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New Delhi नई दिल्ली। (godrej group will soon be divided) 1.76 लाख करोड़ रुपये वैल्यूएशन वाले गोदरेज ग्रुप (Godrej Group) ने अपनी इंडस्ट्रियल जर्नी आजादी से 5 दशक पहले शुरू की थी।

कंपनी ने मुंबई में ताले बेचकर अपने इस सफर की शुरुआत की थी। अब खबर आ रही है कि 126 साल पुराने गोदरेज ग्रुप का बंटवारा हो सकता है। 1.76 लाख करोड़ के वैल्यू वाले इस घराने में बिजनेस बंटवारे की कवायद शुरु हो चुकी है।

बताया जा रहा है कि ग्रुप अपने विभिन्न कारोबारों के औपचारिक विभाजन को पूरा करने के लिए बातचीत के एडवांस स्टेज में है। टॉप इंडस्ट्री अधिकारियों ने ईटी को यह जानकारी दी है।

गोदरेज फैमिली में हैं ये दो ग्रुप

गोदरेज फैमिली में दो ग्रुप हैं। गोदरेज इंडस्ट्रीज एंड एसोसिएट्स का नेतृत्व आदि गोदरेज और उनके भाई नादिर करते हैं।

वहीं, गोदरेज एंड बॉयस मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी (G&B) चचेरे भाई जमशेद गोदरेज और स्मिता गोदरेज कृष्णा देख रहे हैं।

अधिकारियों ने बताया कि इन दोनों ग्रुप द्वारा इंजीनियरिंग, उपकरण, सिक्योरिटी सॉल्यूशंस, एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स, रियल एस्टेट और कंज्यूमर प्रोडक्ट्स जैसे बिजनस वर्टिकल्स के औपचारिक विभाजन को जल्द ही अंतिम रूप देने की संभावना है। फैमिली काउंसिल इस विभाजन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण चीजों को सुलझा रही है।

3400 एकड़ की जमीन का बंटवारा

बातचीत से अवगत अधिकारियों ने बताया कि इनमें जीएंडबी के तहत मौजूद करीब 3400 एकड़ के प्राइम लेंड पार्सल्स के बंटवारे और इक्विटी क्रॉस होल्डिंग्स को सुलझाना है।

रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से बताया गया कि जमीन के बंटवारे को लेकर कुछ मुद्दों को सुलझाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि टैक्स से जुड़े प्रभावों को देखते हुए जीएंडबी से पार्सल को ट्रांसफर करना मुश्किल है। उन्होंने कहा, ‘यह विभाजन एक चुनौतीपूर्ण कार्य है।

वैल्यूएशन कैसे होगी और बदले में दोनों पक्षों के लिए एक न्यायसंगत प्रस्ताव कैसे काम करेगा। यह संघर्ष का मुख्य बिंदु रहा है।’

भारतीय उद्योग जगत की दिग्गज कंपनी गोदरेज ग्रुप का विभाजन वित्तीय और कानूनी चुनौतियों से घिरा हुआ है।

क्या है मौजूदा हालात

गोदरेज ग्रुप के पास मौजूदा समय में 5 लिस्टेड कंपनियां है. इनमें गोदरेज इंडस्ट्रीज, गोजरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, गोदरेज एग्रोवेट, गोदरेज प्रॉपर्टीज और लाइफसाइंसेज शामिल है.

फिलहाल गोदरेज परिवार में दो ग्रुप हैं. गोदरेज ग्रुप के मुखिया आदि गोदरेज और उनके भाई नादिर के पास गोदरेज इंडस्ट्रीज एंड एसोसिएट्स की कमान है.

वहीं गोदरेज गोदरेज एंड बॉयस मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी की कमान आदि गोदरेज के चचेरे भाई जमदेश गोदरेज और स्मिता कृष्णा गोदरेज के पास है.

अब खबर है कि इस ग्रुप के इंजिनीयरिंग, सिक्योरिटी, एग्री, रियल एस्टेट और कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के वर्टिकल का बंटवारा किया जा सकता है.

ताले बेचकर हुई थी शुरूआत

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जिस ग्रुप की वैल्यूएशन आज 1.76 लाख करोड़ की है. इसकी शुरूआत कभी ताले बेचने से हुई थी.

अब इस ग्रुप ने अपना विस्तार इतना कर लिया है कि ये करीब करीब हर सेक्टर में अपना हाथ आजमा रही है.

इस ग्रुप ने वित्तवर्ष 2023 के 42,172 करोड़ का भारी भरकम रेवेन्यु हासिल किया है. वहीं प्रॉफिट की बात करें तो इस दौरान कंपनी का लाभ 4000 करोड़ के पार रहा है.

कहां फंच सकता है पेंच

किसी भी बड़े कारोबारी बंटवारे में कई तरह के पेंच आते हैं. गोदरेज ग्रुप की बात करें तो यहां भी एक पेंच फंसता हुआ दिख सकता है.

जानकारों के मुताबिक कंपनी की एक ऐसेट जीएंडबी के 3400 एकड़ की जमीन का मामला सुलझाना अहम है. इस जमीन के बंटवारे में इक्विटी क्रॉसहोल्डिंग्स को लेकर पेंच फंस रहा है.

हालांकि कोशिश की जा रही है कि इस मुद्दे को अंदरुनी तरीके से ही सुलझा लिया जा सके. दरअसल इस सुलझाने में सबसे बड़ा पेंच इसके वैल्यूएशन को लेकर है.

1897 में ऐसे हुई थी कंपनी की शुरूआत

गोदरेज कंपनी की स्थापना 1897 में आर्देशिर गोदरेज ने की थी. उस समय बंबई में चोरी की घटनाएं बढ़ रही थीं.

आर्देशिर गोदरेज ने एक ऐसा लॉक बनाने का फैसला किया जो अंग्रेजों के लॉक से भी बेहतर हो.

उन्होंने अपने मित्र के साथ मिलकर एक लॉक बनाया, जो अंग्रेजों के लॉक से कहीं अधिक मजबूत और सुरक्षित था.

गोदरेज के लॉक को बहुत लोकप्रियता मिली. उन्होंने जल्द ही भारत में एक प्रमुख लॉक निर्माता के रूप में अपनी पहचान बनाई.

उन्होंने अपने व्यवसाय का विस्तार किया और अन्य उत्पादों, जैसे कि अलमारियां, फ्रिज और टीवी का प्रोडक्शन शुरू किया.

गोदरेज कंपनी आज भारत की सबसे बड़ी और सबसे सफल कंपनियों में से एक है. यह एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है, जिसका कारोबार भारत के अलावा कई अन्य देशों में है. गोदरेज कंपनी के उत्पादों की दुनिया भर में सराहना की जाती है.

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