नई दिल्ली (ब्यूरो): राष्ट्रपति भवन में कोरोना का एक मामला सामने आने के बाद कुल स्वास्थ मंत्रालय ने 125 परिवारों को अनिवार्य रूप से क्वारंटाइन होने की सलाह दी है।
बता दें कि किसी भी इलाके में कोरोना का एक भी मरीज पाए जाने पर पूरे इलाके के लोगों एहतियात के तौर पर क्वारंटाइन करना पड़ रहा है। इधर 21 दिनों के लॉकडाउन के बावजूद मामले बढ़ते दिखे तो इसे 3 मई तक और बढ़ा दिया गया।
कोरोना का कहर भारत पर जमकर बरपा है। यहां इस वायरस से निपटने की दिशा में राहत भरी खबर देते हुए सरकार ने सोमवार को कहा कि देश में अब संक्रमण के मामले दोगुने होने की दर धीमी होकर 7.5 दिन हो गयी है।
एक पखवाड़े में 59 जिलों में कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है। इस बीच कुछ राज्यों ने अर्थव्यवस्था को हो रहे नुकसान को थामने के लिए लॉकडाउन की कुछ पाबंदियों में ढील देने की घोषणा की है।
वहीं तमिलनाडु, कर्नाटक ने दिल्ली की तरह तीन मई तक कोई ढील नहीं देने का फैसला लेकर कड़े प्रतिबंध जारी रखने को प्राथमिकता दी है। तेलंगाना राज्य ने लॉकडाउन को 7 मई तक बढ़ाने का सुझाव दिया है।
पंजाब ने पहले 3 मई तक किसी भी तरह की ढील देने से इनकार किया था लेकिन अब कहा है कि उच्च जोखिम वाले नियंत्रण क्षेत्रों के अतिरिक्त कुछ स्थानों पर कुछ औद्योगिक गतिविधियां प्रारंभ हो सकती हैं।
बंद में पहले चरण की राहतें उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, केरल और गोवा समेत कुछ राज्यों में चुनिंदा स्थानों पर दी गयी हैं।
कई राज्यों में संक्रमण के मामलों में आज भी इजाफा देखा गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार रविवार और सोमवार के बीच देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के 1553 नये मामले सामने आये, वहीं 15 प्रतिशत रोगी सही हो चुके हैं।
मंत्रालय ने शाम पांच बजे के आंकड़ों में बताया कि देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 17,656 पर पहुंच गया है और अब तक 559 मरीजों की मौत हो गयी है।