Prabhat Times 
जालंधर। डीएवी विश्वविद्यालय (DAV University) की एन.एस.एस. (NSS) इकाई ने पोषण और कुपोषण विषय पर एक वैबिनार का आयोजन कर खाद्य पदार्थों के बारे में चर्चा की। डॉ. प्रेमलता के स्वागत भाषण के बाद गायत्री मंत्र से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
यूनिवर्सिटी के डीन अकादमिक आफिसिएटिंग डॉ. आर. के. सेठ, ने खाद्य रसायन विभाग, आईसीएमआर-राष्ट्रीय पोषण संस्थान, हैदराबाद में वरिष्ठ वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत मुख्य वक्ता डॉ. पारस शर्मा का परिचय कराया।
यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर आफिसिएटिंग डॉ. जसबीर ऋषि ने स्पीकर का स्वागत किया और कुपोषण की समस्या से निपटने में पोषक तत्वों के महत्व पर जोर दिया। वैबिनार में जीएनडीयू, एलपीयू, सीडीएलयू सिरसा, मणिपाल विश्वविद्यालय, एमिटी विश्वविद्यालय जैसे विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्रों और संकायों सहित १५० प्रतिभागियों ने भाग लिया।
मुख्य वक्ता डॉ. पारस शर्मा ने संतुलित आहार के महत्व, सही खाने और फिट रहने और खाए जाने वाले भोजन के हमारे शरीर पर प्रभावों के बारे में बताया। भोजन के पीछे के विज्ञान को समझने की कोशिश में सभी छात्र बेहद सक्रिय और उत्साही रहे। पूरा सत्र बहुत ही संवादात्मक और ज्ञानवर्धक रहा। उन्होंने कहा कि आज जिस दौर में हम गुजर रहे हैं, उसमें उचित व सही खान पान ही लाभदायक है।
एनएसएस इकाई की समन्वयक डॉ. स्मृति खोसला ने वाइस चांसलर डॉ. जसबीर ऋषि, रजिस्टरार डॉ. के.एन. कौल और डीन अकादमिक डॉ. आर. के. सेठ का शैक्षणिक गतिविधियों के आयोजन में उनकी निरंतर प्रेरणा और समर्थन के लिए धन्यवाद किया।
उन्होंने वैबिनार के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए एनएसएस इकाई के सभी कार्यक्रम अधिकारियों डॉ. आशुतोष, डॉ. ममता, सुश्री विद्या, सुश्री निशि, श्री पंकज, डॉ. राहुल और डॉ. प्रेमलता का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने विभिन्न संस्थानों के सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए सत्र का समापन किया।

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