नई दिल्ली (ब्यूरो): पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध फायिरंग कर 8 पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को मौत के घाट उतारने वाले खतरनाक गैंगस्टर विकास दूबे को आज कई दिन बाद भी पुलिस तलाश नहीं पाई है। कई राज्यों की पुलिस विकास दूबे को ढूंढ रही है।
उधर, गैंगस्टर विकास दुबे को लेकर हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। कानपुर गोलीकांड में आरोपी विकास दुबे की तलाश में उत्तर प्रदेश पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है, लेकिन उसके हाथ अब तक खाली हैं।
इस बीच, यूपी पुलिस को बिकरू गांव स्थित उसके घर से कई देसी बम मिले हैं। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने मंगलवार को कहा कि विकास के घर शस्त्र होने की जानकारी मिलने के बाद तलाशी की गई तो 2 किलो विस्फोटक, तमंचे और बम मिले हैं।
प्रशांत कुमार ने कहा कि उम्मीद है कि बहुत जल्द सभी अभियुक्त और उन्हें संरक्षण देने वाले पकड़ मे आएंगे और वे जेल जाएंगे। विकास दुबे के हथियारों के लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे।
वहीं, SSP अनंत देव तिवारी के मामले पर प्रशांत कुमार ने कहा कि ऑडियो की जांच की पुष्टि कराई जा रही है, लेकिन प्राथमिक तौर पर कुछ आपत्तिजनक नहीं लग रहा है।
प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिसकर्मियों की भूमिका जांच का विषय है। जो भी दोषी पाया जाएगा उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यूपी पुलिस की 40 टीमों के अलावा एसटीएफ की टीमें भी जांच और गिरफ्तारी में लगी हुईं हैं।
घटना के बाद ही पुलिस ने शुरू की जांच
प्रशांत कुमार ने कहा कि 3 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डीजीपी खुद घटनास्थल पर गए थे। सीएम ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए एक करोड़ रुपये की सहायता राशि, पेंशन और एक परिजन को नौकरी देने की घोषणा की। उसी दिन घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर पड़ताल शुरू की।
प्रशांत कुमार ने बताया कि उसी दिन सुबह 2 बदमाश मारे गए और कुछ हथियार बरामद हुए। उन्होंने बताया कि अन्य जो अभियुक्त हैं, उन पर इनाम घोषित किया गया है।
विकास दूबे पर ढाई लाख रुपये का इनाम है। गिरफ्तारी के लिए कोशिश जारी है। विकास और उसके साथियों की तलाश करने के साथ-साथ हथियारों की जानकारी ली जा रही है।