Prabhat Times
नई दिल्ली। (Harish Rawat Meets Rahul Gandhi) पंजाब कांग्रेस की कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। हर दिन कोई न कोई ऐसी ब्यानबाजी को लेकर परेशानी बढ़ती जा रही है। पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी अब हाईकमान के लिए भी सिरदर्द बन चुकी है। यहां तक की पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत भी अब थके से नज़र आ रहे हैं। अटकलें तेज हैं कि हरीश रावत भी पंजाब प्रभारी पद से छुटकारा चाहते हैं। ऐसे हालात में पंजाब कांग्रेस में बड़े बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं। बीते दिन सोनिया गांधी को पंजाब के हालातों की रिपोर्ट देने के पश्चात आज सुबह हरीश रावत ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की है।
मुलाकात के बाद हरीश रावत ने कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साथ मेरी बहुत छोटी मुलाकात हुई। पंजाब में जो भी स्थिति है, मैंने उन्हें उससे अवगत कराया है। मैं कांग्रेस अध्यक्ष को पहले ही बता चुका हूं। इससे ज्यादा कुछ नहीं। उन्होंने आगे कहा कि मैं एक-दो दिन में पंजाब जाऊंगा। मैं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस प्रदेश प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू से जरूर मिलूंगा। बता दें कि शुक्रवार को पंजाब की सियासी खींचतान के बीच उन्होंने सोनिया गांधी से मिलकर कहा था कि उन्हें पंजाब प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्ति दे दी जाए।
कांग्रेस में जल्द बड़े बदलाव के चर्चे!
कांग्रेस में जल्द ही एक और बड़े बदलाव की खबर आ सकती है. दो राज्यों के दबाव का सामना कर रहे हरीश रावत ने शनिवार का कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की है. कहा जा रहा है कि पंजाब में सियासी संकट के बीच रावत उत्तराखंड में अगले साल होने वाले चुनाव को लेकर भी परेशान हैं. उन्होंने शुक्रवार को ही पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर पद से मुक्त किए जाने की मांग की थी. रावत ने कहा था, ‘मैं निश्चित तौर पर समय निकालूंगा. पार्टी हाई कमान मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी मैं उसे पूरा करूंगा.’
हरीश रावत ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को बताया है कि वे पहाड़ी राज्य में होने वाले चुनाव पर ध्यान लगाना चाहते हैं. जब पत्रकारों ने रावत से पूछा कि क्या वे कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी पद से मुक्त होना चाहते हैं, तो उन्होंने सकारात्मक जवाब दिया था. हालांकि, उन्होंने कहा था, ‘अगर मेरी पार्टी जारी रखने के लिए कहेगी, तो मैं वैसा ही करूंगा.’ पंजाब में सत्ता में बने रहने के प्रयास कर रही कांग्रेस पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी को हटाकर शासन में वापसी करना चाहती हैं.
उत्तराखंड पर फोकस करना चाहते हैं रावत
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की चुनाव अभियान समिति के प्रमुख रावत ने गुरुवार को कहा था कि उनके मन में यह है कि राज्य विधानसभा चुनाव पर पूरा ध्यान लगाने के लिए वह नेतृत्व से पंजाब प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी से मुक्त किए जाने का आग्रह करेंगे। रावत यह भी कहा था, ”अगर मेरी पार्टी कहती है, आप इसे (पंजाब प्रभारी की जिम्मेदारी) जारी रखें तो मैं इस जिम्मेदारी का निवर्हन करता रहूंगा।”
गौरतलब है कि पंजाब और उत्तराखंड में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होना है। पंजाब में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच रिश्तों में कड़वाहट के कारण पिछले कुछ महीनों में कई बार विवाद खड़ा हुआ है।
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