चंडीगढ़। (bjp alliance first list of candidates for postponed) सारा दिन इंतज़ार के बाद पंजाब में भाजपा अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी नहीं कर पाई। इसकी बड़ी वजह ये सामने आई है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस (PLC) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच 10 सीटों को लेकर पेंच फंस गया है।
इस कारण से गुरुवार को जारी होने वाली भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची टल गई है। खरड़ और रूपनगर सीटें कैप्टन मांग रहे हैं, जबकि भाजपा अपने प्रत्याशी उतारना चाहती है। भाजपा के संसदीय बोर्ड ने इन सभी सीटों की ग्राउंड रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद इन पर फैसला किया जाएगा।
इन दोनों सीटों के लिए पीएलसी के प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अड़े हैं। दोआबा में भी ऐसे ही हालात बने हैं। यहां की प्रमुख सीटों में शुमार दसूहा और मुकेरियां सीट पर भाजपा अपने प्रत्याशी खड़े करना चाहती है लेकिन कैप्टन के साथ कांग्रेस छोड़कर आए नेता इन्हीं सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। हालांकि इतिहास को यदि हम देखें तो इससे पहले दोआबा की इन दोनों सीटों पर भाजपा का दबदबा रहा है।
माझा क्षेत्र के अमृतसर जिले की भी कुछ सीटों पर दोनों के बीच सहमति नहीं बन पा रही है, जबकि चुनाव की नजदीकियों को देखते हुए दोनों दलों पर प्रत्याशियों की पहली सूची को लेकर भारी दबाव है। भाजपा के संसदीय बोर्ड ने सहमति बनाने को लेकर इन 10 सीटों की ग्राउंड रिपोर्ट पार्टी के नेताओं से मांग ली है। इसके बाद पार्टी यह फैसला लेगी कि इन सीटों पर पहला अधिकार किसका है।
गठबंधन की सीटों पर मोदी ने की चर्चा
पंजाब में भाजपा के गठबंधन के सहयोगी पीएलसी और शिअद संयुक्त की सीटों को लेकर दिल्ली में हुई पार्टी की बैठक में चर्चा की गई। बैठक में मौजूद पंजाब भाजपा के नेताओं सहित राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, पंजाब चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत मौजूद रहे। बैठक में वर्चुअल रूप से जुड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के गठबंधन के सहयोगियों को दी जाने वाली सीटों पर फंसे पेंच को लेकर भी चर्चा की।