नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने उम्मीद जताई है कि अगले दो साल से भी कम समय में कोरोना वायरस से पूरी दुनिया को छुटकारा मिल जाएगा। इसके मायने ये हुए स्पैनिश फ्लू के खत्म होने में जितना समय लगा था, ये उससे भी कम होगा।
संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडेनोम गेब्रिएसिस ने WHO के जिनेवा स्थित मुख्यालय में पत्रकारों से कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि ये महामारी दो साल से भी कम समय में खत्म हो जाएगा।’ उन्होंने कहा कि संभवत नोवेल कोरोना वायरस के खत्म होने की गति 1918 की महामारी से भी तेज होगी।
टेड्रोस ने उस समय की आज से तुलना करते हुए ये स्वीकार किया कि आज दुनिया वैश्वीकरण के दौर में है और इसलिए नुकसान हो रहा है।
टेड्रोस ने माना कि आज के ग्लोबलाइजेशन, कनेक्टिविटी आदि से कोरोना पूरी दुनिया में तेजी से फैल गया। साथ ही उन्होंने कहा कि आज दुनिया में बेहतर तकनीक भी है।
टेड्रोस ने कहा, ‘उपलब्ध साधनों के अधिकतम उपयोग और टीके सहित अतिरिक्त उपकरण की मदद से मुझे लगता है कि हम इसे 1918 की फ्लू की तुलना में कम समय में खत्म कर सकते हैं।’
बता दें कि कोविड-19 महामारी ने अब तक लगभग 8 लाख से ज्यादा लोगों को मार डाला है और दुनिया भर में 2 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हैं।
हालांकि, आधुनिक इतिहास में सबसे घातक महामारी स्पैनिश फ्लू साबित हुआ है जिसके कारण 5 करोड़ पीड़ित मारे गए और 50 करोड़ संक्रमित हुए। ये संख्या फरवरी 1918 और अप्रैल 2020 के बीच की है।
प्रथम विश्व युद्ध में जितने लोग मारे गए उससे ये संख्या पांच गुना अधिक है। इस बीमारी से पहला पीड़ित शख्स अमेरिका में मिला और फिर पहले ये यूरोप और उसके बाद दुनिया भर में फैल गया था।
वो महामारी तीन चरणों में आई, जिसमें सबसे घातक दूसरी लहर 1918 के उत्तरार्ध में शुरू हुई। डब्ल्यूएचओ आपातकाल प्रमुख माइकल रयान ने पत्रकारों को बताया, ‘ये बीमारी तीन वेब्स में आई।’