शिमला। संभावना के मुताबिक अनलॉक 4.0 में हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी मंदिरों के कपाट खोलने का फैसला किया है। हिमाचल प्रदेश मंत्रीमंडल बैठक में आज ये बड़ा फैसला लिया गया।
बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश में 10 सितंबर से मंदिरों के कपाट भक्तो के लिए खोल दिए जाएंगे।
इस दौरान कोविड-19 नियमों का सख्ती से पालने करने के भी निर्देश जारी किए गए हैं।
साथ ही हिमाचल प्रदेश में बाहर से आने वाले लोगों के लिए क्वांरटाइन अवधि 14 दिन से घटा र 10 दिन कर दी है।
इसके साथ ही बैठक में यह निर्णय किया कि 15 सितंबर, 2020 तक राज्य में प्रवेश करने वालों का पंजीकरण जारी रहेगा।
मंत्रिमंडल ने गरीबी रेखा से ऊपर के आय करदाता उपभोक्ताओं को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत गेंहू का आटा और चावल पूर्व निर्धारित एपीएल दरों पर उपलब्ध करवाने और दालें, खाद्य तेल, नमक और चीनी बिना अनुदान के वास्तविक दरों पर उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया।
मंत्रिमंडल द्वारा आवासीय एवं शहरी मामले मंत्रालय भारत सरकार और राज्य सरकार के बीच वहन योग्य किराये के आवासीय परिसर योजना से सम्बन्धित समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित करने का आग्रह करने का निर्णय लिया गया।
इससे शहरी प्रवासियों और गरीबों को वहन योग्य किराए के आवास के सतत् पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में सहायता मिलेगी और आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत सबको आवास उपलब्ध करवाने का लक्ष्य हासिल करने में भी मदद मिलेगी।
मंत्रीमंडल बैठक में राज्य के विकास को ध्यान में रखते हुए और भी बड़े फैसले किए गए हैं और कई कार्यों को मंजूरी दी गई है। मंत्रिमंडल ने कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां में सब ट्रेजरी खोलने और इसको संभालने के लिए विभिन्न श्रेणियों के 5 पदों के सृजन को मंजूरी दी है।
मंत्रिमण्डल ने मंडी जिला की थुनाग तहसील के बागाचनोगी में विभिन्न श्रेणियों के 12 पदों के सृजन के साथ उपतहसील खोलने को मंजूरी प्रदान की।
नव गठित उपतहसील में शावा, कल्हणी, कलिपर, शिल्लीबागी, शिवाखड्ड और जैंशला 6 पटवार वृत होंगे।
मंत्रिमण्डल ने मण्डी की थुनाग तहसील के जैंशला क्षेत्र की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए जनशिला में पटवार वृत खोलने को मंजूरी प्रदान की।