जालंधर। अनुसूचित जाति से संबंधित विद्यार्थियों के अधिकारों की सुरक्षा की दृढ़ वचनबद्धता को दोहराते हुए डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने आज कहा कि पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम के अंतर्गत विद्यार्थियों को लाभ देने से इन्कार करने वाली शैक्षिक संस्थाओं के ख़िलाफ़ सख़्त कार्यवाही की जायेगी।
घनश्याम थोरी ने आज यहाँ पोस्ट -मैट्रिक स्कालरशिप स्कीम को लागू करने की समीक्षा करने के लिए शैक्षिक संस्थाओं और विद्यार्थी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग की अध्यक्षता की।
इस अवसर पर उनके साथ पुलिस कमिशनर गुरप्रीत सिंह भुल्लर भी मौजूद थे।
डिप्टी कमिशनर ने कहा कि पोस्ट-मैट्रिक स्कालरशिप स्कीम अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों का अधिकर है, न कि किसी किस्म का दान।
उन्होंने कहा कि शैक्षिक संस्थाओं को अनुसूचित जातियों के विद्यार्थियों के साथ धक्केशाही करने से गुरेज़ करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए सुविधा देकर उनकी भलाई को यकीनी बनाना है।
डिप्टी कमिश्नर ने आगे कहा कि कालेज इस स्कीम को हलके में न लें क्योंकि यह एस.सी. विद्यार्थियों को उत्साहित करने का एक प्रमुख प्रोग्राम है।
डिप्टी कमिश्नर ने मीटिंग में डिग्री रोकने, खाली चैक लेने समेत विद्यार्थियों की तरफ से उठाये समूचे मुद्दों का निपटारा करने के लिए एक एसडीएम, सहायक कमिशनर पुलिस (एसीपी), ज़िला भलाई अधिकारी और तहसील भलाई अधिकारी आधारित एक समिति गठित करने के आदेश दिया।
उन्होंने कहा कि यह समिति अपनी रिपोर्ट उनको सौंपेगी, जिसके अनुसार कार्यवाही की जायेगी।
उन्होने कहा कि यह समिति अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर (ज) के नेतृत्व में काम करेगी और अपनी रिपोर्ट उनको सौंपेगी, जिस अनुसार कार्यवाही की जायेगी।
डी.सी. ने बताया कि अगले महीने योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए आनलाईन पोर्टल शुरू होने की आशा है और विद्यार्थियों को इस योजना का लाभ मिलना यकीनी बनाने के लिए हर सम्भव प्रयास किये जाएंगे।
उन्होंने शैक्षिक सस्थानों को स्पष्ट तौर पर यह यकीनी बनाने के लिए कहा कि समूचे अनुसूचित जाति के विद्यार्थी अपने पाठ्यक्रमों को बिना किसी मुश्किल से सुचारू ढंग से पूरा करने के योग्य होंगे।
उन्होंने कहा कि शैक्षिक संस्थाओं को अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारी से भागना नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के साथ किसी किस्म का पक्षपात या अलगाव सहन नहीं की जायेगी।
इस अवसर पर अन्यों के अलावा डीसीपी नरेश डोगरा, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर जसबीर सिंह, एसडीएम राहुल सिंधु और डा. जय इन्द्र सिंह मौजूद थे।