Prabhat Times

नई दिल्ली। (aroosa alam clarification on relationship with Captain) पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम के कथित आईएसआई लिंक और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ कथित संबंधों की चर्चा इन दिनों पंजाब की सियासत में जोरों पर हैं। इतना ही नहीं, पाक पत्रकार अरूसा के कथित ISI लिंक को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। इस बीच खुद पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम सामने आई हैं और उन्होंने आईएसआई लिंक से लेकर कैप्टन संग अपने रिश्तों पर सफाई दी है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कैप्टन उनके दोस्त हैं, साथी हैं पर लवर नहीं।
बातचीत में कैप्टन के साथ कथित ‘लव अफेयर्स’ के आरोपों को अरूसा आलम ने खारिज कर दिया और कहा कि वे दोनों केवल अच्छे दोस्त हैं, पर लवर नहीं। अरूसा ने कहा कि हम जब पहली बार मिले थे, तो उनकी उम्र 66 साल की थी और मेरी 56। इतनी उम्र में कोई भी लवर की तलाश में नहीं रहता। हम ऐसे वक्त में मिले, जहां प्यार और रोमांस की कोई जगह नहीं। हम अच्छे साथी रहे हैं, हम सोलमेट हैं, हम लवर नहीं हैं।
वहीं, पाकिस्तानी पत्रकार आरूसा आलम मंगलवार को पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई से कथित संबंधों के आरोपों को बेहद अपमानजनक और निराशाजनक करार दिया। उन्होंने कहा कि वह इन आरोपों को लेकर भारतीय एजेंसियों की जांच में सहयोग देने के लिए तैयार हैं। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पिछले सप्ताह कहा था कि आरूसा का आईएसआई के साथ कोई संबंध है या नहीं, इसकी जांच की जाएगी।
आरूसा ने कहा, अगर भारत की केंद्रीय एजेंसियां इस मामले की जांच करना चाहती हैं तो मैं सहयोग करने को तैयार हूं। भारत मेरे खिलाफ आधारहीन दुष्प्रचार की जांच करने के लिए किसी तीसरे देश के जांचकर्ताओं की भी मदद ले सकता है। अरूसा ने कहा, ”अगर भारत की केन्द्रीय एजेंसियां इस मामले की जांच करना चाहती हैं तो मैं सहयोग करने को तैयार हूं। भारत मेरे खिलाफ आधारहीन प्रोपगैंडा की जांच करने के लिए किसी तीसरे देश के जांचकर्ताओं की भी मदद ले सकता है।”
उन्होंने कहा, ”16 साल पहले जब किन्हीं कारणों से मुझे भारतीय वीजा देने से मना कर दिया गया था, उस वक्त भारत सरकार ने ऐसी जांच की थी और बाद में वीजा जारी किया गया था।” वह अंतिम बार नवंबर में भारत यात्रा पर गयी थीं और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह अभी भी उनके अच्छे मित्र हैं। 67 वर्षीय पत्रकार ने कहा, ”इस विवाद के बावजूद कैप्टन साहिब अभी भी मेरे अच्छे मित्र हैं।” उन्होंने कटाक्ष किया कि उनके जरिए आईएसआई ने आखिर क्या ‘राज’ हासिल कर लिया होगा। उन्होंने गुस्से में कहा, ”ये आरोप अपमानजनक और बेहद निराशाजनक हैं।”
रंधावा के बयान पर कि आईएसआई के साथ महिला पत्रकार के संबंध हैं या नहीं इसकी पुष्टि करने के लिए जांच की जाएगी, आलम ने आरोप लगाया, ”आईएसआई के साथ मेरे तार जोड़ने का विचार नवजोत सिंह सिद्धू के मुख्य रणनीतिकार (मोहम्मद) मुस्तफा का होगा। संभवत: उन्होंने सिद्धू को सलाह दी होगी कि मुख्यमंत्री बनने के प्रयास में बुरी तरह विफल होने के बाद वह आईएसआई वाली बात कहें। आईएसआई वाली बात भारत में खूब पसंद की जाती है।”
महिला पत्रकार ने आईएसआई के साथ उनके संबंधों की जांच करवाने के रंधावा के दावे को लेकर उनके अधिकार क्षेत्र पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ”रंधावा को उनका अधिकार क्षेत्र नहीं पता है। लेकिन, अगर वह मेरी जांच करना चाहते हैं तो, उनका बहुत स्वागत है।” रंधावा ने दावा किया कि अमरिन्दर सिंह वर्षों से आलम के मित्र हैं और वह वर्षों से भारत में रह रही थीं और केन्द्र ने समय-समय पर उनका वीजा बढ़ाया है।

ये भी पढ़ें