Prabhat Times
जालंधर। (BJP leader illegal Building central Town, Jalandhar) पंजाब की जनता का विश्वास जीतने के लिए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी चाहे दिन रात एक कर रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी कुछ ऐसे हैं जो सी.एम.  चन्नी के स्वच्छ प्रशासन के सपनों को चूर चूर कर रहे हैं। ऐसी ही उदाहरण अब जालंधर में देखने को मिल रही है। जालंधर के सैंट्रल टाऊन ईमारत को लेकर विवाद गहरा चुका है। मामला सी.एम. दरबार भी पहुंच चुका है, लेकिन शायद जालंधर नगर निगम अधिकारियों को सी.एम. दरबार तक का खौफ नहीं है।
बता दें कि कुछ दिन पहले सैंट्रल टाऊन मे साबुन फैक्ट्री के निकट भाजपा के एक वरिष्ठ नेता की बहुमंजिली ईमारत को लेकर विवाद खड़ा हुआ। आरोप है कि ये बहूमंजिली ईमारत नियमों को ताक पर रख कर बनाई गई। इस ईमारत को लेकर जब शिकायत हुई तो पहले तो नगर निगम अधिकारियों ने सिर्फ एक फ्लोर सील करके पल्ला झाड़ लिया, लेकिन जब मामला सी.एम. दरबार पहुंचा तो पूरी बिल्डिंग सील की गई। नगर निगम की फाईलों में ये ईमारत सील है।
इस मामले में आज हैरान करने वाला खुलासा हुआ। शिकायतकर्ता कुलदीपक सिंह ने फिर से नगर निगम अधिकारियों को शिकायत दी है कि सील बंद ईमारत में काम चल रहा है। कुलदीप सिंह का कहना है कि कुछ दिन पहले ईमारत सील की गई थी। लेकिन अब ईमारत पर पर्दे लगाकर अंदर काम चल रहा है। इस शिकायत के पश्चात एक बार फिर निगम अधिकारी हरकत मे हैं। सीलबंद ईमारत में काम चलना नगर निगम के अधिकारियों की नीयत पर सवालिया निशान लगाता है। इस मामले में या तो निगम अधिकारियों की मिलीभगत है या फिर लापरवाही।
कुलदीप सिंह ने शिकायत दे कर कार्रवाई की मांग की है। इसके साथ ही कुलदीप सिंह का कहना है कि नगर निगम अधिकारियों से उन्हें इंसाफ की उम्मीद नहीं है। सी.एम. दफ्तर तक मामला जाने के बावजूद नगर निगम के अधिकारियों को कोई परवाह नहीं है। वे इस मामले में अब पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने जा रहे हैं।

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