नई दिल्ली (ब्यूरो): कोरोना वायरस ने दुनिया में कोहराम मचा दिया है। चिकित्सा सेवाओं से लेकर हर क्षेत्र में नम्बर वन बड़े बड़े देश भी इस कोरोना वायरस से बच नहीं पाए हैं।तमाम कोशिशों के बावजूद कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। बात भारत की करें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समय पर लॉकडाऊन के फैसले से भारत जानलेवा वायरस के चपेट में आने से अन्य देशों की तुलना में बच गया।
इस मुद्दे पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हर देश तारीफ कर रहा है। 3 मई तक लॉकडाऊन की इस अवधि को बढ़ाने को लेकर तरह तरह की चर्चाएं चल रही हैं।
लेकिन इसी बीच भारत सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। पता चला है कि केंद्र सरकार जल्द ही भारत में गुटखा, तम्बाकू की खरीद व बिक्री पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रही है।
सूत्रों ने बताया कि एक और जहां लॉकडाऊन खोलने, ढील देने के अलग-अलग मुद्दों पर सरकार गहन विचार विमर्श कर रही है वहीं ये भी गहनता से विचार किया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण को कैसे रोका जाए।
अति सुविज्ञ सूत्रों से पता चला है कि ये भी तथ्य सामने आए थे कि जगह-जगह थूकने के कारण भी कोरोना संक्रमण तेजी से फैलता है। जो लोग इन वस्तुओँ का सेवन करतें हैं उन्हें जगह जगह थूकने की आदत होती है।
बीते रविवार को मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थूकने की गल्त आदत को बदलने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री द्वारा थूकने की आदत को मिटा देने की बात पर जोर देने से स्पष्ट है कि भारत सरकार इस विषय पर गंभीरता से विचार कर रहा है।पता चला है कि सरकार द्वारा तैयारी की जा रही है कि जल्द ही देश भर में गुटखा, तम्बाकू, खैनी इत्यादि की बिक्री और खरीद पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया जाए।
क्यों कि जो लोग इन वस्तुओं का सेवन करते हैं वे लोग ज्यादा थूकते भी हैं। इसलिए सरकार चाहती है कि गुटखा, तम्बाकू पर प्रतिबंध से थूकने की आदत छूट जाएगी और कोरोना संक्रमण का एक मुख्य कारण खत्म हो सकता है।
बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार इन वस्तुओं पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने के लिए मसौदा तैयार किया जा रहा है।