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New Delhi नई दिल्ली। (increase in visa fees for visitors and students coming to britain) ब्रिटेन जाने का सपना देख रहे लोगों के लिए बुरी खबर है। अब किसी के लिए भी ब्रिटेन जाना और महंगा हो जाएगा।

अक्टूबर से ब्रिटेन सरकार ने सभी आगंतुकों और छात्रों के लिए वीजा शुल्क में इजाफा करने का फैसला लिया है।

यह फैसला किसी एक देश के लिए नहीं है, बल्कि ब्रिटेन की सरकार ने भारत समेत दुनिया भर से देश में आने वाले आगंतुकों एवं छात्रों के लिये वीजा शुल्क में बढोत्तरी करने की घोषणा की है।

भारत से बड़ी संख्या में छात्र पढ़ाई के लिए ब्रिटेन जाते हैं। अगले महीने से अब उनकी जेब पर बोझ बढ़ने वाला है।

ब्रिटिश संसद में लाए गए विधेयक के अनुसार छात्र वीजा के लिए आवेदन फीस अगले महीने से 127 पाउंड (13 हजार से अधिक) बढ़ने वाली है।

ब्रिटेन की सरकार ने भारत समेत दुनिया भर से देश में आने वाले आगंतुकों एवं छात्रों के लिये वीजा शुल्क (visa fees) में बढोत्तरी करने की घोषणा की है और यह बढ़ोतरी आगामी चार अक्टूबर से प्रभावी होगी ।

विजिट वीजा के शुल्क में भी बदलाव

ब्रिटेन के गृह कार्यालय ने शुक्रवार को कहा कि देश के बाहर से छात्र वीजा के लिए आवेदन करने का शुल्क 127 पाउंड बढ़ाकर 490 पाउंड कर दिया जाएगा, जो देश में आवेदन के लिए ली जाने वाली राशि के बराबर होगा।

छह महीने से कम अवधि के लिए विजिट वीजा के शुल्क में भी बदलाव किया गया है, जो 15 से बढ़ाकर 115 पाउंड कर दिया गया है। संसदीय अनुमोदन के अधीन, इमिग्रेशन और राष्ट्रीयता शुल्क चार अक्टूबर से बढ़ जाएगा।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने जुलाई में घोषणा की थी कि देश के सार्वजनिक क्षेत्र की वेतन वृद्धि को पूरा करने के लिए वीजा आवेदकों द्वारा ब्रिटेन की वित्त पोषित राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के लिए भुगतान की जाने वाली फीस और स्वास्थ्य अधिभार में बड़ी वृद्धि होने वाली है।

सुनक ने उस वक्त कहा था, ‘‘हम इस देश में आने वाले प्रवासियों के वीजा के लिए आवेदन करने पर लगने वाले शुल्क को बढ़ाने जा रहे हैं।

इसे वस्तुत: आव्रजन स्वास्थ्य अधिभार (आईएचएस) कहा जाता है, जो एक प्रकार का लेवी (शुल्क) है जिसका वे एनएचएस तक पहुंचने के लिए भुगतान करते हैं।’’

ब्रिटेन के गृह विभाग ने इस हफ्ते अधिकांश कार्य एवं यात्रा वीजा की लागत में 15 प्रतिशत की वृद्धि और प्राथमिकता वाले वीजा, अध्ययन वीजा और प्रायोजन के प्रमाण पत्र की लागत में कम से कम 20 प्रतिशत की वृद्धि का संकेत दिया था। शुल्क में बढ़ोतरी स्वास्थ्य और देखभाल वीजा सहित अधिकांश वीज़ा श्रेणियों पर लागू की गई है।

आंकड़ों के अनुसार 2021-2022 में 120,000 से अधिक भारतीय छात्र ब्रिटेन में पढ़ रहे हैं। भारतीय छात्र देश के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय छात्र समुदायों में से एक हैं।

सरकार ने कहा कि आव्रजन और राष्ट्रीयता शुल्क में बदलाव महत्वपूर्ण सेवाओं के लिए भुगतान करने और सार्वजनिक क्षेत्र के वेतन वृद्धि के लिए अधिक धन को प्राथमिकता देने की अनुमति देने के लिए किए गए हैं।

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