नई दिल्ली। कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। केंद्र और राज्य सरकारें लगातार कोशिशें कर रही हैं इसके बावजूद भी संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है।
देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के रिकॉर्ड मामले सामने आए हैं। वहीं, 775 मरीजों की मौत हुई है। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है।
उधर, रूस की वैक्सीन को लेकर चर्चा जोरों पर है। बताया जा रहा है कि रूस वैक्सीन का पंजीकरण करवाने के लिए विचार कर रहा है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 25 घंटों के दौरान के कोरोना के 52,123 मामले सामने आए हैं, जिसके चलते कोविड-19 के संक्रिमतों की संख्या 15 लाख, 83 हजार, 792 पहुंच गई है।इनमें से 5 लाख, 28 हज़ार, 242 सक्रिय मामले हैं। इसके साथ ही 10 लाख, 20 हजार, 582 मरीज ठीक हो गए हैं। अभी तक कोरोवा से 34 हजार, 968 संक्रमितों की मौत हुई है।
देश में कोविड-19 से ठीक होने वाले मरीजों की कुल संख्या 10 लाख से ज्यादा हो गई है, जबकि केंद्र, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की समन्वित ‘जांच, नजर रखने, उपचार करने’ की समन्वित नीति से इस बीमारी से होने वाली मृत्यु दर में भी लगातार कमी आ रही है।स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत में कोविड-19 मृत्यु दर (सीएफआर) वैश्विक सीएफआर के मुकाबले कम है। सीएफआर 19 जून के 3.3 प्रतिशत के मुकाबले बुधवार को घटकर 2.23 प्रतिशत रह गई जो एक अप्रैल के बाद से सबसे कम है।न सिर्फ सीएफआर नीचे रहा बल्कि प्रभावी निषिद्ध रणनीति, आक्रामक जांच और मानकीकृत नैदानिक प्रबंधन प्रोटोकाल की वजह से छह दिनों से लगातार 30 हजार से ज्यादा कोविड-19 मरीज ठीक हो रहे हैं।कोविड-19 मरीजों के ठीक होने की दर भी बढ़कर 64.51 प्रतिशत हो गई है। देश में अब 1316 प्रयोगशालाओं के माध्यम से कोविड-19 जांच को अंजाम दिया जा रहा है। इनमें से 906 सरकारी क्षेत्र की हैं और 410 निजी क्षेत्र से।
रूस की वैक्सीन चर्चा में
रिपोर्ट के अनुसार, रूस 10 से 12 अगस्त के बीच कोरोना वायरस की वैक्सीन को पंजीकरण करने की योजना बना रहा है। बताया जा रहा है कि इस वैक्सीन को मॉस्को के गैमलेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा बनाया गया है और इसे पंजीकरण के तीन से सात दिनों के भीतर सार्वजनिक उपयोग के लिए अनुमति मिल सकती है।