जालंधर। पंजाब मजदूर फैडरेशन के प्रदेशाध्यक्ष चन्दन ग्रेवाल ने कहा है कि हाथरस में दलित लड़की के साथ हुए अमानवीय व्यवहार तथा अत्याचार के बाद भी राज्य व केंद्र सरकारों के नींद नहीं खुल रही है।
लेकिन अब दलित समाज अपने साथ होने वाले अत्याचार के खिलाफ चुप नहीं बैठेगा।
हाथरस में हुई घटना ने पूरे देश के दलित समाज को एकजुट कर दिया है। हर हाथ दलित परिवार के इंसाफ के लिए उठ रहा है।
चंदन ग्रेवाल ने कहा कि ये पहली बार नहीं है जब दलित समाज की बच्ची के साथ ये कृत्य हुआ हो।
इतना सबकुछ होने के बावजूद केंद्र व राज्य सरकारें दलित समाज की हितों की रक्षा करने में विफल रहे हैं।
चंदन ग्रेवाल ने कहा कि सिर्फ यू.पी. की बात करें तो दलित समाज पर अत्याचार की घटनाओं में बढ़ौतरी हुई है।
रिपोर्ट के मुताबिक साल 2015 में दलितों पर अत्याचार के कुल 8,460 मामले दर्ज किए गए थे जबकि साल 2016 में आपराधिक मामलों का आंकड़ा बढ़कर 10,492 हो गया था।
अब ये आंकड़ा सारी हदें पार कर चुका है। चंदन ग्रेवाल ने कहा कि अन्य राज्यों में भी ये आंकडा बढ़ रहा है।
चंदन ग्रेवाल ने दावा किया कि चाहे वो केंद्र सरकार हो या फिर राज्य सरकार, हर सरकार दलित समाज के बलभूते पर ही सत्तासीन होती है।
चुनावों के दौरान दलित समाज के साथ वायदे तो बढ़े बढ़े किए जाते हैं, लेकिन सत्तासीन होने के पश्चात सारे वायदे हवा हो जाते हैं।
हर बार दलित समाज के साथ विश्वासघात होता है। लेकिन अब दलित समाज जाग चुका है।
इसका ज्वलंत उदाहरण ये है कि आज देश के हर राज्य का दलित वर्ग हाथरस में हुई घटना में पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है।
चंदन ग्रेवाल ने केंद्र व राज्य सरकार से मांग की है कि दलित समाज पर हो रहे अत्याचार तथा विश्वासघात को रोका जाए अन्यथा दलित समाज अपने हितों की रक्षा के लिए खुद ही आगे आएगा।