जम्मू (ब्यूरो): लॉकडाउन, कर्फ्यु के बाद मंदिरों के कपाट खुलने की तैयारी में है। संबंधित बोर्ड व प्रशासन द्वारा कोविड 19 की गाइडलाइंस के मद्देनज़र तथा यात्रा के दौरान श्रद्धालुओँ की सुविधा के लिए खास इंतज़ाम किए जा रहे हैं। इसी बीच खबर ये है कि माता वैष्णो देवी की यात्रा जून के दूसरे सप्ताह में शुरू हो सकती है।
खास बात यह है कि श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान कटड़ा से सांझीछत्त के बीच हेलीकॉप्टर सेवा, आद्कुंवारी से भवन तक बैटरी कार और भवन से भैरो घाटी तक पैसेंजर केवल कार की सुविधा भी मिलेगी। लेकिन श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर सेवा का बढ़ा हुआ किराया देना पड़ेगा।
हेलीकॉप्टर सेवा के लिए नए टेंडर की प्रकिया पूरी होने के बाद किराया करीब 65 फीसद तक बढ़ गया है। इसके अलावा श्रद्धालु घोड़ा, पालकी पर भी यात्रा कर सकते हैं। माना जा रहा है कि शुरुआत में सीमित संख्या में स्थानीय श्रद्धालुओं को ही यात्रा करने का मौका मिलेगा। बाद में हालात की समीक्षा कर यात्रा को बढ़ाया जाएगा।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने अपनी तरफ से सभी तैयारियां शुरू कर दी हैं, लेकिन फैसलों पर अंतिम मुहर बोर्ड मीटिंग में श्राइन बोर्ड की ओर से ही लगाई जाएगी।
तीन साल के उपरांत एक बार फिर हेलीकॉप्टर सेवा को लेकर कंपनियों के नए टेंडर हो गए हैं। नए टेंडर के मुताबिक, पहले से श्रद्धालुओं को सेवा दे रहीं हिमालयन हेली तथा ग्लोबल वेक्ट्रा कंपनियां ही अपनी सेवाएं जारी रखेंगी।
हेलीकॉप्टर में बैठेंगे तीन यात्री
सूत्रों के मुताबिक, हेलीकाप्टर सेवा, बैटरी कार और पैसेंजर का लाभ लेने वाले श्रद्धालुओं को भी शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा। इन सभी सेवाओं में यात्रियों को बैठाने की संख्या कम कर दी गई है।
हेलीकॉप्टर में अब पांच के बजाए तीन श्रद्धालु सवार होंगे। बैटरी कार में सात के बजाए चार से पांच और पैसेंजर केबल कार में 40 के बजाए 15 से 20 श्रद्धालुओं को बैठाया जाएगा। शुरुआत में हेलीकाप्टर और बैटरी कार सेवा की आनलाइन के बजाए करंट बुकिंग होगी।
मौजूदा समय में कटड़ा से भवन तक श्रद्धालुओं में शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए चिन्हित जगहों पर निशान लगाने का काम जारी है। सूत्रों के अनुसार, कटड़ा और सांझीछत्त हेलीपैड पर शारीरिक दूरी के लिए छह फुट की दूरी पर निशान लगा दिए गए हैं। वैष्णो देवी भवन पर भी गेट नंबर एक से लेकर गेट नंबर तीन तक निशान लगा दिए गए हैं।
भवन पर साफ-सफाई के साथ ही रंग-रोगन का कार्य भी जारी है। यात्रा के पारंपरिक 13 किलोमीटर लंबे मार्ग पर प्रत्येक तीन किलोमीटर की दूरी पर सैनिटाइजर यूनिट का कार्य भी जारी है।
भवन मार्ग पर घोड़ा, पिट्ठू, पालकी आदि के रूप में कार्य करने वाले मजदूरों के साथ ही घोड़ों के सैंपल भी टेस्ट किए जा रहे हैं, ताकि यात्रा शुरू करने से लेकर सभी जरूरी तैयारियां पूरी की जा सकें। हालांकि श्राइन बोर्ड के फैसलों की अभी किसी अधिकारी ने आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
हेलीकॉप्टर का किराया:
अब:-कटड़ा से सांझीछत : 1730 रुपये प्रति सवारी (एकतरफा), कटड़ा-सांझीछत : 3460 रुपये प्रति सवारी (आना-जाना)
पहले :-कटड़ा से सांझीछत : 1045 रुपये प्रति सवारी (एकतरफा) -कटड़ा-सांझीछत : 2090 रुपये रुपये प्रति सवारी (आना-जाना)