Prabhat Times

चंडीगढ़। (snake bites punjab Cabinet minister harjot bains)  पंजाब के 7 जिलों के 89 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। भाखड़ा बांध और पौंग डैम से छोड़े गए पानी के बाद यह हालात बने हैं।

बाढ़ का असर रोपड़, होशियारपुर, कपूरथला, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर और गुरदासपुर में हुआ है।

रोपड़ में बाढ़ के बाद बचाव में जुटे पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस को सांप ने काट लिया है। बैंस ने खुद जानकारी देते हुए कहा-”बाढ़ से राहत कार्य के दौरान पैर पर जहरीले सांप ने काट दिया। जहर की वजह से सूजन आ गई थी। हालांकि अब स्थिति ठीक है। सभी टेस्ट नॉर्मल आए हैं। अब वे दोबारा लोगों की सेवा के लिए मौजूद हैं।

बाढ़ के दौरान दरिया में बहने से अभी तक कई मौते हो चुकी हैं। जिसके बाद शहीर भगत सिंह नगर में दरिया व नहरों में नहाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है।

जिला मजिस्ट्रेट के अनुसार एक जान जाने पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटता है। ऐसे में यह रोक लगाना बहुत जरूरी है।

इसी बीच बचाव में उतरी NDRF की टीम ने फिरोजपुर के गांव रुकणे निवासी गुरभेज सिंह को बाढ़ के पानी से सुरक्षित निकाला।

गुरभेज सिंह एक सफेदे के पेड़ के साथ लटका हुआ था। दूर से टीम ने देख नाव को उसकी तरफ मोड़ा।

गुरभेज ने बताया कि वह अपने बच्चों को छोड़ घर लौट रहा था। तभी अचानक पानी का स्तर गले तक पहुंच गया।

उसे एक पेड़ का सहारा मिला और वह वहीं लटक गया। ढाई घंटे वह उस पेड़ से लटका रहा।

तरनतारन के हरिके हेड्स से पानी छोड़े जाने के बाद अब बाढ़ का असर फिरोजपुर में दिखने लगा है।

यहां एक पुल टूटने से 15 गांव देश से कट गए हैं, वहीं बॉर्डर पर BSF की चौकी तीर्थ पानी में डूब गई है। 2 दर्जन के करीब BSF जवानों को निकाला गया है।

गर्भवती महिला ने रस्सी पकड़ कर पुल किया पार

वहीं, फिरोजपुर में पुल के टूटने से 15 सरहदी गांव देश से टूट गए हैं। इस साल पुल पर दूसरी बार असर हुआ है। वहीं गांव के लोग मुश्किल से इस पार से दूसरी तरफ जा पा रहे हैं।

इसी बीच एक वीडियो सामने आया, जिसमें एक 8 महीने की गर्भवती महिला पतली रस्सी को पकड़ पुल की दीवार पर धीरे-धीरे कदम आगे बढ़ती दिखी।

उधर, शुक्रवार को फिर से भाखड़ा बांध से 66664 क्यूसेक, रणजीत सागर डैम से 20,128 क्यूसेक और पौंग बांध से 79,715 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।

हालांकि अब रूपनगर में हालात सुधरने लगे हैं। मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि रूपनगर के गांव मजारी, शिव सिंह बेला, बेला ध्यानी, हरसा बेला को छोड़ सभी गांव अब पूरी तरह से सुरक्षित हैं।

130 गांवों के 44 हजार लोग प्रभावित

शुक्रवार को कुछ गांवों में पानी उतरने से राहत है। शुक्रवार शाम तक के आंकड़ों के अनुसार 89 गांवों के 22,455 से अधिक लोगों को अभी भी बाढ़ का प्रकोप सहना पड़ रहा है।

बीते दिनों तक 130 गांवों के लगभग 44,000 लोग प्रभावित हुए थे। बाढ़ के फेज-1 की बात करें तो राज्य में अब तक 219 गांवों के 60 हजार से अधिक लोग बाढ़ के पानी से प्रभावित हुए थे।

4 लोगों की मौत

ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ने से होशियारपुर जिले के टेरकियाना गांव के पास काली वेईं में 25 भैंसें डूब गईं।

फिरोजपुर के मल्लांवाला के गांव फतेहवाला के 3 युवक पानी में बह गए, जिनमें से 2 लोगों को बचा लिया गया, जबकि एक युवक हरप्रीत सिंह अभी भी लापता है।

फिरोजपुर के फतेवाला में एक बच्चे के बाढ़ के पानी में डूबने की सूचना है।

Whatsapp ग्रुप से जुड़ने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें

Join Whatsapp Link for Latest News

खबर ये भी हैं…


Subscribe YouTube Channel

Prabhat Times

Click to Join Prabhat Times FB Page

https://www.facebook.com/Prabhattimes14/

Join Telegram

https://t.me/prabhattimes1