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चंडीगढ़। (innocent child Murder Ludhiana) पंजाब के लुधियाना में 2 दिन से लापता बच्चे का रविवार सुबह शव मिल गया। शव नहर में मिला।
उसे उसके ताया ने ही नहर में डुबो कर मारा। परिवार में आपसी फूट के चलते वारदात अंजाम दी गई।
पुलिस गिल नहर से शव निकलवा रही है। आरोपी ताया के खिलाफ केस दर्ज किया है।
बता दें कि 2 दिन पहले जालंधर बाइपास पर ताया स्वर्ण सिंह के साथ फ्रूट लेने गया 7 वर्षीय सहजप्रीत घर वापस नहीं आया था।
पुलिस इस मामले को संदिग्ध मान कर चल रही थी, लेकिन पुलिस ने बच्चे के ताया को हिरासत में लिया था। पिछले 2 दिनों से पुलिस पूछताछ करने में जुटी थी।
पूछताछ के दौरान ताया टूट गया और उसने गुनाह कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर गिल नहर से शव बरामद किया गया।
वहीं इससे पहले बच्चे के परिजनों ने पुलिस पर बेवजह तंग करने और मामले में कोई कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए थे।

मर्डर की वजह, मां कहती थी रामू

आरोपी स्वर्ण सिंह ने पुलिस को बताया कि उसने ये मर्डर इसलिए किया क्योंकि सहज की माता उसे रामू कह कर बुलाती थी।
यही वजह उसके दिमाग में बैठ गई और उसने बदला लेने के लिए सहज को मौत के घाट उतार दिया।
बताते चले कि सहज की मां और उसकी ताई एक ही घर में ब्याही है। इस वजह से भी कई बार परिवार में आपसी फूट रहती थी। आज परिवार के सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल है।
पूरा परिवार अब्दुल्लापुर का रहने वाला है। पुलिस कमिश्नर कौस्तुभ शर्मा ने बताया कि शव मिल चुका है। बच्चे के साथ ताया की कई जगह की फुटेज सामने आई थी।
बच्चे का ताया उसे सतलुज दरिया तक लेकर गया। वहीं फिर किसी गुरूद्वारा साहिब के पास की भी फुटेज मिली थी।
बच्चे के शव नहर में कुछ दूरी पर सफेदे के बीच फसा मिल गया।
वहीं बच्चे को उसकी साइकिल बीच सड़क लावारिस हालत में छो़ड़ कर गाड़ी में बैठाना बड़ा सवाल था, क्योंकि बच्चे को उसकी साइकिल सबसे अधिक प्यारी होती है।
घर आकर ताया किसी को बताता भी नहीं कि बच्चा लापता हो गया। इन सभी बातों से ताया पर शक गहराया था।

बेहतरीन तबला बजाता था सहज

सहज के पड़ोसी बताते है कि सहजप्रीत रोजाना गुरूद्वारा साहिब आता था। छोटी आयु में ही वह बेहतरीन तबला बजाता था। वहीं मोहल्ले के बच्चों का भी रो-रो कर बुराहाल है।
सहज के दोस्त उसकी राह अभी भी देख है और अपने परिवार वालों से पूछ रहे है कि सहज कब आएगा।
इलाके के लोग बताते है सहज का उसके ताया से काफी लगाव था लेकिन उन्हें नहीं पता था कि ताया ही कातिल बनेगा।

5 वर्ष पहले हुआ था ताया के दिमाग का ऑपरेशन

पुलिस मुताबिक करीब 5 वर्ष पहले सहज के ताया आरोपी स्वर्ण के दिमाग का ऑपरेशन भी हुआ है। आरोपी दिमागी तौर पर भी सही नहीं है।
पुलिस को पिछले 2 दिनों से आरोपी स्वर्ण ने काफी इधर-उधर घुमाया।
आरोपी पुलिस से झूठ बोलता रहा कि वह उसे जालंधर बाइपास की तरफ लेकर गया लेकिन असल में आरोपी उसे गिल नहर ले गया और उसने उसे नहर में धक्का दे दिया।

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