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Jalandhar जालंधर। (ed officers court appearance congress former minister bharat bhushan ashu) पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु को आज ईडी के अधिकारी कड़ी सुरक्षा के बीच जालंधर कोर्ट में पेश किया।

अदालत ने दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद अदालत ने आज आशु को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

हालांकि कहा जा रहा था कि इस मामले में कोर्ट में सबूत पेश करके बड़े खुलासे ईडी कर सकती थी, लेकिन कोर्ट ने सुनवाई के बाद भारत भूषण आशु पर ज्यूडियशल कस्टडी का फैसला दिया है।

ईडी के अधिकारियों ने आशु को पिछले 10 दिनों से रिमांड पर लिया हुआ है।

पिछले 10 दिनों से आशु से लगातार पूछताछ की जा रही है। आशु को ईडी ने 1 अगस्त को गिरफ्तार किया था।

सूत्रों के अनुसार पता चला है कि ईडी ने करीब 5 ऐसे लोगों को तलब किया है जो आशु के बेहद करीबी हैं।

इनमें से कुछ वे लोग भी हैं जिनकी संलिप्तता विजिलेंस ने ट्रांसपोर्ट टेंडर घोटाले में पाई थी।

आने वाले दिनों में जांच सूची में तलब किए जाने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है।

यहां तक ​​कि आशु के कई करीबी लोगों के वित्तीय खातों की भी जांच की जा रही है। अधिकारी कई निवेशकों और फाइनेंसरों से भी पूछताछ करने की तैयारी कर रहे हैं।

LDP केस पर भी अधिकारियों की नजर ​​​​

एलडीपी मामले पर भी अधिकारियों की नजर है। ईडी के अधिकारी आशु के बैंक खातों और विदेशी लेन-देन के रिकॉर्ड पर काम कर रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार ट्रांसपोर्ट टेंडर घोटाले के अलावा ईडी के अधिकारियों ने अब एलडीपी मामले के भी रिकॉर्ड जुटाने शुरू कर दिए हैं।

आने वाले दिनों में इस मामले की भी जांच शुरू होने वाली है। इन दोनों मामलों पर सीबीआई की भी नजर है।

अगर सीबीआई इस मामले की जांच करती है तो आरोपियों पर जांच की गाज गिर सकती है।

28 जुलाई 2022 को LDP केस पर किया था विजिलेंस ने मामला दर्ज

बता दें कि 28 जुलाई 2022 को विजिलेंस ने ऋषि नगर में फ्लैट के लिए प्रस्तावित जमीन पर दिए गए 5 एलडीपी प्लांट नंबर 102, 103, 103, 104, 105 और 106 में हुई धांधली के आरोप में पूर्व चेयरमैन रमन बाला सुब्रमण्यम, ईओ कुलजीत कौर, एसडीओ अंकित नारंग, सेल्स क्लर्क प्रवीन कुमार, क्लर्क गगनदीप और चेयरमैन के पीए संदीप शर्मा के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया था।

22 अगस्त, 2022 को विजिलेंस ने किया था आशु को गिरफ्तार

अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले को लेकर वर्ष 2022 में कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों और ठेकेदारों ने पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु पर कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने और करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए थे। इसकी शिकायत विजिलेंस के पास की थी।

दो महीने की जांच के बाद विजिलेंस ने सबसे पहले ठेकेदार तेलू राम और दो अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था।

बाद में इस मामले में आशु का नाम भी शामिल कर लिया था। 22 अगस्त, 2022 को विजिलेंस ने लुधियाना में छापामारी कर उन्हें सैलून में बाल कटवाते समय गिरफ्तार कर लिया था।

इस मामले में आशु करीब छह माह तक पटियाला जेल में भी बंद रहे हैं।

आरोप है कि अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले में अनाज मंडियों में आरोपित वाहनों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे।

यही नहीं टेंडर लेने से पहले विभाग में वाहनों के गलत नंबर लिखवाए गए थे।

जांच के दौरान पता चला कि जो नंबर लिखवाए थे वह स्कूटर, बाइक जैसे दोपहिया वाहनों के भी थे। यह वाहन अनाज ढुलाई के लिए मान्य ही नहीं थे।

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