Prabhat Times

प्रीत सूजी

जालंधर। पंजाब में विधानसभा चुनाव 2022 (Vidhansabha Election 2022) नज़दीक आते ही राजनीति उफान पर है। हालांकि चुनावों को कुछ माह बाकी है, लेकिन चुनावी माहौल पूरी तरह से गर्मा चुका है। आज प्रदेश भर में बिजली कटों को लेकर हुए जब्रदस्त प्रदर्शन के बाद शिरोमणि अकाली दल सुप्रीमो सुखबीर बादल अचानक देर शाम जालंधर पहुंचे हैं। सुखबीर बादल जालंधर में रेस्ट के लिए नहीं बल्कि किसी बड़े राजनीतिक धमाके की प्लानिंग के अधीन पहुंचे हैं। चर्चा है कि शनिवार को जालंधर की राजनीति में बड़ी हलचल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। संभावना प्रबल है कि जालंधर में कुछ नामवर चेहरे शिअद ज्वाईन कर सकते हैं। लेकिन इस मामले में कोई भी नेता कुछ भी कहने को तैयार नहीं है।
बता दें कि पंजाब में राजनीतिक माहौल पूरी तरह से गर्माया हुआ है। शिअद द्वारा बसपा से लंबे समय के बाद गठजोड़ करके अपने ईरादे साफ कर दिए हैं कि वे हर हाल में सत्ता हथियाना चाहते हैं, इसके लिए चाहे कुछ भी करना पड़े। पहले शिअद की सरकार बनने पर दलित समाज से डिप्टी सी.एम. तथा फिर बसपा से समझौता करके राज्य में दलित वोंट बैंक में सेंधमारी की है। स्पष्ट हैं कि इस समय जोड़तोड़ की राजनीति चल रही है। शिअद सुप्रीमो पहले ही स्पष्ट कर चुके है कि जो चुनाव जीत सकता होगा वही उम्मीदवार होगा। बताया जा रहा है कि सुखबीर बादल के मिशन 2022 की मास्टर प्लानिंग के बीच ही सुखबीर बादल आज जालंधर पहुंचे हैं।
अति सुविज्ञ सूत्रों से पता चला है कि जालंधर में शनिवार का दिन पंजाब की राजनीति के लिए बड़ी हलचल वाला हो सकता है। सूत्रो के मुताबिक संभावना है कि शनिवार को कोई बड़े चेहरे शिअद ज्वाईन कर सकते हैं। हालांकि इसकी अधिकारिक तौर पर कुछ नहीं है। लेकिन ये भी साफ है कि सुखबीर बादल, बिक्रमजीत सिंह मजीठिया, विधायक रोज़ी बरकंडी का शाम को जालंधर सिर्फ रेस्ट के लिए नहीं पहुंचे हैं। बता दें कि शिअद को जालंधर में कई सीटों के लिए विनिंग चेहरों की तलाश है। बटाला के अश्वनी सेखड़ी के ज्वाईन को लेकर हुए राजनीतिक घटनाक्रम के बाद शिअद फूंक फूंक कर कदम रख रही है। अति सुविज्ञ सूत्रों के मुताबिक दोआबा की राजनीति के बड़े चेहरे शिअद से जुड़ सकते हैं। ये चेहरे कांग्रेस से होंगे या भाजपा से फिलहाल ये कहना जल्दबाजी होगी। लेकिन अगर शिअद इस सेंधमारी में सफल हो जाता है तो विधानसभा चुनाव का चेहरा भी बदल जाएगा।

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