नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के लिए पंजाब में मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। कृषि विधेयक को लेकर पंजाब के किसानो मे भाजपा के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
आज पंजाब के जिला फरीदकोट के गांव दाणा रोमाणा की पंचायत ने ऐलान किया है कि जब तक केंद्र सरकार द्वारा किसान विरोधी बिल वापस नही लिया जाता तब तक किसी भी भाजपा नेता को गांव में आने की इजाजत नहीं होगी।
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा कृषि बिल पास किए जाने के बाद से देश भर के किसान सड़कों पर उतर आए हैं।
इस मुद्दे पर पंजाब में शिअद भाजपा का कई दशको से चल रहा गठबंधन टूट गया। शिअद के इस फैसले के बाद अब सभी किसान एकजुट हो चुके हैं।
किसानों में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ खासा रोष व गुस्सा पाया जा रहा है।
इसी बीच आज पंजाब के जिला फरीदकोट के गांव दाणा रोमाणा की पंचायत ने एकजुटता से बड़ा फैसला लिया है।
पंचायत ने फैसला किया है कि जब तक बिल वापस नहीं लिया जाता भाजपा के किसी भी मंत्री, विधायक, नेता या कार्यकर्ता को गांव में आने की ईजाजत नहीं होगी।
पंचायत द्वारा किया गया ये फैसला गांव के धार्मिक स्थलों के लाऊड स्पीकर पर घोषित कर गांव के हर व्यक्ति तक पहुंचा दिया गया है।
गांव के सरपंच जसविन्द्र सिंह व अन्यो ने बताया कि केंद्र सरकार ने किसानों के साथ धक्का किया है।
तानाशाही रवैया अपनाते हुए किसानों को मारने का बिल पास कर दिया है। लेकिन इस मुद्दे पर सभी किसान पार्टीबाजी से ऊपर उठ कर अपने हितों के लिए संघर्ष करेंगे।