Prabhat Times
जालंधर। (gymkhana club Election brother Group) 19 दिसंबर को होने जा रहे जिमखाना क्लब जालंधर के चुनावों के लिए माहौल पूरी तरह गर्मा चुका है। सर्द रातों में गर्म पार्टीज़ चल रही हैं। चुनावों में यूनाईटिड प्रोग्रैसिव व अचीवर्ज़ ग्रुप आमने सामने हैं। लेकिन अगर माहौल देखा जाए तो इस बार जीत का सेहरा किस ग्रुप के सिर सजता है उसके फैसले में क्लब सदस्यों द्वारा गठित ब्रदर ग्रुप अहम भूमिका निभाएगा। क्लब के लगभग 250 सदस्यों द्वारा एकजुट होकर बनाए गए इस ग्रुप की अहम बैठक हो गई है।
आखिर ब्रदर ग्रुप का गठन क्यों हुआ? क्या वजह रही कि क्लब के 200 से ज्यादा सदस्यों ने एकजुट होकर आवाज बुलंद की है। ब्रदर ग्रुप गठित होने की ये वजह सामने आई है कि सदस्यों को नज़रअंदाज़ किया जाता है और खाना-पीना भी नो प्रोफिट नो लॉस की बजाए बाहर के होटलों के रेटों पर उपलब्ध करवाया जाता है। ब्रदर ग्रुप ने स्पष्ट कर दिया गया है कि ग्रुप का समर्थन उसे मिलेगा जो क्लब सदस्यों की फेवर में काम करेगा।
बता दें कि 19 दिसंबर को जिमखाना क्लब के चुनाव है। चुनाव अभियान तेज हो चुका है। लेकिन इसी बीच पहली बार ब्रदर ग्रुप का गठन किया गया है। ब्रदर ग्रुप की बैठक अजय चतरथ की अध्यक्षता में हुई। जिसमें रजनीश शर्मा, अमित कुमार, कंवरजीत कालड़ा, साकेत मल्हौत्रा, विक्रम सहगल, विवेक विज, विशाल सेठी, गुरिन्द्र भाटिया, अमित आनन्द के साथ-साथ विमल सचदेवा, डाक्टर आई.पी.एस. सेठी, परमिन्द्र भाटिया, एडवोकेट राजीव कोहली, डाक्टर रत्न शर्मा, रिशी शर्मा, विजय चत्तरथ समेत क्लब के 200 से ज्यादा प्रतिष्ठित सदस्य मौजूद रहे।
बैठक के बारे में अजय चतरथ ने बताया कि ब्रदर ग्रुप द्वारा कोई चुनाव नहीं लड़े जाएंगे। ग्रुप का गठन सिर्फ और सिर्फ क्लब सदस्यों को पेश आ रही समस्याओं को उठाना और उन्हें हल करवाना है। अजय चतरथ ने कहा कि उनका लक्ष्य क्लब सदस्यों को कम कीमत पर खाना पीना उपलब्ध करवाने के साथ साथ हर सदस्य की रिसपैक्ट दिलवाना है।
एक सवाल के जवाब में अजय चत्तरथ ने कहा कि पिछले समय में देखने में आया है कि जब भी कोई कार्यक्रम होता है तो सिर्फ और सिर्फ प्रथम पंक्ति में खड़े 12-14 पदाधिकारी ही आगे रहते हैं। ऐसी स्थिति में अन्य सदस्यों को नज़र अंदाज़ किया जाता है। इसके साथ ही क्लब में फूड रेट्स होटलों के मैन्यू की तरह हैं। बॉर के रेट्स भी ज्यादा हैं। खाने पीने के रेट्स कम से कम 20 प्रतिशत कम होने चाहिए। रेट्स कम करने से अगर किसी को घाटा होता है तो घाटा वे पूरा करेंगे।
अजय चत्तरथ ने कहा कि उनका मानना है कि क्लब में कमाई की जरूरत नहीं है, सदस्यों को हर सुविधा नो प्रॉफिट, नो लॉस पर मिलनी चाहिए। क्लब कमेटी का उद्देश्य सिर्फ एफ.डी. बनाना ही नहीं बल्कि क्लब सदस्यों को कम कीमतों पर बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करवाना होना चाहिए।
अजय चत्तरथ ने कहा कि ब्रदर ग्रुप द्वारा क्लब में चुनाव मैदान में उतरे प्रोग्रैसिव और अचीवर्स ग्रुप के साथ मीटिंग की जाएगी। जो सदस्यों के हित में किए वायदों पर खरा उतरेगा ब्रदर ग्रुप उस ग्रुप को अपना समर्थन देगा। इसका फैसला चुनावों से एक दिन पहले लिया जाएगा।

United Progressive Group ने की Brother Group से मुलाकात

ब्रदर ग्रुप के गठन का ऐलान होते ही आज दोपहर बाद यूनाईटिड प्रोग्रैसिव ग्रुप के उम्मीदवार गुलशन शर्मा, विपन झांजी, मोनू पुरी ब्रदर ग्रुप के अजय चत्तरथ, रजनीश शर्मा, कंवलजीत कालड़ा, साकेत मल्हौत्रा, विशाल सेठी से मिले।यूनाईटिड प्रोग्रैसिव ग्रुप के उम्मीदवारों ने स्पष्ट किया कि जिन बातों को लेकर ब्रदर ग्रुप इकट्ठा हुआ है, वे समस्याएं पहले से ही उनके ध्यान में है। बीती शाम ही उन्होने ब्रदर ग्रुप की समस्याओं के साथ साथ और भी सुविधाएं देने के लिए चुनाव मैनीफैस्टो घोषित किया है। ब्रदर ग्रुप द्वारा उठाई गई बातें यूनाईटिड प्रोग्रैसिव ग्रुप के चुनाव मैनीफैस्टो में है। गुलशन शर्मा, विपन झांजी और मोनू पूरी ने आश्वस्त किया कि यूनाईटिड प्रोग्रैसिव ग्रुप अपने वायदों से पीछे नहीं हटेगा। ब्रदर ग्रुप के अजय चत्तरथ बताया गया है कि प्रोग्रैसिव ग्रुप द्वारा की गई बातों को अपनी कोर कमेटी और ब्रदर ग्रुप के सभी सदस्यो में रखा जाएगा। उसके बाद ही ब्रदर ग्रुप अपना फैसला लेगी।

“प्रभात प्रीत” का नवंबर एडीशन देखने के लिए क्लिक करें

ये भी पढ़ें