नई दिल्ली (ब्यूरो): अब दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को हॉस्पिटल में बेड के अभाव के चलते दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा। दिल्ली सरकार ने हॉस्पिटल में बेड की कमी को देखते हुए निजी होटल्स को हॉस्पिटल में तब्दील करने का फैसला किया है। फैसले के तहत दिल्ली सरकार ने निजी अस्पतालों के टेकओवर की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
अस्पतालों को टेकओवर करने की प्रक्रिया शुरू
जिन अस्पतालों का टेकओवर किया जा रहा है, उसमें दिल्ली का सूर्या होटल, क्राउन प्लाजा, सिद्धार्थ होटल, शेरेटन और जीवीतेश होटल शामिल है। इन पांचों होटल को दिल्ली के पांच बड़े हॉस्पिटल के साथ अटैच किया जा रहा है। दिल्ली सरकार की तरफ से अटैच करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
दिल्ली सरकार के सूत्रों के अनुसार, इन होटल्स के साथ जिन पांच अस्पतालों को अटैच करने का फैसला किया गया है, उसमें सरिता विहार स्थित अपोलो हॉस्पिटल, बत्रा हॉस्पिटल, राजेंद्र प्लेस स्थित बीएल कपूर हॉस्पिटल, साकेत स्थित मैक्स हॉस्पिटल, करोल बाग के करीब स्थिति सर गंगा राम हॉस्पिटल शामिल है।
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली सरकार ने सूर्या होटल को अपोलो हॉस्पिटल, क्राउन प्लाज़ा होटल को बतरा हॉस्पिटल, सिद्धार्थ होटल को बी एल कपूर हॉस्पिटल, शेरेटन साकेत को मैक्स साकेत और जीवीतेश होटल को गंगा राम हॉस्पिटल के साथ अटैच करने का फैसला किया है। अब इन अस्पतालों के मरीजो को जरूरत के हिसाब से इन होटल में भी रखा जा सकेगा और वहीं स्वास्थ्य सुविधा दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, अस्पताल में नहीं है बेड की कमी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अनुसार, अस्पतालों में बेड कम न पड़े, ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित न हो, इसका इंतजाम किया। 2100 मरीज अभी हॉस्पिटल में हैं। एक हफ्ते पहले 4500 बेड थे, इसमें 2100 बढ़ा दिए गए हैं। यानी 6600 बेड अभी उपलब्ध हैं।
5 जून तक दिल्ली में 9500 बेड उपलब्ध होंगे। सीएम केजरीवाल ने बताया कि निजी अस्पतालों में 2500 से ज्यादा बेड हैं, जिसे 5 जून तक 3600 से ज्यादा कर लिया जाएगा। सरकारी अस्पतालों में भी दिल्ली सरकार ने अच्छी व्यवस्था की है। इसके अलावा होटल भी टेकओवर किए जा रहे हैं, ताकि मरीजों का इलाज हो सके।