जालंधर (ब्यूरो): अपनी लाइफ में हर कोई सफल होना चाहता है लेकिन सभी को एक जैसी सफलता मिले ये जरूरी तो नही। जिंदगी में सफल होने का एक ही रास्ता है, सही समय पर सही करियर चुनना। लेकिन अक्सर देखा गया है कि छात्र इस बात को लेकर सबसे ज्यादा परेशान रहते है कि हम किस फील्ड का चुनाव करें और किसका नही, इसी को लेकर डी.ए.वी. कॉलेज के कामर्स विभाग ने कामर्स फ़ोरम के तहत एक वेबिनार का आयोजन किया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में डॉ आशीष अरोड़ा ने स्टूडेंट्स के साथ उनके कैरियर चुनाव को लेकर वार्तालाप की।डॉ आशीष अरोड़ा का स्वागत प्रिंसीपल डॉ एस के अरोड़ा, वाइस प्रिंसीपल प्रो अरुण मेहरा, कामर्स फ़ोरम की प्रैज़ीडैंट प्रो हीना अरोड़ा, प्रो राजीव शर्मा, प्रो अशोक कपूर ने किया। कामर्स फ़ोरम की प्रैज़ीडैंट प्रो हीना अरोड़ा ने डॉ आशीष को सभी टीचर्ज़ और छात्रों से परिचय करवाया।
छात्रों से मुख़ातिब होते हुए डॉ एस के अरोड़ा ने कहा, अक्सर स्टूडेंट्स अपने करियर को लेकर कंफ्यूज होते है कि अब आगे उन्हें क्या करना है? हालांकि कई बार उनके आसपास के लोग उन्हें सलाह दे देते है लेकिन फिर भी उनके कई ऐसे सवाल होते है जिनके जवाब उन्हें मिल नही पाते है।कई बार कंफ्यूजन की वजह से या किसी अपने बड़े की सलाह पर छात्र गलत रास्तों पर निकल पड़ते है। जिसका नतीजा ये होता है कि वे अपने करियर से बहुत ही कम समय में ऊब जाते है। छात्रों के इसी कंफ्यूजन को दूर करने के लिए कॉलेज उन्हें करियर काउंसलर या एक्सपर्ट से मदद करा रहा है, जिससे उनकी सारी कंफ्यूजन दूर हो जाएगी और उन्हें एक सही रास्ता नज़र आएगा।
वेबिनार के मुख्य वक्ता डॉ आशीष अरोड़ा ने स्टूडेंट्स को उनके करियर पर चुनाव करते हुए कहा, आपके करियर का चुनाव आपसे ही शुरू होता है, आपका व्यक्तित्व, आपका शौख, आपका रुझान ही आपके करियर के चनाव में सहायक होगा। बस ज़रूरत है तो सही समय पर अपने रूचि का पता लगाने की और उसके बारे में जानने की।जैसे की आपको सही ऑप्शन समझ नहीं आ रहा की आपको आगे क्या करना चाहिए तो सबसे सही और आसान तरीका यह है कि आप जितने भी करियर ऑप्शन से अवगत हैं उन्हें एक पेपर पर लिख लें, आप चाहे तो अपने पेरेंट्स, दोस्त और आस-पड़ोस के लोगों से भी करियर ऑप्शन्स जानने में सहायता ले सकते हैं। अभी आपके पास 40-50 करियर के ऑप्शन्स मौजूद हैं।
अब कोशिश करें की इन सभी ऑप्शंस को आप अच्छे से समझ सकें। इसके लिए भी आप अपने जानने वालों और पेरेंट्स की सहायता ले सकते हैं। अब जब आप इन ऑप्शन्स से जुड़ी चीजों को जानेंगे तो आपको ऐसे 10 ऑप्शन्स नज़र आयेंगे जिनमे आपकी रूचि आपको दिखेगी। डॉ आशीष ने बताया कि ऑप्शन्स शोर्ट-लिस्ट करने के बाद उन ऑप्शन्स के बारे में अपने पेरेंट्स से ज़रूर बात करें उनसे आपको मदद मिलेगी।
इस प्रकार आप अपने रूचि और अपने करियर के काफी समीप होंगे और आपके 10 ऑप्शन्स 2 या 1 ऑप्शन्स में इस प्रकार आसानी से बदल जायेंगे। आपके करियर के चुनाव के लिए आपके टीचर, आपके फ्रेंड्स भी करियर के शुरुवात में एक एहम भूमिका निभा सकते हैं।आप कोई करियर भी चुने करियर के नाम पर आपका खुद का विकास बहुत जरूरी है, क्योंकि अगर आपका विकास नहीं होगा तो जिस क्षेत्र में आप काम कर रहे हैं, वहां आप एक रुटीन काम ही करते रहेंगे, सफलता कभी आपके कदम नहीं चूमेगी। ऐसे में जिस पेशे में भी आप अपना करियर बनाएं, उसमें जी-तोड़ मेहनत करें। किसी की देखा-देखी या बाजार में प्रचलित करियर के अनुरूप करियर न बनाएं। अगर ऐसा होता तो न तो सचिन तेंदुलकर होते, न एआर रहमान, न आमिर खान और न ही चेतन भगत।
करियर या पढ़ाई के लिए विषय चुनना सिर्फ जीविकोपाजर्न का मसला नहीं है, क्योंकि रोजी-रोटी तो इंसान किसी तरह कमा ही लेगा। पर अगर आप ऐसे काम को अपनाएं, जो आपकी जीविका का स्त्रोत तो बनें ही, साथ ही आपको तरक्की और संतुष्टि भी दे तो ज्यादा बेहतर होगा। हो सकता है कि आप किन्हीं तीन-चार के अनुरूप फिट बैठते हों, पर यह आपकी काबिलियत है कि आप उनमें से अपने लायक सबसे बेहतर करियर का चुनाव कर सकें और इसमें अगर आप सफल हो गए तो सफलता आपकी रहगुजर होगी।
इसके पश्चात प्रो अशोक कपूर ने स्टूडेंट को ई लर्निंग की महत्ता को बताया और स्टूडेंट्स को ई लर्निंग को अपनाने के लिए प्रेरित भी किया। अंत में धन्यवाद प्रस्ताव प्रो राजीव शर्मा ने पारित किया। इस वेबिनार में कामर्स फ़ोरम के मेम्बर्ज़ ने भी इवेंट मेंपूरी तरह से योगदान दिया।
इस वेबिनार में प्रो राजीव शर्मा, प्रो अशोक कपूर, प्रो मनीष अरोड़ा, प्रो राजीव पुरी, डॉ सतीश आहूजा, प्रो मनीष खन्ना, प्रो मानव अग्रवाल, प्रो निधि अग्रवाल, डॉ राजवंत कौर, प्रो एकजोत कौर, प्रो ईशा सहगल, डॉ एस के महाजन, प्रो कोमल सोनी, डॉ कोमल नारंग, प्रो.राशिम, प्रो निशु, प्रो पूजा खन्ना, प्रो रुचिका, प्रो सोनिया राजपूत, प्रो कृतिका, प्रो नैना, प्रो कनिका चड्ढा, प्रो नवदीश गंभीर भी ख़ास तौर पर मौजूद थे।