जालंधर (ब्यूरो): वॉट्सऐप को लेकर हाल ही में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक रिसर्चर ने बताया है कि वॉट्सऐप यूज़र्स का नंबर गूगल सर्च में मौजूद है और कोई भी सर्च करके मैसेज कर सकता है।
दरएअसल ये गड़बड़ी वॉट्सऐप के Click to Chat फीचर की वजह से हो रही है। वॉट्सऐप के इस फीचर से यूज़र URL लिंक या QR कोड क्रिएट कर सकते हैं। इससे दूसरे लोग बिना नंबर मांगे या कॉन्टैक्ट में नंबर सेव किए लिंक या कोड का इस्तेमाल करके उनसे कनेक्ट रह सकते हैं।
वैसे तो ये फीचर चीज़ो को बहुत आसान बनाता है, खासतौर पर उनके लिए जो वॉट्सऐप बिज़नेस के लिए इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इसको लेकर सोचने वाली बात ये है कि इससे आपका नंबर पब्लिक हो जाता है और कोई भी इसे गूगल पर सर्च कर सकता है।
इस बारे में कई बहस चल रही है कि क्या वॉट्सऐप ने ये जानबूझकर किया है या फिर ये एक बग है। लेकिन गूगल ने एलगोरिदम क्या किया कि Click to chat के मेटाडेटा से सारे फोन नंबर निकाल लिया, जो कि फिर गूगल सर्च Index में सेव हो गया।
थ्रेटपोस्ट से की बात में सिक्योरिटी रिसर्चर ने इसे एक तरह का लीक का मामला बताया है, वहीं फेसबुक, वॉट्सऐप का कहना है कि ये कोई बड़ी बात नहीं है। गूगल सर्च रिजल्ट में वहीं है जो यूज़र्स ने खुद पब्लिक करने के लिए सेलेक्ट किया है।
हालांकि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि ये किसी तरह का लीक का मामला है या कुछ और, लेकिन जो ज़रूरी है वह ये कि वॉट्सऐप यूज़र्स को नहीं पता है कि click to chat यूज़ करने से उनका नंबर गूगल सर्च इंडेक्ट में आ रहा है, जो कि जोखिम भरा है और साथ ही इससे स्पैम कॉल्स आने का खतरा भी बढ़ जाएगा।
ऐसे बचाएं खुद को
तो अगर आपको भी डर है कि कहीं आपका नंबर भी गूगल पर ना आ जाए तो उससे बचने का एक तरीका ये है कि आप click to chat फीचर का इस्तेमाल न करें।
इसके अलावा अगर आपने पहले ही इसे इस्तेमाल कर लिया हो तो आपको इसे मैनुअली डिलीट करना होगा। इसके लिए आपको पब्लिक एक्सेसिबल वेबसाइट से किसी भी click to chat की लिंक को खुद ही डिलीट करना होगा।