Prabhat Times
New Delhi नई दिल्ली। (canada work permit expiry 7 lakh international students have to leave country next year) कनाडा में जस्टिन ट्रूडो की सरकार प्रवासियों को लेकर सख्त नजर आ रही है।
ऐसे में भारत से गए छात्रों समेत 7 लाख विदेशी छात्रों का भविष्य खतरे में है।
कनाडा में 2025 के अंत तक लगभग 50 लाख अस्थायी परमिट खत्म होने वाले हैं।
ऐसे में कनाडा के आव्रजन अधिकारियों को उम्मीद है कि परमिट खत्म होने के बाद ज्यादातर प्रवासी कनाडा छोड़ देंगे।
कनाडा के आव्रजन मंत्री मार्क मिलर ने इस सप्ताह की शुरुआत में इस बात की जानकारी दी है।
इन 50 लाख परमिटों में से 7 लाख परमिट विदेशी छात्रों के हैं जो हाल ही में ट्रूडो सरकार के प्रवासी विरोधी नीतियों की वजह से चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
गौरतलब है कि ऐसे वर्क परमिट आम तौर पर नौ महीने से तीन साल के लिए जारी किए जाते हैं।
ये डिप्लोमा या डिग्री वाले विदेशी छात्रों को देश में परमानेंट रेजिडेंसी के आवेदन के लिए जरूरी कार्य अनुभव प्राप्त करने की अनुमति देते हैं।
मिलर ने कहा है कि कनाडा सीमा सेवा एजेंसी उल्लंघन करने वालों की सख्ती से जांच करेगी।
उन्होंने जानकारी दी है कि सभी अस्थायी प्रवासियों को जाने की जरूरत नहीं होगी।
मिलर ने कहा, “कुछ को नए या पोस्टग्रेजुएट वर्क परमिट दिए जाएंगे।”
पिछले महीने की शुरुआत में मिलर ने चिंता व्यक्त की कि छात्र बड़ी संख्या में कनाडा में रहने के लिए आवेदन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा था कि वे फर्जी आवेदकों को बाहर निकालने की प्रक्रिया में तेजी लाएंगे।
कनाडा ने बढ़ाई आवेदन और प्रोसेसिंग फीस
पंजाबियों को कनाडा ने एक और झटका दिया है।
आपको बता दें कि कनाडा ने आज यानि 1 दिसंबर से कनाडा आने वाले विजिटर, वर्करों और विद्यार्थियों के कई तरह के आवदनों के लिए आवेदन और प्रोसेसिंग फीस बढ़ा दी है।
इसका सबसे अधिक असर पंजाब के उन लोगों पर होगा जो कनाडा में पढ़ाई या किसी संस्था में काम कर रहे हैं।
कनाडा में डिपार्टमेंट ऑफ इमिग्रेशन, रिफ्यूजी एंड सिटीजनशिप (IRCC)ने अस्थाई निवासियों के लिए कई तरह के आवदनों की फीस बढ़ा दी है।
इनमें अस्थायी निवासी स्थिति आवेदन (विजिटर, वर्करों और विद्यार्थियों के लिए), कनाडा लौटने के लिए आधिकारिक आवेदन, आपराधिक पुनर्वास आवेदन (गंभीर अपराधों सहित) और अस्थायी निवासी परमिट (TRP)आवेदन शामिल हैं।
इससे पंजाब मूल के युवा सबसे अधिक प्रभावित होंगे।
कनाडा सरकार द्वारा फीस में बढ़ोतरी का सीधा बोझ विद्यार्थियों और वर्क परमिट धारकों पर है।
स्टडी वीजा विशेषज्ञ का कहना है कि फीस बढ़ोतरी का सीधा असर पंजाब से कनाडा जाने वाले छात्रों पर पड़ेगा।
इससे पहले पंजाब के लोग ये फीस बड़ी मुश्किल से भरते थे क्योंकि कनाडा जाने की एक साल की पढ़ाई और अन्य खर्च 25 से 30 लाख रुपये तक पहुंच गए हैं।
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