नई दिल्ली (ब्यूरो): पूरा देश इन दिनों कोरोना वायरस से जूझ रहा है। आलम ये है कि लॉकडाउन के बावजूद देश में यह महामारी काफी तेजी से फैलता जा रहा है। देश में COVID-19 का आंकड़ा सात लाख के करीब पहुंच गया है। जबकि, 19, 693 लोगों की मौत हो चुकी है।
इसी कड़ी में देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 1984 दंगों में सजा काट रहे पूर्व विधायक महेन्द्र यादव की कोरोना से मौत हो गई है।
पूर्व विधायक की corona से मौत
जानकारी के मुताबिक, पूर्व विधायक महेन्द्र यादव की शनिवार को द्वारका के एक हॉस्पिटल में मौत हो गई। महेन्द्र यादव की उम्र 70 साल थी और सिख दंगे मामले में वह सजा काट रहे थे।
तिहाड़ जेल के DG संदीप गोयल का कहना है कि महेन्द्र यादव सिख दंगे मामले में 10 साल की सजा काट रहे थे। फिलहाल, वह मंडोली जेल में बंद थे।
उन्हें 31 दिसंबर 2018 को जेल में लाया गया था। मंडोली जेल में कोरोना से यह दूसरी मौत थी। जेल नंबर-14 की एक बैरक में बंद 30 कैदियों में से 15 जून को एक कैदी की कोरोना से मौत हो गई थी।
Jail में 17 कैदियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव
रिपोर्ट में कहा गया है कि एक बुजुर्ग कैदी की मौत के बाद बैरक में बंद सभी 29 कैदियों की कोरोना जांच कराई गई, जिनमें 17 कैदियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
हालांकि, शुरुआत में महेन्द्र यादव की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी। लेकिन, 25 जून को दोबारा उनका कोरोना टेस्ट कराया गया। 26 जून को उनकी पॉजिटिव आई थी।
उसी दिन उनकी तबीयत खराब हुई। इसके बाद उन्हें DDU हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। बाद में LNJP हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
वहीं, 30 जून को परिजन के अनुरोध पर उन्हें द्वारका के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। लेकिन, शनिवार रात करीब नौ बजे उनकी मौत हो गई। उधर, इस मामले की जांच भी शुरू कर दी गई है।
तिहाड़ जेल के डीजी का कहना है कि इस मामले में जेल प्रशासन की ओर से कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। फिलहाल, छानबीन जारी है।
यहां आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। राज्य में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा एक लाख के करीब पहुंच गया है।