जालंधर (ब्यूरो): फगवाड़ा गेट में फायरिंग के बाद पकड़ा गए युवक कोई मामूली अपराधी नहीं बल्कि हरियाणा के मोस्ट वांटेड सुपारी किलर अजय जिंद था। अजय जालंधर के पठानकोट चौक के निकट रहते प्रोपर्टी कारोबारी कर्मजीत सिंह के साथ पिछले दिनों से था। कैथल पुलिस ने सुपारी किलर अजय जिंद को पकड़ने के लिए कमलप्रीत की मोबाईल टावर लोकेसन ट्रेस की और आप्रेशन के दौरान उसे काबू कर लिया।
जानकारी के मुताबिक फगवाड़ा गेट में फायिरंग हुई। पुलिस ने अपराधियों की कार को फायर कर पंक्चर कर दिया और मौके से दो युवको को हिरासत में ले लिया। जांच में पता चला कि फायर करने वाले कैथल पुलिस के सी.आई.ए.स्टाफ की टीम है जबकि पकड़े गए आरोपी मोस्ट वांटेड अजय जिंद है। उसके खिलाफ कैथल में विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज हैं और 2016 में अजय जेल से छुट्टी पर आया था लेकिन वह पैरोल के बाद जेल नहीं गया।
पुलिस अजय को पकड़ने के लिए पंजाब के बठिंडा, बटाला व अन्य जिलों में ट्रैप लगा चुकी थी। लेकिन आरोपी जालंधर के पठानकोट चौक के निकट प्रोपर्टी कारोबारी कर्मजीत के साथ था। सीआईए शाखा के विजय कुमार अपनी टीम के साथ जालंधर पहुंचे और कॉल ट्रेस कर फगवाड़ा गेट में अजय कुमार पुत्र राम किशन निवासी कैथल को घेर लिया।
पुलिस ने उसकी कार के टायर पर गोली मारी। कार में सवार अजय व उसके साथी कमलजीत सिंह पुत्र मंजीत सिंह निवासी जालंधर को भी काबू कर लिया। कमलजीत सिंह ने अजय को अपने पास पनाह दे रखी थी। कैथल पुलिस दोनों को हरियाणा ले गई है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अजय कोई मामूली अपराधी नहीं। जिसे पकड़ने के लिए कैथल पुलिस पिछले कई दिनों से पंजाब की धूल फांक रही थी। दरअसल में अजय का हरियाणा, दिल्ली तथा पंजाब के अपराधियों के साथ सम्पर्क रहा है। सूत्रों ने बताया कि अजय पर सुपारी लेकर हरियाणा में बड़ी वारदात का आरोप है।
हालांकि पुलिस अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। पता चला है कि कमिश्नरेट जालंधर पुलिस की टीम भी आरोपी से पूछताछ करेगी। ताकि उसके जालंधर व पंजाब में अपराधियों के नैटवर्क के बारे में खुलासा हो सके।