Prabhat Times

जालंधर। (Punjab Assembly Election 2022! Voter Alert! …don’t do this work at all) लगभग एक दशक पहले बॉलीवुड की फिल्म ‘थ्री इडियट्स’ रिलीज़ हुई थी। फिल्म में एंटरटेनमैंट तो थी है लेकिन मैसेज भी था। मैसेज था नई जैनरेशन के लिए कि आज का दिन ही आपका भविष्य बनाएगा। रैंछौड़दास उर्फ रैंचो (आमिर खान) का डॉयलाग था कि रट्टा मार कर कुछ साल तो ईज्जत बचा लेगें, लेकिन अगले कई सालों तक…।
ये डॉयलाग मौजूदा राजनीतिक हालातों पर बिल्कुल स्टीक बैठता है। 20 फरवरी के दिन का वो क्षण ही डिसाईड करेगा कि आपके अगले पांच साल कैसे होंगे। आपका, आपके बच्चों का भविष्य कैसे होगा? आपके संवैधानिक अधिकार सुरक्षित रहेंगे? आपको मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी?
20 फऱवरी यानिकि मतदान का दिन। इस दिन भारत देश का हर नागरिक वोट के संवैधानिक अधिकार का प्रयोग कर सकेगा। 20 फरवरी को सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक के बीच का वो एक क्षण राजनीतिज्ञों के साथ साथ आम नागरिकों के आने वाले सालों के भविष्य का फैसला होगा।
पिछले कुछ सालों में चुनावी फिज़ा बिल्कुल बदल चुकी है। 2017 से पहले के चुनावों की बात की जाए तो चुनावी मुकाबला सिर्फ अकाली भाजपा गठबंधन और कांग्रेस के बीच होता था, लेकिन इसके पश्चात आप की ऐंटरी से मुकाबला त्रिकोणीया हुआ लेकिन इस बार अकाली भाजपा के अलग होने के पश्चात मुकाबला मल्टी कार्नर हो गया है। राजनीतिक पार्टियां अलग होने के कारण कैंडीडेट ज्यादा हुए लेकिन वोटर अभी भी वही हैं।
हर पार्टी और नेता चुनाव जीतने के लिए हर तरीका अपना रहा है। लगभग एक माह से चुनाव प्रचार के बाद आज वो दिन है जिस दिन वोट लेने के लिए नेता हर तरीका अपनाएंगे। हर तरीका मतलब वोट की खरीदो-फरोख्त शुरू होगी। वोट के लिए कथित तौर पर पैसा, शराब, राशन, कपड़ा इत्यादि डिमांड मुताबिक सामान बांटा जाएगा।  इसका अर्थ ये भी है कि नेता चुनाव प्रचार मे काफी समय मिलने के बावजूद वोटरों को लुभा नहीं पाए। चुनाव प्रचार के साथ साथ आज उन वोटरों का भी आखिरी दिन है जिनकी बल्ले बल्ले होगी लेकिन आने वाले पांच साल कोई नहीं पूछेगा।
चुनाव आयोग के मुताबिक वोट की खरीदो फरोख्त गैर कानूनी है। वोट खरीदना या वोट बेचना अपराध है। चुनाव आयोग द्वारा इसे गैर कानूनी बताते हुए लोगों को वोट के अधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। लेकिन अपना और बच्चों का भविष्य संवारने तथा स्वच्छ प्रशासन के लिए जरूरी है कि नागरिक अपने वोट के अधिकार का प्रयोग बिना किसी दबाव और लालच के करें। वोट के अधिकार को सोच समझ कर करें। कुछ दिन के फायदे के लिए आने वाले 5 साल का भविष्य दांव पर न लगाएं। अपील है कि वोटर अपने वोट के अधिकार का प्रयोग अवश्य करें। अपनी वोट के संवैधानिक अधिकार का प्रयोग मतदाता किसी दबाव में आकर बिल्कुल भी न करे।

प्रशासन की है पैनी नज़र

बता दें कि ऐसी संभावनाओं के बीच प्रशासन भी पूरी चौकसी से काम कर रहा है। चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से करवाने के लिए प्रशासनिक, पुलिस अधिकारियो की टीमें दिन रात जाग रही है। स्पष्ट आदेश है कि वोट खरीदो फरोख्त मे लिप्त पाए जाने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी। 

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