Prabhat Times
जालंधर। पंजाब कांग्रेस में कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder Singh) और नवजोत सिद्धू (Navjot Sidhu) को लेकर कांग्रेसियों में वॉर और तेज हो चुकी है। पिछले कुछ दिनों में जैसे ही हाईकमान नवजोत सिद्धू को प्रधान घोषित करने के करीब पहुंचता है तो कैप्टन अमरिंदर सिंह नया दांव खेल देते हैं। बीती शाम भी नवजोत सिद्धू को प्रधान बनाने का फैसला किसी भी क्षण लिए जाने की खबरों के बीच ही कैप्टन ने दांव खेल दिया कि जब तक सिद्धू माफी नहीं मांगते वे नहीं मिलेंगे। कैप्टन के इस ब्यान के बाद सिद्धू के नाम की घोषणा फिर टल गई।
इसी बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक और दांव खेल दिया है। कई सालों से कैप्टन के विरोधी रहे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और सांसद प्रताप सिंह बाजवा के साथ सीटिंग की है। कैप्टन से मिलने के पश्चात आज प्रताप सिंह बाजवा दिल्ली पहुंचे हैं। दिल्ली में बाजवा द्वारा लोक सभा और राज्य सभा के एम.पी. को लंच पर बुलाया है। चर्चा है कि इन सांसदो द्वारा सोनिया गांधी से मिलने के लिए भी समय मांगा है। उधर, कैप्टन -बाजवा के सुर मिलने के साथ ही नवजोत सिद्धू द्वारा भी पंजाब के विधायकों को मिलने का क्रम जारी है और आज सुबह कुछ विधायकों के साथ नाश्ता पॉलिटिक्स की है। आज सुबह ही नवजोत सिंह सिद्धू ने जहां पंजाब में कांग्रेस के विधायकों और नेताओं के साथ नाश्ता किया तो वहीं दूसरी तरफ कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिल्ली में कांग्रेस सांसदों की टीम उतार दी. खबर है कि सभी सांसदों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने का समय मांगा है.
जाखड़ ने सोमवार को बुलाई बैठक
पंजाब कांग्रेस में चल रही खींचतान के बीच प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने 19 जुलाई को पार्टी विधायकों और जिलाध्यक्षों की अत्यावश्यक बैठक बुलाई है। बैठक दोपहर 3 बजे पंजाब कांग्रेस भवन चंडीगढ़ में होगी। जाखड़ ने कहा कि इस बैठक में सभी विधायक और जिलाध्यक्ष एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजेंगे कि पंजाब के संबंध में पार्टी आलाकमान जो भी निर्णय लेगा वह पूरे संगठन को मान्य होगा। इसके साथ ही यह भी अपील की जाएगी कि पंजाब के संबंध में वे जो भी निर्णय लेना चाहते हैं, वह शीघ्रता से लिया जाए ताकि पार्टी पंजाब के लोगों से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों को जल्द से जल्द हल कर सके।
सुखपाल खैहरा समेत 10 MLA ने किया कैप्टन का समर्थन
पंजाब कांग्रेस में चल रही खींचतान के बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के समर्थन में 10 विधायकों ने बयान जारी किया है। उन्होंने आलाकमान से कैप्टन अमरिंदर सिंह को निराश नहीं करने का आग्रह किया, जिनके अथक प्रयासों के कारण पार्टी पंजाब में अच्छी तरह से खड़ी है। विधायकों ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि आलाकमान का विशेषाधिकार है, लेकिन पिछले कुछ महीनों के दौरान पार्टी का ग्राफ कम हुआ है। विधायकों ने कहा कि 1984 में दरबार साहिब पर हमले और देश में अन्य जगहों पर सिखों के नरसंहार के बाद भी कैप्टन अमरिंदर सिंह के कारण ही पार्टी पंजाब में सत्ता पर काबिज हुई है।
बता दें कि, जिन 10 विधायकों ने बयान जारी किया है, उनमें सुखपाल सिंह खैरा (विधायक भुलत्थ), हरमिंदर सिंह गिल (विधायक पट्टी), फतेह बाजवा (विधायक कादियान), गुरप्रीत सिंह जीपी (विधायक बस्सी पठाना), कुलदीप सिंह वैद्य (विधायक गिल), बलविंदर सिंह (विधायक श्री हरगोबिंदपुर), संतोख सिंह भलाईपुर (विधायक बाबा बकाला), जोगिंदरपाल (विधायक भोआ), जगदेव सिंह कमालू (विधायक मौड़) और पीरमल सिंह खालसा (विधायक भदौर) शामिल है।
इन सांसदो ने अख्तियार किए विरोधी सुर
बाजवा की इस मुलाकात के बाद श्री आनंदपुर साहिब से सांसद मनीष तिवारी, अमृतसर से सांसद गुरजीत औजला व लुधियाना से सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने भी ट्वीट के जरिए सिद्धू विरोधी सुर अख्तियार कर लिए हैं। सिद्धू के विरोध में अब पंजाब कांग्रेस की टकसाली लॉबी यानी लंबे समय से कांग्रेस में जुड़े कांग्रेसी इकट्ठा होने लगे हैं। इसके अलावा यह भी सवाल उठाया जा रहा है कि CM (कैप्टन अमरिंदर सिंह) व प्रधान (संभावित नवजोत सिद्धू) एक ही जिले यानी पटियाला से क्यों?। बाकी जिलों का प्रतिनिधित्व कहां गया?।
मनीष तिवारी …. उम्मीद है बाजवा-कैप्टन मिलकर अगले चुनाव के लिए अच्छी टीम बनाएंगे
मनीष तिवारी ने कैप्टन व बाजवा की बैठक की फोटो ट्वीट करते हुए लिखा कि दोनों को साथ देखकर अच्छा लग रहा है। प्रताप बाजवा को वो 1983 से जानते हैं और उन्हें उम्मीद है कि कैप्टन के साथ मिलकर वो आगे यानी 2022 विधानसभा चुनावों के लिए अच्छी टीम तैयार करेंगे।
सांसद औजला व बिट्टू ने जट्ट सिख को प्रधान बनाना है तो बाजवा क्यों नहीं? को री-ट्वीट किया
सांसद गुरजीत औजला ने एक ट्वीट को री-ट्वीट किया है। इस ट्वीट में लिखा है कि सिद्धू के प्रधान बनने पर बाजवा कैसा महसूस कर रहे होंगे?। अगर किसी जट्ट सिख को ही प्रधान बनाना था तो बाजवा उसके लिए बेहतर चॉइस थे क्योंकि राहुल गांधी ने उन्हें CM बनाने की कोशिश की थी। रवनीत बिट्टू ने भी बाजवा समर्थित इस ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए कहा है कि इसके बारे में बात तो करनी बनती है।
तिवारी के करीबी दीवान ने पहले हिंदू और अब एक ही जिले से CM व प्रधान का मुद्दा उठाया
मनीष तिवारी के करीबी पवन दीवान ने पहले ट्वीट किया कि प्रदेश व यूथ कांग्रेस के प्रधान और CM व कैंपेन कमेटी चेयरमैन के तौर पर जट्ट सिख होंगे तो हिंदू कहां है?। अब उन्होंने पूछा कि CM व प्रधान एक ही जिले से क्यों क्योंकि सिद्धू व कैप्टन पटियाला से ही हैं।
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