्गशिम, कोरिया रक्षा उद्योग संघ, सियोल व्यवसाय एजेंसी तथा अन्य अनेक कंपनियों—को राज्य में निवेश करने का आमंत्रण दिया।
दक्षिण कोरिया दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने डैवू इंजीनियरिंग एवं निर्माण के चेयरमैन जंग वॉन जू से मुलाक़ात की और नवोन्मेषी ऊर्जा परियोजनाओं-समुद्री पवन ऊर्जा संयंत्र, सौर ऊर्जा संयंत्र तथा हरित हाइड्रोजन उत्पादन—में सहयोग का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि ऊर्जा संबंधी बुनियादी ढाँचे—तरलीकृत प्राकृतिक गैस टर्मिनल, पेट्रो-रासायनिक परिसर, उर्वरक संयंत्र—तथा आधुनिक आवासीय और शहरी विकास परियोजनाओं, स्मार्ट नगर परियोजनाओं, और सड़क, पुल, रेल, बंदरगाह व हवाई अड्डों से संबंधित सिविल ढाँचे में सहयोग की अपार संभावनाएँ हैं।
मुख्यमंत्री ने मॉड्यूलर तथा पूर्व-निर्मित ढाँचों की आधुनिक निर्माण तकनीक में तकनीकी आदान-प्रदान की आवश्यकता पर भी बल दिया ताकि तेज़ और किफायती निर्माण मॉडल विकसित किए जा सकें।
डैवू इंजीनियरिंग एवं निर्माण जैसी विश्वविख्यात अवसंरचना कंपनी के साथ रणनीतिक बैठक के दौरान उन्होंने पंजाब की मजबूत औद्योगिक गति, आधुनिक बुनियादी ढाँचों के निर्माण हेतु चल रहे प्रमुख प्रयासों तथा “निवेश पंजाब” प्रणाली के अंतर्गत विशेष संयुक्त निरीक्षण ढाँचे की जानकारी साझा की।
उन्होंने वैश्विक उद्योग समूह को पंजाब में व्यापक आधारभूत विकास, आधुनिक निर्माण प्रौद्योगिकियों को अपनाने और प्रस्तावित औद्योगिक नगरों में संभावनाओं की खोज करने हेतु प्रोत्साहित किया।
उन्होंने पर्यावरण-अनुकूलता के वैश्विक मानकों के अनुरूप चलने वाली पहलों—ईएसजी प्रतिबद्धताओं और हरित हाइड्रोजन कार्यक्रमों—में साझा प्रयासों पर भी ज़ोर दिया।
इसके बाद हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने जी.एस. इंजीनियरिंग एवं निर्माण के वाइस चेयरमैन यंग हा र्यु से मुलाक़ात की।
उन्होंने सौर, पवन और हाइड्रोजन जैसी नव्य ऊर्जा परियोजनाओं; सड़क, पुल और स्मार्ट नगर जैसी आधारभूत परियोजनाओं; तथा औद्योगिक परिसरों एवं अभिकल्प-खरीद-निर्माण (ई.पी.सी.) सेवाओं के क्षेत्र में समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने मॉड्यूलर निर्माण तकनीक और हरित हाइड्रोजन तथा स्वच्छ ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में विशाल संभावनाओं का उल्लेख किया और राज्य सरकार की ओर से हर प्रकार के सहयोग का आश्वासन दिया।
नॉन्गशिम होल्डिंग्स के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने खाद्य एवं प्रसंस्कृत खाद्य उद्योग में संयुक्त कार्य का प्रस्ताव रखा।
उन्होंने भारतीय स्वादानुसार नवीन त्वरित-पकवान (इंस्टैंट) नूडल्स के नए संस्करण विकसित करने की आवश्यकता बताई, साथ ही भारत की सुपरमार्केट श्रृंखलाओं और ई-वाणिज्य मंचों पर इनके वितरण के विस्तार पर भी चर्चा की।
उन्होंने युवा वर्ग और स्वास्थ्य-सचेत उपभोक्ताओं तक ब्रांड की पहुँच बढ़ाने, स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं के साथ पर्यावरण-हितैषी पैकेजिंग समाधान विकसित करने तथा दीर्घकालिक उपयोग योग्य खाद्य पदार्थ और पौध-आधारित विकल्पों पर अनुसंधान में साझेदारी की वकालत की।
कोरिया रक्षा उद्योग संघ (के डी आई ए) के वाइस चेयरमैन ली सुंग क्यू से बातचीत में मुख्यमंत्री ने रक्षा निर्माण, रक्षा-तकनीक के आदान-प्रदान, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, रोबोटिक्स और मानव-रहित प्रणालियों जैसी उन्नत सैन्य तकनीकों में सहयोग की आवश्यकता पर चर्चा की।
उन्होंने सायबर सुरक्षा तथा कौशल-विकास कार्यक्रमों में साझा प्रयास करके रक्षा निर्माण क्षेत्र में दक्ष जनशक्ति तैयार करने की संभावनाओं पर भी बल दिया।
सियोल व्यवसाय एजेंसी के स्टार्टअप प्रभाग के निदेशक जोंग वू किम के साथ मुलाक़ात के दौरान मुख्यमंत्री ने पंजाब-आधारित नवोन्मेषी उद्यमों को वैश्विक बाज़ार तक पहुँचाने हेतु उनके त्वरक (एक्सलेरेशन) और इंक्यूबेशन कार्यक्रमों में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की।
उन्होंने स्टार्टअप पारिस्थितिकी-तंत्र, अनुसंधान-विकास, नवाचार-संस्कृति तथा उत्पाद-प्रमाणीकरण (जैसे “सियोल पुरस्कार”) में साझेदारी को समय की आवश्यकता बताया।
इसके बाद आयोजित पंजाब में व्यवसाय सुगमता पर गोलमेज़ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने दक्षिण कोरिया की अग्रणी वाणिज्यिक, निवेश और उद्योग कंपनियों—बी.के.एल., यूलचोन, बडट्री प्रबंधन समूह, एस.के. प्रतिभूति, किम एंड चांग, शिन एंड किम, ली एंड को, डेन्टन्स ली, कोरिया अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन, कोरिया रोबोट उद्योग संघ, कोरिया व्यापार-निवेश प्रोत्साहन संगठन, कोरिया ऑटो-भाग उद्योग सहकारी, युआन्टा प्रतिभूति, कैपस्टोन परिसंपत्ति प्रबंधन, एन.एच. निवेश एवं प्रतिभूति, और कोरिया औद्योगिक अर्थशास्त्र एवं व्यापार संस्थान—के प्रतिनिधियों से चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने पंजाब को सर्वाधिक उपयुक्त निवेश स्थान बताते हुए राज्य सरकार द्वारा की गई प्रमुख सुधार पहलों से इन्हें अवगत कराया और उद्योग विकास को और सहज बनाने हेतु सुझाव भी मांगे।
मुख्यमंत्री ने एशिया के सबसे उन्नत नवाचार-केंद्रों में से एक पैंग्यो टेक्नो वैली—जिसे “कोरिया की सिलिकॉन वैली” कहा जाता है—का अवलोकन भी किया। ग्योंगगीदो व्यवसाय एवं विज्ञान त्वरक के अधिकारियों ने उन्हें पैंग्यो के एकीकृत मॉडल, तकनीकी नवोन्मेष, स्टार्टअप संस्कृति और उच्च-मूल्य अनुसंधान की प्रणाली के बारे में जानकारी दी।
उनके अनुसार 1,780 से अधिक कंपनियों, 83,000 पेशेवरों और 25,000 शोधकर्ताओं वाला पैंग्यो विश्व-स्तरीय नवोन्मेषिक क्षेत्र है।
मुख्यमंत्री ने पैंग्यो के संरचित त्वरक कार्यक्रमों, विशेष परीक्षण सुविधाओं और प्रदर्शन-आधारित मूल्यांकन पद्धतियों की विशेष प्रशंसा की और कहा कि मोहाली में भी ऐसे मॉडल अपनाकर स्टार्टअप पारिस्थितिकी, अनुसंधान-विकास और कौशल-आधारित रोजगार को बढ़ावा दिया जा सकता है।
उन्होंने मोहाली को व्यापक विकास देकर उसे नवाचार-केंद्र के रूप में उभारने की आवश्यकता बताई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन विस्तृत संभावनाओं द्वारा पंजाब सरकार ने कोरियाई कंपनियों का स्वागत करने, नवाचार-आधारित औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करने और दीर्घकालिक पारस्परिक साझेदारी मजबूत करने की प्रतिबद्धता और अधिक सुदृढ़ की है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में निर्माण, प्रौद्योगिकी, खाद्य-प्रसंस्करण, अनुसंधान एवं विकास सहित अनेक क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाएँ मौजूद हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सियोल रोड-शो “प्रगतिशील पंजाब निवेशक सम्मेलन-2026” से पूर्व यह सम्पूर्ण कार्यक्रम वैश्विक निवेशकों को पंजाब में तीव्र आर्थिक-औद्योगिक अवसरों से अवगत कराने का एक प्रमुख माध्यम है।
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