जालंधर (ब्यूरो): सीएमसी लुधियाना में दाखिल निजात्म नगर की कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग महिला के परिवार के सदस्यों को जालंधर के सिविल अस्पताल दाखिल करवाया गया है।
इनमें महिला का बेटा, उनकी बहू और पोता-पोती शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आइसोलेशन वार्ड में लोगों की कैदियों जैसी हालत है।
वहां आए लोगों को न तो मास्क मिल रहे हैं और न ही सैनिटाइजर मुहैया करवाए जा रहे हैं। सुबह से आकर वार्ड में बिठा दिया गया था लेकिन सैंपल लेने के लिए कोई नहीं आया।
उन्हें और परिवार के सदस्यों को कोरोना वायरस से कोई लक्षण नहीं है। इधर, संदिग्धों की मौजूदगी से वार्ड में ठीक लोग भी असहज महसूस करने लगे हैं।
सीएमसी लुधियाना पर सवालिया निशान
सदस्यों ने कहा उनकी माता जी सीएमसी अस्पताल लुधियाना में अकेली हैं और अस्पताल बिल जमा करवाने की मांग कर रहा है।
किसी व्यक्ति के हाथ पैसे जमा करवाने के लिए भेजे हैं। उन्होंने सीएमसी अस्पताल की सुविधाओं पर भी सवालिया निशान लगाए।
उन्होंने कहा कि डॉक्टरों व स्टाफ को उन्होंने अपनी जेब से पैसे खर्च कर मास्क व सैनिटाइजर खरीद कर दिए।
वहीं, वार्ड में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज के परिजन ने बताया कि पुरानी इमारत में बने वार्ड के दरवाजे खुले हैं और ड्यूटी पर तैनात स्टाफ एक तरफ बैठ कर बातें करते रहते हैं।
सुबह लंगर का खाना भिजवाया जो दो तीन लोगों ने ही खाया, कुछ लोगों को दलिया मिला। दोपहर को पैक खाना मुहैया करवाया और सैंपल लेने के लिए टाल मटौल कर रहे हैं।
व्यवस्था में सुधार किया जा रहा है
सिविल अस्पताल के एसएमओ ने कहा कि व्यवस्था में सुधार करवाया जा रहा है। दो इमरजेंसी मेडिकल अफसरों की तैनाती कर दी गई है।
खाने की व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन की ओर से तैनात नोडल अफसर के साथ बैठक की गई है।