जालंधर। दिन निकलते ही महानगर जालंधऱ से बुरी खबर सामने आई है। कई दशकों से शहरवासियों को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान कर रहे डाक्टर स्वदेशप्रिय डोगरा का निधन हो गया। कुछ दिन पहले डाक्टर स्वदेशप्रिय डोगरा कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे।
हर दिल प्रिय डाक्टर स्वदेशप्रिय डोगरा का अंतिम संस्कार आज सुबह 10 बजे हरनामदासपुरा शमशानघाट में कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक जालंधर के चरणजीतपुरा रोड़ पर स्थित सबसे पुराने डोगरा अस्पताल के डाक्टर स्वदेशप्रिय डोगरा (74) पिछले कुछ दिनों से बीमार थे।
जांच के दौरान डाक्टर स्वदेशप्रिय की कोरोना रिपोर्ट भी पोज़िटिव आई थी। डाक्टर डोगरा का ईलाज मोहाली के अस्पताल में हुआ। जहां से तीन दिन पहले वे ठीक होकर घर लौट आए। लेकिन बीते दिन फिर से उनकी तबीयत खराब हो गई। उन्हें तुरंत मोहाली अस्पताल ले जाया गया। जहां उनकी मृत्यु हो गई।
चिकित्सक जगत मे शोक की लहर, नीमा ने दी अश्रुपूर्ण विदाई
डाक्टर स्वदेश प्रिय डोगरा की मृत्यु से चिकित्सक जगत शोक में डूब गया है। नैशनल इंटेग्रेटिड मैडीकल एसोसिएशन (नीमा) के नैशनल प्रैज़ीडैंट रहे डाक्टर स्वदेश प्रिय डोगरा को नीमा का भीष्म पितामह कहा जाता था।
नीमा के डाक्टर के.एस. राणा, डाक्टर परविन्द्र बजाज, डाक्टर आई.पी.सिंह सेठी, डाक्टर अनिल ज्योति, डाक्टर अनिल नागरथ, डाक्टर आशु चोपड़ा व परिवार के सदस्यों द्वारा डाक्टर डोगरा को अश्रुपूर्ण विदाई दी। नीमा पदाधिकारियों ने बताया कि डाक्टर डोगरा जितने कर्मठ थे, उतने ही मृदुभाषी भी थी।
नीमा के भीष्म पितामह के रूप में जाने जाते डाक्टर स्वदेश प्रिय डोगरा के मार्गदर्शन में कठिन से कठिन कार्य भी आसानी से और सफलतापूर्वक हल किए गए। डाक्टर डोगरा सिर्फ एक या दो नहीं बल्कि चिकित्सा जगत से जुड़ा हर एक डाक्टर उन्हें अपना आदर्श मानता है।