जालंधर। पंजाब टैक्नीकल यूनिवर्सिटी कपूरथला में भर्ती घोटाले में आज पूर्व वाईस चांसलर डाक्टर रजनीश अरोड़ा समेत 10 आरोपियों को बड़ी राहत मिली है।
यूनिवर्सिटी में हुई कथित अनियमितताओं के आरोपों के चलते विजीलैंस ब्यूरो द्वारा दर्ज किए गए केस में आज अदालत ने एफ.आई.आर. कैंसल करने को मंजूरी दे दी।
बता दें कि कुछ साल पहले पी.टी.यू. में भर्तियों में करोड़ों का हेरफेर तथा अन्य अनियमितत्ताओं को लेकर खूब हो हल्ला मचा था। इस मामले में शिकायतें मिलने पर विजीलैंस ब्यूरो ने भी केस दर्ज किया।
जिसमें पी.टी.यू. के उस समय के वाईस चांसलर डाक्टर रजनीश अरोड़ा, डाक्टर नछत्तर सिंह, आर.पी. भारद्वाज, विश्वदीप सिंह, श्रीमति गीतिका सूद, मरगईन्द्र सिंह बेदी, समीर शर्मा, प्रवीण कुमार, तेजिन्द्र तेजपाल के खिलाफ विजीलैंस ब्यूरो ने अपराधिक केस दर्ज किया गया था।
इसके पश्चात सारे मामले की जांच यूनिवर्सिटी द्वारा रिटायर्ड आई.ए.एस. अधिकारी सुरजीत सिंह ढिल्लों द्वारा की गई।
जांच के दौरान कुछ शिकायतें रद्द कर दी गई। इस मामले में विजीलैंस ब्यूरो द्वारा दर्ज किया गया केस रद्द किए जाने की सिफारिश की गई।
आज जिला कपूरथला के अडीशनल सैशन जज जसपाल वर्मा की अदालत में डिप्टी डी.ए. अनिल कुमार तथा ए.डी.ए. शैलेन्द्र सिंह तथा विजीलैंस ब्यूरो की तरफ से डी.एस.पी. दलबीर सिंह पेश हुए।
अदालत ने दलीलें सुनने के पश्चात विजीलैंस ब्यूरो द्वारा दर्ज केस कैंसल करने की सिफारिश मंजूर कर ली।