Prabhat Times

Jalandhar जालंधर। बॉन्डी बीच पर हुए फायरिंग कांड ने एक बार फिर दुनिया को दहला दिया है।

ऑस्ट्रेलिया में अब तक के सबसे बड़े हमले के सरकार ने आतंकी हमला करार दिया है। हमले में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है और 40 लोग घायल हैं।

इस घटना को बाप बेटे ने अंजाम दिया। अब इस बात की पड़ताल चल रही है कि आखिर साजिद और उसके बेटे ने मिलकर जब ये कांड रचा, तो किसी को भनक कैसे नहीं हुई.

जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि कथित तौर पर आईएसआईएस प्रायोजित इस कांड की साजिश आरोपी बाप बेटे ने अपने ही घर में बैठ कर रची थी।

सबसे ज्यादा हैरानी की बात ये है कि आज भी बीवी को यकीन नहीं हो रहा है कि उसके घर में बैठकर ये साजिश रची गई.

सिडनी शूटिंग का प्लान कहां बना?

सिडनी के बॉन्डी बीच पर यहूदी समुदाय के हनुक्का त्यौहार मना रहे लोगों पर गोलियां चलाने के लिए बाप और बेटे का हाथ होने की की पुष्टि हुई है.

पुलिस के मुताबिक हमलावर 50 साल के साजिद अकरम और उनका 24 साल का बेटा नवीद अकरम थे, जिसमें से साजिद अकरम को पुलिस ने वहीं ढेर कर दिया.

इसे लेकर जब उसके घर में मौजूद साजिद की पत्नी से बात की गई तो पता चला कि उसे इस बारे में कुछ पता ही नहीं था.

साजिद ने 1998 में ऑस्ट्रेलिया आकर वेरेना नाम की महिला से शादी कर ली थी. उनका बेटा नवीद अकरम उनकी नजर में ऐसा था, जैसे बेटे की कल्पना हर मां करती है.

हालांकि दुनिया ने उसकी जो सूरत देखी, वो इससे अलग थी. साल 2024 में खरीदे गए 3 बेडरूम के फ्लैट में ये लोग रहते थे और वहीं सिडनी हमले का पूरा प्लान बना.

हैरत की बात ये है कि वेरेना कुछ नहीं जान पाई. उस ये तक नहीं मालूम था कि उसका जो बेटा धड़ाधड़ लोगों की जान ले रहा था, उसे बंदूक चलानी भी आती है या नहीं.

पाकिस्तान से यही करने आया था साजिद?

ऑस्ट्रेलिया में गृह मामलों के मंत्री टोनी बर्क ने बताया कि साजिद अकरम 1998 में स्टूडेंट वीजा पर ऑस्ट्रेलिया आया था.

2001 में उसका वीजा, पार्टनर वीजा में बदला गया और तब से वह रेजिडेंट रिटर्न वीजा पर रह रहा था.

नवीद की मां वेरेना ने बताया कि शूटिंग से कुछ घंटे पहले रविवार सुबह बेटे से उनकी आखिरी बात हुई थी, जिसमें उसने बताया था कि वो पिता के साथ जर्विस बे में तैराकी और स्कूबा डाइविंग कर रहा है.

ये वही वक्त था, जब दोनों लोगों की जान ले रहे थे. वेरेना बताती है कि घटनास्थल की तस्वीरों से अपने बेटे की पहचान नहीं कर पाईं और उन्हें यकीन नहीं है कि वो चरमपंथी गतिविधि में शामिल हो सकता है.

घर में 6-6 बंदूकें, ISIS का स्लीपर सेल

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इनके घर में 6-6 लाइसेंसी बंदूकें थीं, जिन्हें साजिद शिकार के लिए इस्तेमाल करता था.

उसकी पत्नी ने बताया कि उसका बेटा गन चलाना तक नहीं जानता था लेकिन वो जिस तरह से गन चला रहा था, उसे देखकर वो ट्रेंड लगता है.

वेरेना कहती है कि नवीद के पास कोई हथियार नहीं था, वह ज्यादा बाहर नहीं जाता था, न शराब पीता था और न ही धूम्रपान करता था.

पहले वो ईंट बिछाने का काम करता था लेकिन नौकरी छूटने के बाद घर पर ही रहता था. वो ज्यादा इंटरनेट पर भी सक्रिय नहीं रहता था.

हालांकि पुलिस को बॉन्डी बीच के घटनास्थल पर ISIS के झंडे भी मिले थे, जिसके बाद ये अनुमान लगाया जा रहा है कि दोनों इसकी शपथ खा चुके थे और ये प्लान किया हुआ नरसंहार था.

एजेंसी की रडार पर था हमलावर

ऑस्ट्रेलिया की खुफिया एजेंसी ASIO को 6 साल पहले से ही नवीद की गतिविधियों पर शक था और वो एजेंसी के रडार पर था.

उन्हें नवीद के आईएसआईएस के सिडनी में सक्रिय नेटवर्क से जुड़े होने का संदेह था.

न्यूज के मुताबिक साल 2019 में इस्लामिक स्टेट के आतंकी इसाक एल मातारी की गिरफ्तारी के बाद उस पर नजर रखी जा रही थी.

बावजूद इसके नवीद अपने माता-पिता, 22 साल की बहन और 20 साल के भाई के साथ रहता था. जहां उसके पिता के अलावा किसी को भी इसकी जानकारी नहीं थी.

बुजुर्ग ने आतंकी से गन छीनी, फिर दौड़ाया

फायरिंग के दौरान अहमद नाम के एक बुजुर्ग ने जान पर खेलकर एक आतंकी को दबोच लिया। एक वीडियो में दिखता है कि अहमद एक कार के पीछे से चुपचाप घूमते हुए हमलावर के पास पहुंचते हैं और पीछे से उस पर काबू पा लेते हैं। इसके बाद वह हमलावर से राइफल छीन लेते हैं।

उन्होंने आतंकी से गन छीनकर कई लोगों की जान बचाई। बुजुर्ग ने आतंकी पर दो राउंड फायर करने की कोशिश भी की और दूर तक दौड़ाया।

——————————————————-

ये भी पढ़ें

——————————————-————————————–

Whatsapp ग्रुप से जुड़ने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें

Join Whatsapp Link for Latest News

प्रभात टाइम्स व्हाटसएप्प चैनल जॉइन करें।

Join Prabhat Times Whatsapp Channel