नई दिल्ली (ब्यूरो): रेलवे ने लॉकडाउन खत्म होने के अगले दिन से यानी 15 अप्रैल से रिजर्वेशन सुविधा बहाल करने की अफवाहों पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उसने बताया है कि 14 अप्रैल तक ही रिजर्वेशन पर रोक लगी थी।
इसके बाद की तिथि से रिजर्वेशन कराने पर रोक कभी लगी ही नहीं थी। यानी, स्पष्ट है कि 15 अप्रैल से रिजर्वेशन खुलने की बात इसलिए झूठी है क्योंकि जब रोक ही नहीं लगी तो खुलने का सवाल ही कहां उठता है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित किया गया लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म हो रहा है।रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने सूचित किया है कि IRCTC 15 अप्रैल से रेलवे टिकटों की बुकिंग शुरू कर देगा।
लेकिन ये भी कहा गया है कि ये सुविधा आंशिक रूप से ही शुरू होगी। ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से शुरू होने में वक्त लगेगा।
रेलवे ने साफ किया है कि मौजूदा नियम के तहत यात्रा की तिथि से 120 दिन पहले रिजर्वेशन की सुविधा मिलने लगती है।
इसी नियम के तहत 15 अप्रैल और इससे आगे की तिथियों की यात्रा के लिए 120 दिन पहले से ही रिजर्वेशन बुकिंग की सुविधा दी गई है।
ऐसे में अब लॉकडाउन के बाद यानी 15 अप्रैल से रेल यात्रा के लिए रिजर्वेशन सुविधा बहाल होने की बात बिल्कुल अफवाह है, इसमें कोई सचाई नहीं है।
रेलवे ने साफ कहा है कि 14 अप्रैल के बाद की यात्रा के लिए लॉकडाउन से बहुत पहले ही रिजर्वेशन खुल गया था और इस पर कभी रोक नहीं लगी।
बता दें कि रेलवे की पैसेंजर सेवाएं लॉकडाउन के पहले 22 मार्च से ही रोक दी गई थीं लेकिन मालवाहक ट्रेनें समान्य तौर पर चल रही हैं।
अब रेलवे की पैसेंजर सेवाओं को धीरे-धीरे 15 अप्रैल से शुरू करने की तैयारी है। रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने भी 1 अप्रैल को रेलवे से आग्रह किया कि वह देशभर में दवाओं, आवश्यक कलपुर्जों, खाद्य पदार्थों की शीर्घ आपूर्ति के लिए अपनी सेवाएं शुरू करे।