Prabhat Times
New Delhi नई दिल्ली। (delhi assembly election announcement) दिल्ली विधानसभा चुनावी दंगल तैयार है। चुनावी बिगुल बज गया है।
सीईसी राजीव कुमार ने ऐलान किया है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव सिंगल फेस होंगे। 5 फरवरी को चुनाव होंगे। और नतीजे 8 फरवरी को आ जाएंगे।
10 जनवरी को नोटिफिकेशन होगी। 17 जनवरी नोमिनिशेन की आखिरी तारीख होगी। 20 जनवरी तक केंडीडेट नोमिनेशन वापस ले सकते हैं।
दिल्ली में 83.49 लाख पुरुष, 79 लाख महिला वोटर्स
83.49 लाख पुरुष, 79 लाख महिला वोटर्स हैं। 0.8 लाख नए वोटर्स है। 830 वोटर 100 साल की उम्र से ज्यादा हैं।
दिल्ली में 33 हजार 330 पोलिंग स्टेशन
राजीव कुमार ने बताया कि दिल्ली में 33 हजार 330 पोलिंग स्टेशन हैं। राजधानी में बूथ सुंदर बनाने की कोशिश करेंगे। आपका अनुभव सुखद रहे, इसका प्रयास करेंगे।
सक्षम ऐप में दिव्यांग वोटर्स हर चीज चेक कर सकते हैं, सुविधाएं जान सकते हैं। 85 साल की उम्र के ज्यादा के वोटर्स के लिए घर से वोट करने के लिए फॉर्म 12 डी सर्कुलेट होंगे।
वोटर हेल्पलाइन से अपना नाम ऑनलाइन चेक कर लें। पोलिंग स्टेशन देंखें। बीएलओ का नंबर है। उससे बात करें।
EVM में कोई वायरस भी नहीं आ सकता- CEC राजीव
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- अगर कोई मशीन ऑन होने में गलती हुई। मॉक पोल का डाटा नहीं हटाया गया। उस मशीन को एक तरफ रख लिया जाता है।
काउंटिंग के बाद विक्ट्री मार्जिन अगर एक मशीन से कम है तो वीवीपैट गिनी जाती है, नहीं तो उसे अलग कर दिया जाता है, गिना नहीं जाता है।
इसका रिजल्ट पर कोई असर नहीं पड़ता है। फॉर्म 20 में एकदम सही डिटेल रिजल्ट की दी जाती है। 2019 के बाद सुप्रीम को्र्ट ने 5 वीवीपैट काउंटिंग का आदेश दिया था।
4.5 करोड़ वोट गिने गए थे। 67 हजार वीवीपैट थीं। एक गड़बड़ी नहीं आई थी। सबकुछ आपको बता दिया है अब हमने। सब वेबसाइट पर है।
एक एक विधानसभा का पोलिंग स्टेशन,कैंडिडेट दुनिया के किसी भी इलेक्शन बॉडी में इतना डेटा हो तो बताइए। दुनिया में चुनाव कराने वालों से पूछ लीजिए और हमें बताइए।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ईवीएम पर आरोप लगाने वालों को जवाब देते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा- ईवीएम कभी हैक नहीं हो सकती.
ईवीएम में छेड़छाड़ के आरोप निराधार हैं. ईवीएम में वायरस या बग नहीं आ सकता. ईवीएम फूलप्रूफ डिवाइस है.
युवा लोकतंत्र में भागीदारी बढ़ाते रहें- चुनाव आयुक्त
दिल्ली चुनाव की तारीखों की घोषणा हो रही है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि लोकतंत्र के पर्व को यूं ही मनाते रहें.
युवा लोकतंत्र में भागीदारी बढ़ाते रहें. यह बहुत सुंदर बगिया है. इसे सजाते रहें.
सभी वोटर्स से मेरी अपील है कि वो लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेते रहें. 2024 में 8 राज्यों विधानसभा और लोकसभा चुनाव हुए. हम 99 करोड़ वोटर्स होने वाले हैं. ये खुशी की बात है.
23 फरवरी को होगा दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल
बता दें कि विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है।
2020 के विधानसभा चुनावों की घोषणा 6 जनवरी को हुई थी। विधानसभा की सभी 70 सीटों पर 8 फरवरी 2020 को सिंगल फेज में वोटिंग हुई थी और 11 फरवरी को नतीजे घोषित हुए थे।
2020 में आम आदमी पार्टी (AAP) को 53.57% वोट के साथ 62 सीटें मिली थीं, जबकि भाजपा को 8 सीटों सहित कुल 38.51% वोट मिले थे।
आम आदमी पार्टी को बंपर जीत मिली थी. चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीटों में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि भाजपा ने आठ सीटों पर जीत हासिल की थी.
वहीं, कांग्रेस को 4.26% वोट मिले थे लेकिन पार्टी अपना खाता खोलने में भी नाकाम रही थी। 2015 के चुनाव में भी कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी।
AAP ने सभी 70 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए
AAP 70 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित कर चुकी है। पार्टी ने कुल 5 लिस्टों में ये नाम जारी किए हैं। AAP की पहली लिस्ट 21 नवंबर को आई थी, जिसमें 11 नाम थे।
20 दिसंबर को आई पांचवीं लिस्ट में सिर्फ एक नाम था। इसमें महरौली सीट पर प्रत्याशी बदला गया था। पार्टी ने कुल 26 विधायकों के टिकट काट दिए हैं, जबकि 4 की सीटें बदली हैं।
अरविंद केजरीवाल इस बार भी नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि पूर्व डिप्टी CM मनीष सिसोदिया की पटपड़गंज सीट बदल दी गई है। उन्हें जंगपुरा से टिकट मिला है।
पटपड़गंज से पार्टी ने अवध ओझा को टिकट दिया है। CM आतिशी कालकाजी सीट से मैदान में हैं। मंत्री सौरभ भारद्वाज ग्रेटर कैलाश, गोपाल राय बाबरपुर और सत्येंद्र जैन शकूर बस्ती से चुनाव लड़ेंगे।
भाजपा की एक लिस्ट, 29 कैंडिडेट्स का ऐलान
भाजपा की अब तक 29 उम्मीदवारों की एक ही लिस्ट जारी की गई है। पार्टी ने AAP-कांग्रेस छोड़कर आए 7 नेताओं को टिकट दिया है।
29 उम्मीदवारों की सूची में 13 उम्मीदवारों को रिपीट किया है, जबकि 16 नए चेहरे हैं। पार्टी ने 2020 में जीती 8 सीटों में से 6 पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं।
इसमें 2 मौजूदा विधायको के टिकट कट गए हैं। वहीं, बदरपुर सीट से विधायक रहे रामवीर सिंह बिधूड़ी अब दक्षिण दिल्ली से सांसद हैं।
नई दिल्ली से केजरीवाल के खिलाफ पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा को टिकट दिया गया है।
कालकाजी से CM आतिशी के खिलाफ पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी और जंगपुरा से मनीष सिसोदिया के सामने तरविंदर सिंह मारवाह को मैदान में उतारा है।
कांग्रेस ने 48 कैंडिडेट्स घोषित किए, आतिशी के सामने अलका लांबा
कांग्रेस अब तक तीन लिस्ट में कुल 48 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। पार्टी ने CM आतिशी के सामने अलका लांबा को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, पूर्व CM केजरीवाल के सामने संदीप दीक्षित को टिकट दिया है।
मनीष सिसोदिया के सामने फरहाद सूरी, गोपाल राय के खिलाफ को टिकट दिया है। यहां से AAP के मनीष सिसोदिया चुनाव लड़ रहे हैं। बाबरपुर सीट से AAP के गोपालराय के खिलाफ इशराक खान को उतारा है।
केजरीवाल का मुकाबला दो पूर्व CM के बेटों से
भाजपा ने पूर्व CM अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट से प्रवेश वर्मा को तो कांग्रेस ने संदीप दीक्षित को उम्मीदवार बनाया है। प्रवेश वर्मा पूर्व CM साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। साहिब सिंह वर्मा से 26 फरवरी 1996 से 12 अक्टूबर 1998 तक CM रहे हैं।
संदीप दीक्षित पूर्व CM शीला दीक्षित के बेटे हैं। शीला दीक्षित 3 दिसम्बर 1998 से 28 दिसम्बर 2013 तक CM थीं। इस तरह से केजरीवाल का सामना दो पूर्व CM के बेटों से होगा।
देश के चुनावी इतिहास में चौथी सबसे बड़ी जीत AAP के नाम
देश के चुनावी इतिहास में चौथी सबसे बड़ी जीत AAP के नाम दर्ज है। पार्टी ने 2015 के विधानसभा चुनाव में 96% सक्सेस रेट के साथ 67 सीटें जीती थीं। तब AAP को 54.34% वोट मिले थे। पांचवीं सबसे बड़ी जीत भी केजरीवाल की पार्टी के नाम ही दर्ज हैे।
पार्टी ने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में 88% सक्सेस रेट के साथ 62 सीटें जीती थीं। हालांकि, देश में 100% सक्सेस रेट के भी रिकॉर्ड हैं। सिक्किम संग्राम परिषद ने 1989 में और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 2009 में राज्य की सभी 32 सीटें जीत ली थीं।
इस बार राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर दिल्ली चुनाव लड़ेगी AAP 2020 विधानसभा चुनाव के समय AAP दिल्ली की क्षेत्रीय पार्टी थी लेकिन अब पार्टी को राष्ट्रीय दल की मान्यता मिल चुकी है। 2020 में 6 राष्ट्रीय और 1 क्षेत्रीय पार्टी (AAP) सहित कुल 95 पार्टियों ने चुनाव में भाग लिया था।
AAP को 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला था। पार्टी ने गुजरात में 5 सीटें जीतकर 13% वोट हासिल किया था। AAP के दिल्ली में 62, पंजाब में 92, गुजरात में 5, गोवा में 2 और जम्मू-कश्मीर में 1 विधायक सहित कुल 162 विधायक हैं। पार्टी के 13 सांसद हैं जिसमें 3 लोकसभा और 10 राज्यसभा के सदस्य हैं।
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